06/08/2025
निरपेक्ष धार्मिकता ! उच्चतम संस्कार !! न्यूनतम संघर्ष !!!
जनवादी पार्टी जिंदाबाद ! शहीद बुद्धू नोनिया अमर रहे !! सम्राट पृथ्वी राज चौहान अमर रहे !!!
समाज के प्रबुद्धजनो जनवादी साथियों आप सभी को क्रांतिकारी अभिवादन के साथ जय जनवाद!
साथियों इधर कुछ दिनों के घटना क्रम से आप सभी अत्यन्त आहत एवं दुखी होगें आप सभी को चिन्ता इस बात होगी कि आगे आने वाले विहार विधान सभा आम चुनाव 2025 एवं उ०प्र० विधान सभा आम चुनाव 2027 के लिए हमारे समाज के राजनैतिक गोलबन्दी और अधिक मजबूती से आगे कैसे बढ़ेगी। जिससे इन चुनावों में हमारे समाज के मत शक्ति को कोई नजरअन्दाज न कर सके एवं हमारी पार्टी राज सत्ता का हिस्सेदार बन सके
साथियों जनवादी पार्टी के लिए यह संकट का समय अवश्य है जव उसका मुखिया उसके बीच न होकर एक सजायाफ्ता कैदी के रूप में जनपद सोनभद्र की जिला कारागार में निरुद्ध है। परन्तु दूसरी तरफ एक आशा यह भी है कि जनवादियों के बीस वर्षों के संघर्षो ने राजनीति में इतने नेतृत्वकर्ता अवश्य पैदा कर दिया है। अगर वे सभी ठान ले तो पहले से भी कही ज्यादा मजबूत स्थिति में जनवादी आन्दोलन दिखेगा। इसको लेकर मुझे बड़ी आशा है ,एवं समाज के नौजवानों एवं प्रबुद्ध जनो पर भरोसा भी है।
साथियों मेरे मन में समाज के किसी व्यक्ति नेता, कार्यकर्ता के प्रति कभी कोई दुर्भावना नहीं रही जो जिस भावना एवं आशा से जनवादी आन्दोलन का हिस्सा बना मेरा प्रयास रहा है कि में उसके लक्ष्य में सहायक बन सकू, उसके काम आ सकू। मेरे मन में कभी भी किसी के प्रति छल एवं कपट का भाव नही रहा। सबको आगे बढ़ाने का प्रयास किया एवं सबको साथ लेकर जनवादी पार्टी को कैसे और मजबूत बना सकू उसके किए जो हो सका प्रयास किया।
साथियों हम मानते है कि बिगत 2022 के विधानसभा के आम चुनाव उ.प्र.के बाद कुछ ऐसी स्थितियां पार्टी में उत्पन्न हुई। जिसको लेकर पार्टी कार्यकर्तायों के साथ-2 समाज के अन्दर भी पार्टी को लेकर हाताशा एवं निराशा का भाव पैदा हुआ जिसके कारण पार्टी की गति विधियां कुछ शिथिल सी पड़ गयी इस बात की दुःख एवं पीड़ा हमे भी है।
जब कार्यकर्तायों के बीच आपसी मन मुटाव बढ़ता है। और एक दूसरे को लोग सशंकित भावना से देखने लगते हैं। जो बाते नहीं भी होती है लोगों के बीच में फैलने लगती हैं जिसका परिणाम आप सबने देखा होगा कि पार्टी में टूट हुई, विखराब उत्पन्न हुआ जो कल तक एक होकर विरोधी पार्टियों से लड़ रहें थे वही लड़ाई अपनो के बीच में छिड़ गयी जिसके परिणाम स्वरूप पार्टी कमजोर हुई आपने देखा होगा एवं सुना हेगा कि लोग मेरे चरित्र एवं व्यक्तित्व पर तमाम प्रश्न चिन्ह अपनों ने ही खड़ा किया एवं जनवादी पार्टी को कमजोर करने के लिए वह सब किया जो वे कर सकते थे। और अन्त में वे सभी लोग उन्हीं के साथ खड़े नजर आ रहे हैं जिसके खिलाफ मेरे साथ खड़े होकर लड़ने की कसमें खाई थी समाज की दुहाई भी दिये थे और परिणाय देख सकते है कि वे जीत गये 'हमे कमजोर करके' ,जो लोग कभी अपनी जीत जनवादियों के बिना सम्भव नही मानते थे।
प्रियजनों, हम भी इंसान हैं भगवान नहीं है कि हमसे गलतियां नहीं होगी। सैकड़ो निर्णयों में दो चार गलत हो ही जायेगें उन गलत निर्णयों के लिए हम सार्वजनिक रूप से आप सभी से क्षमा याचना करते हैं। परन्तु मेरे मन में कभी भी किसी के प्रति दुर्भावना नही रही" न ही दुर्भावना वस हमने निर्णय लिया है परन्तु सत्य यह है कि छल मेरे साथ हुआ समाजवादी पार्टी ने किया हम चाह करके भी अपनो को वह नहीं दे सके जिस पर उनका हक बनता था। तमाम तरह की चर्चाये भी हुई। आरोप प्रत्यारोप का दौर चला लेकिन सच यही था कि बाते मेरे और आखिलेश के वीच हुई थी तीसरा कोई था ही नही।
इन परिस्थितियों में साथियों को मुझ पर भरोसा करना चाहिए था । समाजवादियों पर नहीं क्योंकि समाज वादी पार्टी कबसे आपके भला के बारे में सोचने लगी। और यदि ऐसा करने का दिखावा कर रहे है तो उसके पीछे की साजिस आपको देखना चाहिए था आज वे आप में फूट डालकर आपको कमजार करने में सफल हो गये । और आज भी किंकर्तव्य विमूढता में कुछ लोग उनके साथ हो लिए है । साथियों अब भी समय है बस सही दिशा में आप एक साथ चलने का निर्णय ले लिजिए सब ठीक हो जायेगा।
साथियों हमने हमेशा अपने स्वार्यों से उपर उठकर पार्टी के हित को ध्यान में रख कर कार्य किया कर्म ,वचन ,मन से हमेशा लगातार पार्टी का काम अपनो को मुश्किल में रखकर किया है। मन में एक ही आकांक्षा रही है। समाज की गोलबन्दी को मजबूत करके सत्ता के केन्द्र में अपनो को बिठा कर समाज को मान - सम्मान एवं स्वाभिमान से जीने की तरफ ले जाना। जनवादी पार्टी की जो भी ताकत आपने बनायी समाज को कभी जरूरत पड़ी हर सम्भव वहां खड़ा रहकर उनका साथ देने का काम किया है। आज की स्थिति में मुझे चार वर्ष का: कारावास कोर्ट द्वारा दिया गया है जिस घटना के आलोक में यह निर्णय आया है वह O.B.C S.C के आरक्षण के वर्गीकरण के संदर्भ में जनबादी पार्टी का प्रदेश व्यापी आन्दोलन उस दिन था। मेरा बस इतना स्वार्थ था कि समाज के पढ़ने लिखने वाले बच्चों की शिक्षा और नौकरी में दूसरा कोई हकमारी न कर सके। कोर्ट के आये फैसले के बाद, हम किसी भी सम्बैधानिक पद को प्राप्त नहीं सकते है न, ही चुनाव लड़ सकता हूँ। लेकिन रंचमात्र भी मुझे इसका कोई मलाल नहीं है। क्योकि सांसद, विधायक बनना ही मेरा लक्ष्य नहीं रहा है, मेरा लक्ष्य तो सामाजिक, राजनितिक एकीकरण तब भी रहा है और आज भी है और आगे भी रहेगा इसके लिए हर उस काम को करने के लिए तैयार रहूँगा जो मुझसे सम्भव होगा।
आप सभी से आग्रह पूर्वक निवेदन करता है कि अपने-२ स्वार्थों को नजरअन्दाज करते हुए एक होने का समय आ गया है। तमाम पार्टी या दल बनाकर नहीं वल्कि एक हो कर 2027 के चुनाव में कुछ बड़ा किया जा सकता है। आप सभी जनवादी परिवार से निकले एक जुगुनु बनकर अलग-2 जगहों एवं दिशा में चमकर रहे हैं। जिसे कोई ढंग से देख भी नहीं पा रहा है। आप सभी घर वापसी करके एक चट्टानी एकता के साथ बढ़िये और उन तमाम लोगों को मुँह तोड़ जबाब दिजिए जो आप को कमजोर समझ रखे है। क्योकि लाखो जुगुनु एक साथ मिलकर चमकने लगते है तो पूर्णमासी का चाँद भी फीका पड़ जाता है। यह संदेश मऊ सदर विधान सभा के उप-चुनाव में आप सभी देगें इसी आशा एवं विश्वास के साथ क्रांन्तिकारी अभिवादन के साथ जय जनवाद !
आपका शुभचिंतक
डॉ संजय सिंह चौहान
सजायाफ्ता कैदी जिला कारागारसोनभद्र
जेल पत्र के जारीकर्ता :- सत्य कुमार चौहान। ( उ. प्र.)
प्रमुख प्रदेश महासचिव जनवादी पार्टी (उत्तर प्रदेश)