14/09/2025
कई राष्ट्रीय सामाजिक संगठनों में विशिष्ट सेवा दे चुके योग साधक सुधीर यादव को श्रद्धांजलि अर्पित
संजय सिंह की रिपोर्ट..
झारखंड, हजारीबाग जिले के बरही विधानसभा क्षेत्र के बेलादोहर बरही ग्राम में जन्मे स्वर्गीय सुधीर कुमार यादव कोई साधारण व्यक्ति नहीं थे बल्कि एक संपूर्ण व्यक्तित्व थे जिन्होंने बाल्य काल से अपनी सरलता, सत्यता,सौम्यता नम्रता सक्रियता और सहजता से अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाना शुरू कर दिया था! दिवंगत सुधीर यादव की शिक्षा उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले के हिंडालको रेनुसागर पावर प्राथमिक पाठशाला से प्रारंभ होकर रेनुसागर उच्च विद्यालय मे पूरी हुई, उनकी नियुक्ति रेनुसागर पॉवर कंपनी लिमिटेड हिंडालको मे हो गई सेवा अवधी पूर्ण कर सुधीर जी वरिष्ठ डोजर आपरेटर के पद से 2022 मे कारखाने से सेवा निवृत हुए और हजारीबाग शहर में अपने नये मकान का निर्माण कर पिछले 4 वर्षों से निवासरत् थे सुधीर जी का जन्म 8 अक्टुबर 1964 को हजारीबाग जिला जो उस वक्त बिहार राज्य में था के पैतृक गाँव बरही मे हुआ था !29 अगस्त 2025 को हृदय गति रुकने के कारण उनकी आकस्मिक मृत्यु हो गई! उन्हें मुखग्नि भतीजा मनोज कुमार यादव ने दिया!सुधीर जी बाल्य काल से राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सक्रिय स्वयं सेवक थे बाद में संघ शाखा के मुख्य शिक्षक भी रहे स्कूली शिक्षा के दौरान योग गुरु ने उन्हें योग शिक्षा दी और सर्वश्रेष्ठ योग शिक्षक बन गए और अपनी जिंदगी के अंतिम सांस तक योग प्रशिक्षक रहे और योग शिक्षा और प्राकृतिक उपचार से लोगों की बीमारी ठीक करते रहे
1992 मे विश्व हिंदू परिषद के राम मन्दिर आंदोलन से जुड़े उनकी सक्रियता को देखकर उन्हें बजरंग दल सोनभद्र जिला का जिला संयोजक बनाया गया, जिसमे उनकी सक्रियता धार दार बन गई और उन्होंने बजरंग दल के कार्यकर्ता की हत्त्या पर ऐतिहासिक बजरंग कर्फ्यू की घोषणा कर पुलिस प्रशासन को दहशत में डाल दिया! बजरंग कर्फ्यू अनपरा रेनुसागर काशी मोड़ औडिमोर डीबुलगंज तक व्यापक सफल भी रहा काफी जन समर्थन मिला, हत्यारों की गिरफ्तारी हुई !धीरे धीरे सामाजिक कार्यकर्ता के रूप मे उनकी पहचान हुई और 21 जुलाई, 1993 को सामाजिक जागरुकता मंच के नाम से संस्था के संस्थापक सदस्यों में शामिल हो नई संस्था के निर्माण में सक्रिय भूमिका अदा किये और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी थे।सेवाभावी संगठन के सी एन क्लब ने इन्हे झारखंड प्रदेश का प्रभारी भी बनाया था! पूर्व मे सुधीर जी भारतीय मजदूर संघ से संबद्ध विद्युत मजदूर संघ के यूनियन उपाध्यक्ष भी रहे और मजदूरों के हित मे मुखर रहे !एन टी पी सी शक्तिनगर के संविदा श्रमिकों के नियोजन के आंदोलन में तन मन धन से सक्रिय भूमिका अदा किये
अपने जीवन मे जरूरत मंदो के लिए 36 बार रक्तदान किये! आदर्श सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में आपकी पहचान, योगदान और श्रमदान को भुलाया नही जा सकेगा! अपना संपूर्ण जीवन हिंदू हित, हिंदुत्व और हिंदुस्थान की सेवा में समर्पित कर दिया !
बजरंग दल और भाजपा मे उनकी सक्रियता से श्रद्धेय विनय कटियार पूर्व सांसद,डॉक्टर प्रवीण तोगड़िया, पूर्व उप मुख्यमंत्री डॉक्टर दिनेश शर्मा, श्रद्धेय महंत अवैद्यनाथ जी, भारतीय मजदूर संघ के राष्ट्रीय महामंत्री राज कृष्ण भक्त, पूर्व मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश शासन कल्याण सिंह जी का निकट सानिध्य प्राप्त होता रहा!
सुधीर जी के निधन से शोक की लहर छा गई, जगह जगह शोक व्यक्त किया गया और विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की गई !
सामाजिक साहित्यिक जागरुकता मंच, झारखंड के धनबाद जिला अध्यक्ष राजेश राय, जिला उपाध्यक्ष रवींद्र उपाध्याय, वरिष्ठ पत्रकार उमेश तिवारी, विद्युत प्रकाश, के. सी. एन. क्लब के धनबाद जिला अध्यक्ष रवि कुमार, एडवोकेट ब्रजेश कुमार सिंह आदि ने गहरा दुख व्यक्त किया और श्रद्धांजलि अर्पित किया समाजसेवी जय चंद झा राम नरेश तिवारी मुन्ना गोस्वामी राम आशीष मिश्रा तपन मुखर्जी, हीरा लाल रावत, उमेश शर्मा कृष्णा सोनी केदार नाथ गमक लाल कांति सुरजीत सिंह, अनिल प्रसाद हरिहर राय शर्मा सिकंदर यादव बाबा चंद्र मोहन उपाध्याय अनिल सिंह आत्मानंद मिश्रा, पारस नाथ सिंह के पी राय, रवींद्र पाठक, लक्ष्मी कांत मिश्रा, सनातन सर्खिल, इंद्र बहादुर सिंह, जिलाध्यक्ष भाजपा सोनभद्र नंदलाल जी, दयाशंकर पांडेय
सामाजिक साहित्यिक जागरुकता मंच की ओर से संस्थापक संजय सिंह चंदन' वरिष्ठ मार्ग दर्शक अर्जुन धर द्विवेदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष भोला नाथ तिवारी,राष्ट्रीय महासचिव डॉक्टर कृपाशंकर मिश्र नरेंद्र प्रसाद नौडीयाल रजायन यादव, वरिष्ठ शिक्षक नवीन कुमार झा
के सी एन क्लब के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केसीएन हेडलाइंस के एडिटर इन चीफ नंदन मिश्र त्यागी आदि ने शोक व्यक्त कर श्रद्धांजलि अर्पित किया! 10 सितंबर 2025 को सुधीर जी की तेरही मे शामिल हुए संजय सिंह' चंदन एवं विद्युत प्रकाश जो धनबाद से पहुँचे थे ने उनके बड़े भाई प्रसादी यादव एवं शोक संतप्त परिजनों से मिलकर उन्हें ढाढस बाँधाया और इस दुख की घड़ी में साथ होने का भरोसा दिलाया ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति की प्रार्थना की और उनकी तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी! बड़ी संख्या में लोग तेरही मे शामिल हुए और सुधीर जी को श्रद्धांजलि अर्पित किया