18/08/2025
पिता की सीख- जिंदगी भर का खजाना ❣️❣️
पिता, एक ऐसा शब्द जो अपने आप में एक संपूर्ण संसार समेटे हुए है।पिता वह छाया है जो तपती धूप में ठंडक देती है, पिता वह दीवार है जो तूफानों से बचाती है, और वह आलमारी है जिसमें जिंदगी की हर मुश्किल का हल छिपा होता है।
पिता की सीख, वे अनमोल शब्द, वे अनकहे सबक हैं, जो न केवल हमें जीने की कला सिखाते हैं, बल्कि हमें इंसान बनने का रास्ता भी दिखाते हैं।
यह एक ऐसा खजाना है, जो समय के साथ और भी कीमती होता जाता है।
जब मैं छोटा था, पिता की बातें मुझे कभी-कभी बोझिल लगती थीं।
"सच्चाई से कभी मुंह मत मोड़ना,"
"काम को छोटा न समझो,"
"धैर्य रखो, समय सब सिखा देगा"
ये वाक्य मेरे कानों में गूंजते थे, लेकिन उनके पीछे छिपा गहरा अर्थ तब समझ नहीं आता था। उस उम्र में तो बस खेल, मस्ती और अपनी छोटी-सी दुनिया ही सब कुछ थी।
लेकिन जैसे-जैसे जिंदगी ने अपने रंग दिखाए, वही सीख मेरे लिए एक मजबूत नींव बन गई।
पिता की सीख सिर्फ शब्द नहीं, बल्कि उनका जीवन जीने का तरीका होता है। मैंने देखा, कैसे मेरे पिता ने मुश्किल वक्त में भी हिम्मत नहीं हारी।
वे कहते थे, "बेटा, मुश्किलें आती हैं, लेकिन जो उनके सामने डटकर खड़ा रहता है, वही जीतता है।" उनकी यह बात मेरे मन में गहरे तक उतर गई। आज जब मैं अपनी जिंदगी की चुनौतियों से जूझता हूं, तो उनकी वह बात मुझे हौसला देती है।
पिता की सीख में एक अनोखी भावुकता होती है। वे शायद कभी खुलकर यह न कहें कि वे हमसे कितना प्यार करते हैं, लेकिन उनकी हर सलाह, हर डांट, हर नसीहत के पीछे उनका अथाह स्नेह छिपा होता है। मुझे याद है।
पिता की सीख हमें केवल सही-गलत का फर्क ही नहीं सिखाती, बल्कि हमें वह ताकत देती है, जो हमें बार-बार उठने का हौसला देती है।
उन्होंने मुझे सिखाया कि असफलता कोई अंत नहीं, बल्कि एक नई शुरुआत है।
"गिरना मना नहीं, लेकिन गिरकर रुक जाना मना है," यह उनकी वह सीख थी, जो मेरे हर कठिन पल में मेरे साथ रही।
आज जब मैं अपने जीवन के इस पड़ाव पर खड़ा हूं, तो महसूस होता है कि पिता की हर बात, हर सलाह एक अनमोल रत्न थी।
वह खजाना, जो उन्होंने मुझे बिना किसी स्वार्थ के सौंपा। यह खजाना न तो चोरी हो सकता है, न ही कभी खत्म हो सकता है। यह वह धरोहर है, जो न केवल मुझे, बल्कि मेरी आने वाली पीढ़ियों को भी रास्ता दिखाएगी।
पिता की सीख, वह धागा है जो हमें हमारी जड़ों से जोड़े रखता है। यह वह आलोक है जो अंधेरे में भी रास्ता दिखाता है। और सबसे बढ़कर, यह वह प्यार है जो शब्दों से परे, अनकहा, अनमोल और अनंत है। पिता की सीख, सचमुच जिंदगी भर का खजाना है।