03/11/2025
एक ऐसा जनप्रतिनिधि, जिसे यह भी नहीं पता कि नींद कब आती है…
परसों रात 3-4 बजे पचपदरा के जागरण में उपस्थित रहा, अगले दिन पूरे दिन सामाजिक कार्यक्रमों में व्यस्त रहा, फिर कल रात्रि को बाबा गरीबनाथ जी मंदिर शिव के जागरण में शामिल हुआ और आज अल सुबह जोधपुर पहुंचकर फलोदी हादसे के पीड़ितों के बीच अस्पताल में रहा।
जनसेवा के इस संकल्प में न दिन का ठिकाना है, न रात का....
बस लोगों के सुख-दुःख में साथ निभाने का जज़्बा है।
उस जनप्रतिनिधि के वो शब्द याद आते हैं कि थारो भाई थारे सुख-दुख में सदैव हाजिर मिली......
सच में धन्य हो इस जनप्रतिनिधि के माता-पिता और क्षेत्रवासी