09/03/2025
*बच्चों के रचनात्मक संकट पर हुई परिचर्चा*
*बच्चों द्वारा बनाए चित्रों से सजी पुस्तक डांग की कथाएं का हुआ लोकार्पण*
अलीगढ। उत्तर प्रदेश भाषा संस्थान एवं अभिनव बालमन के संयुक्त तत्वावधान में सासनी गेट स्थिति बचपन प्ले स्कूल में 'पुस्तक लोकार्पण एवं संगोष्ठी ' का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन एवं माल्यार्पण के पश्चात हुआ।
अभिनव बालमन की उप संपादक संध्या ने सभी अतिथियों का परिचय कराया।
वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. अल्पना वार्ष्णेय ने कहा कि आजकल के तकनीकी के समय में बच्चों की कल्पनाशीलता कुंद हो गई है। ऐसे समय में बच्चों को रचनात्मकता के अवसर अभिभावकों द्वारा दिए जाने चाहिए।
राजीव गांधी फाउंडेशन के वरिष्ठ कार्यक्रम समन्वयक प्रतुल वशिष्ठ ने कहा कि अलीगढ़ में आकर कार्यशाला की गई और उसमें ' डांग की कथाएं ' पुस्तक हेतु बच्चों द्वारा चित्र तैयार किए गए और अब यही पुस्तक सभी बच्चों के हाथों में है। बच्चों की प्रतिभा को आगे बढ़ाना हम सभी की जिम्मेदारी है।
महर्षि विद्या मंदिर पला रोड के प्रधानाचार्य आशीष सक्सेना ने कहा कि मैं आज के समय में ऐसी पत्रिकाओं की आवश्यकता है जिससे बच्चे उससे जुड़कर अपनी रचनात्मकता को निखार सकें।
शिक्षाविद विनोद कुमार ने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य ही मनुष्य का निर्माण करना है और मनुष्य का निर्माण रचनात्मकता के साथ ही संभव है।
बचपन प्ले स्कूल की निदेशक पारुल जिंदल ने कहा कि बच्चे बहुत रचनात्मक होते हैं लेकिन तकनीकी सहित कई चुनौतियाँ बच्चों के सामने हैं। बच्चों के सृजनात्मक को ऐसे रचनात्मक कार्यों से ही आगे बढ़ाया जा सकता है। बच्चों के बनाए चित्र प्रकाशित होना महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
इस अवसर पर बाल रचनाकार वरेण्य, वत्सल, संस्कृति, पंकज, सुधांशु सहित अभिभावकों ने भी अपनी बात रखी।
सभी गणमान्य अतिथियों ने अलीगढ़ के बाल चित्रकारों के चित्रों से सजी पुस्तक ' डांग की कथाएं ' का लोकार्पण किया।
इस अवसर पर मुख्य वक्ता एस जे डी बुक डिस्ट्रीब्यूटर विशाल कुमार, बाल साहित्यकार निश्चल ने ' आज के बच्चों की रचनात्मकता एवं चुनौतियां ' विषय पर विचार प्रस्तुत किए।
कार्यक्रम में आशीष, लखन, कार्टूनिस्ट दिलीप, देवीशरण शर्मा, पल्लव शर्मा आदि उपस्थित रहे।