
13/07/2025
भिखारी ठाकुर जी की रचना🖋️
रउवा भी पढ़ी 🙏♥️🙏💐
आपन भोजपुरी
(कविता)
बाबूजी के मार के भाषा भोजपुरी
माई के दुलार के भाषा भोजपुरी
संघतिया इयार के भाषा भोजपुरी
मलिकाइन से प्यार के भाषा भोजपुरी।
रग-रग मे हमरा समाइल भोजपुरी
फेरू संविधान मे ना आइल भोजपुरी।
शादी-बियाहे के भात भोजपुरी
छबीस करोड़ लोगवा से नात भोजपुरी
बरसों से सहेजल आपन थात भोजपुरी
सरकारन से सहे जवन घात भोजपुरी।
राजनीति के फेरा मे अझुराइल भोजपुरी
फेरू संविधान मे ना आइल भोजपुरी।
मानल जाला एगो आपन रीत भोजपुरी
दुश्मनो से दुश्मन कहे मित भोजपुरी
छन्ने भर मे हो जाव अइसन प्रित भोजपुरी
अश्लीलता मे धसल अइसन गीत भोजपुरी।
तबो नाही घोंटते-घोंटाइल भोजपुरी
फेरू संविधान मे ना आइल भोजपुरी।
अनदेखी के भइल शिकार भोजपुरी
बोलले बिना भइल बेमार भोजपुरी
घरहीं मे रोवे हमार भोजपुरी
बुझे लागल लोगवा गँवार भोजपुरी।
हिन्दी-अंग्रेजी से लजाइल भोजपुरी
फेरू संविधान मे ना आइल भोजपुरी।
अपने लोग से माँगऽ तावे भिख भोजपुरी
बबुवा हमार अब सिख भोजपुरी
तनिको बुझाइ ना तिख भोजपुरी
कुछू ना बुझावऽ त लिख भोजपुरी।
अस्तित्व खातिर अपना चिलाइल भोजपुरी
फेरू संविधान मे ना आइल भोजपुरी।
💐💐भिखारी ठाकुर जी को शत-शत नमन।।🙏🙏💐💐💐💐💐💐💐🙏🙏
भिखारी ठाकुर जी भारतीय भोजपुरी भाषा के , नाटककार, गीतकार, अभिनेता, लोक नर्तक , लोक गायक और सामाजिक कार्यकर्ता थे। इन्हें भोजपुरी भाषा के महानतम लेखक में से एक और गीतकार और बिहार के सबसे लोकप्रिय लोक लेखक के रूप में माना जाता है। भिखारी ठाकुर को अक्सर " भोजपुरी का शेक्सपियर " और " रे ब्रेव " कहा जाता है।उनके प्रोटोटाइप में एक से अधिक नाटक,एकलाप, कविताएँ और भजन शामिल हैं, जो लगभग तीन टुकड़ों में छपे थे। उनके उल्लेखनीय बिदेसिया,घिचोर,बेटी बेचवा और भाई बिरोध शामिल हैं।गैबरघिचोर की तुलना अक्सरबार्टोल्ट ब्रेख्तके नाटक द कोकेशियन चक अपराधी से की जाती है।उन्हें महिला किरदार में पुरुष अभिनेता को कास्ट करने वाले पहले व्यक्ति के रूप में भी श्रेय दिया जाता है।
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