
09/09/2025
*भगवान श्री कृष्ण की जय हो! (८)🙏*
भगवान विष्णु के आठवें अवतार श्री कृष्ण ने गुरु संदीपनि से 14 विद्याएं और 64 कलाएं सीखीं। उनकी शिक्षाएं और लीलाएं हमें प्रेम, करुणा और सहानुभूति का मार्ग दिखाती हैं
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विस्तार से माहिती 14 विद्याएं और 64 कलाएं सीखीं। उनकी शिक्षाएं
🚩👉भगवान कृष्ण ने गुरु संदीपनि से 14 विद्याएं सीखी थीं, जिनमें शामिल हैं
1. *ऋग्वेद*: प्राचीन भारतीय ग्रंथों में से एक, जिसमें देवताओं की स्तुति और यज्ञ की विधि का वर्णन है।
2. *यजुर्वेद*: एक अन्य प्राचीन ग्रंथ, जिसमें यज्ञ और पूजा की विधियों का वर्णन है।
3. *सामवेद*: संगीत और मंत्रों का ग्रंथ, जिसमें यज्ञ में गाए जाने वाले मंत्रों का संग्रह है।
4. *अथर्ववेद*: एक प्राचीन ग्रंथ, जिसमें जादू-टोना, चिकित्सा और अन्य विषयों का वर्णन है।
5. *शिक्षा*: वेदों के उच्चारण और स्वर के नियमों का अध्ययन।
6. *कल्प*: वेदों में वर्णित यज्ञ और अनुष्ठानों की विधि का अध्ययन।
7. *व्याकरण*: भाषा के नियमों और व्याकरण का अध्ययन।
8. *निरुक्त*: शब्दों की उत्पत्ति और अर्थ का अध्ययन।
9. *छंद*: वेदों में प्रयुक्त छंदों और मीटर का अध्ययन।
10. *ज्योतिष*: खगोल विज्ञान और ज्योतिष का अध्ययन।
11. *सांख्य*: एक प्राचीन दर्शन, जिसमें प्रकृति और पुरुष के बारे में बताया गया है।
12. *योग*: एक प्राचीन दर्शन, जिसमें आत्म-नियंत्रण और ध्यान की विधियों का वर्णन है।
13. *वैशेषिक*: एक प्राचीन दर्शन, जिसमें पदार्थों के गुणों और विशेषताओं का वर्णन है।
14. *न्याय*: एक प्राचीन दर्शन, जिसमें तर्क और न्याय की विधियों का वर्णन है।
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👉 भगवान कृष्ण ने 64 कलाओं का ज्ञान प्राप्त किया था, जिनमें से कुछ प्रमुख हैं
1. गायन
2. वाद्य यंत्र बजाना
3. नृत्य
4. नाट्य
5. चित्रकारी
6. बेल-बूटे बनाना
7. लकड़ी की कारीगरी
8. सोने जैसी धातुओं की जांच करना
9. रत्नों को तराशना
10. फूलों की क्यारियां बनाना
11. कपड़े और आंगनों को रंगना
12. रत्नों का फर्श और शय्या बनाना
13. कठपुतली बनाना
14. पहेलियां बनाना
15. मूर्तियां बनाना
16. भेड़, मुर्गा और बटेर आदि से लड़ने की विधि
17. धनुर्विद्या
18. गदा चलाना
19. युद्ध कौशल
20. कूटनीति
21. वस्त्र सज्जा
22. आभूषण बनाना
23. सुगंधित पदार्थ बनाना
24. पेय पदार्थ बनाना
25. मालाएं बनाना
26. वेशभूषा और सजावट
27. कानों की सजावट
28. बालों की देखभाल और सजावट
29. पैरों की मालिश और देखभाल
30. फूलों और अन्य वस्तुओं से सजावट
31. कपड़ों के डिज़ाइन और सजावट
32. पान और अन्य पेय पदार्थ बनाना
33. फूलों की मालाएं पहनना
34. शय्या और बिस्तर की सजावट
35. शिकार और वन्य जीवन
36. विदेशी भाषाओं और संस्कृतियों का ज्ञान
37. विभिन्न क्रियाओं और गतिविधियों का ज्ञान
38. छल और धोखे की कला
39. वस्त्रों और आभूषणों की सजावट
40. आकाश और वायुमंडल का ज्ञान
41. विभिन्न वेशभूषा और छद्मवेश
42. आकर्षक खेलों और गतिविधियों का ज्ञान
43. नृत्य और संगीत की विशेष कला
44. वृक्षों और पौधों की देखभाल
45. रामायण और अन्य ग्रंथों का ज्ञान
46. पक्षियों की देखभाल और प्रशिक्षण
47. कबूतरों की देखभाल और प्रशिक्षण
48. मछलियों की देखभाल और प्रशिक्षण
49. फूलों की सजावट और डिज़ाइन
50. सेना की व्यवस्था और रणनीति
51. युद्ध में घोड़ों और हाथियों का उपयोग
52. विभिन्न युद्ध तकनीकों का ज्ञान
53. कवच और शस्त्रों का ज्ञान
54. घुड़सवारी और घोड़े की देखभाल
55. हाथियों की देखभाल और प्रशिक्षण
56. रथ चलाने की कला
57. जल और थल पर युद्ध करने की कला
58. विभिन्न प्रकार के शस्त्रों का ज्ञान
59. युद्ध में रणनीति और योजना
60. सेना की व्यवस्था और प्रबंधन
61. युद्ध के दौरान घायल सैनिकों की देखभाल
62. विभिन्न प्रकार के युद्धों का ज्ञान
63. युद्ध के बाद की रणनीति और प्रबंधन
64. शांति और समझौते की कला
इन 64 कलाओं में भगवान कृष्ण ने महारत हासिल की थी, जो उन्हें एक सर्वगुण संपन्न व्यक्ति बनाती हैं।
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Raval Mahesh