24/07/2025
नग्न अवस्था में फ्रिज में पैक ये लड़की काजल दीदी है..
प्यारी काजल दीदी.. महान काजल दीदी..
लिव इन रिलेशनशिप वाली काजल दीदी....
आज के युग की मॉडर्न महिला सशक्तिकरण की प्रचंड समर्थक_ सेकुलरिज्म की देवी काजल दीदी.
वर्तमान महिला सशक्तिकरण= दारु, सिगरेट, नंगापन, रं**नाच.... Etc Etc
हां तो हुआ कुछ ऐसा की- महान काजल दीदी अपने मां-बाप को छोड़कर सेकुलरिज्म के ब्रांड एंबेसडर सब्बीर मियां उर्फ शम्मी के साथ रहने लगी.
वैसे भी मां-बाप के साथ कैदी वाली जिंदगी भी कोई जिंदगी है.... Chhiiii 🤮
तो पिंजरे को तोड़कर मैना_ शब्बीर मियां के साथ फुर्र हो गई... मोहब्बत/ आजादी/ सेक्युलरिज्म का संदेश देने..
पहले तो सब कुछ ठीक-ठाक चला... उसके बाद उनके महान मुगल वंशज महाराज शब्बीर मियां का मजहबी ईमान जागा.
तो एक दिन सब्बीर मियां ने अपने दीन के 7 लड़कों को घर बुलाया और सातों से एक साथ काजल का रेप करवाया...... 🙄
रेप शब्द गलत होगा- क्योंकि यह उसके लिए शबाब का काम था_ काफिर की हत्या बलात्कार मारपीट सबाब है..... 72 हूर पाने का जरिया..!
हां तो पहले तो शब्बीर मियां ने 7 दोस्तों के साथ मिलकर मिस काजल को घंटो तक कुत्तों की तरह नोचा_ फिर नोंचा, फिर नोंचा__ नोंचते रहे..
एक हड्डी तक नहीं छोड़ा..
फिर बेहोशी के हालत में जिंदा फ्रीज में पैक कर दिया.... गजब 🫢
ठंड से काजल की मौत हो गई.।
और साथ ही मौत हो गई सेक्युलरिज्म की_ या यूं कहें पिछले 1400 साल की तरह इस बार भी सेकुलरिज्म की मां **** गई.
हैवानियत की हद तो तब हो गई... जब उन 8 दरिंदो ने मरी हुई लाश से भी रेप करना शुरू कर दिया.... 🤯
{{ गजबे भौकाल है. }}
वो यहीं नहीं रुके.... उन्होंने सप्ताह दिन तक लाश के साथ बलात्कार किया ___ Sorry सबाब का काम किया.
एक मरी हुई लाश के साथ चार-पांच घंटे तक लगातार सबाब का काम करते... फिर लाश को फ्रीज में पैक कर देते थे.....
यह दिल दहला देने वाली घटना असम की है.।
वैसे ज्यादा गुस्सा होने की जरूरत नहीं है.... आपके गुस्से पर पानी फेरने के लिए- काला कोट पहनकर कोठा के दलाल बैठे हुए हैं.. जो इंसानियत की दुहाई देते हुए सबूत के अभाव में इन्हें बा-इज्जत बरी कर देंगे.... जिससे ये फिर से सबाब का काम कर सकें... 👍
जय हो सुप्रीम कोठा की
फिलहाल आप सभी मंदिर जाइए, घंटी बजाइये_ भगवान जी से लाखों करोड़ों रुपए का डिमांड कीजिए.... घर आईए खाईए पिजिए__ बिजनेस/ व्यापार कीजिए... रात में दबाकर मुर्गा खाईए और मस्त सो जाइए..
ना आवाज उठाना है_ ना कुछ बोलना है... जब तक अपनी बहन बेटी की बारी ना आ जाए,, तब तक तो एकदम नहीं बोलना है.. सेकुलरिज्म का गुण गाते रहना है
बस हर चीज सरकार पर छोड़ देना है_ और मोदी मोदी करते रहना है.. जाति जाति करते रहना है_ भाषा की लड़ाई लड़ते रहना है...
हम हिंदी-हम मराठी_ हम यादव- हम दलित_
हम ****- हम लहसन..💯