
18/07/2025
मंदिर की घंटियों-सी पवित्र है ये दोस्ती,
दो गायें जब एक-दूजे के गले से लिपट जाती हैं,
प्यार की बोली उनकी आंखों में दिख जाती है,
ना कोई शब्द, ना कोई दिखावा,
बस खामोशी में छुपा सच्चा अपनापन बरस जाता है। 🐄💞