16/09/2025
समाज के बुद्धिजीवी लोगों इस पोस्ट से विचार करिए
👉एक महीने से रायबरेली में चल रहे उठा पटक के बीच
बाबू सिंह कुशवाहा जी ने समाज की एकता को मजबूत करने के लिए निर्णय लिया कि
👉एक जनसभा हम ऊंचाहार में करते हैं जिससे कि समाज को मजबूती मिलेगी और बल मिलेगा समाज कही से कमजोर नहीं है और समाज की एक जुटता दिखेगी
👉जो पिछले 1 महीने से उठा पटक चल रही है उसमें विरोधियों को सबक मिलेगा
👉मगर जनसभा का विरोध अपने समाज के ही नेता गांव-गांव जाकर गाड़ियों को रोका फोन करके जनसभा में जाने को मना किया
👉पोस्टर फ़ड़वाये लोगों को जाने से रोका
लोगों को धमकी दी वहां मत जाना नहीं दंगा हो जाएगा
👉पूरी ताकत लगा दी ऊंचाहार में समाज की एकता न दिखे जन सभा फेल हो जाए
👉जबकि अभी कोई चुनावी समय नहीं था समझदार होते तो समझते इस जन सभा का क्या मतलब है
👉खैर जन सभा को चुनावी बता दिया तो अब चुनाव तो लड़ना ही है पार्टी को और चुनाव जीतना भी है
👉 पिछले एक महीने से रायबरेली में उठापटक का जिम्मेदार कौन है
👉जो पूरे समाज को गाली कौन दिलवा रहा है सिर्फ अपने राजनीतिक लाभ के लिए
👉कौन व्यक्ति समाज में वैमनस पैदा कर अपनी राजनीतिक रोटियां सेकना चाहता है
👉 जबकि माननीय बाबू सिंह कुशवाहा जी 2016 से लगातार समाज और वंचितों की लड़ाई लड़ रहे है समाज को एक करने का प्रयास कर रहे है
समझदारी से काम लेते तो पिछले एक महीने से चल रही उठा पटक को देखते हुए समाज को मजबूती मिलती है और समाज और मजबूत होता है और सर्व समाज में मैसेज जाता रायबरेली में मौर्य समाज एक है
समाज विचार करे 🙏🙏