Naukagaon village

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18/05/2025

आइए जनहित में
नवकागांव के अस्तित्व के लिए ,,,,,,,

आवाज को और बुलंद कर लो
03/05/2025

आवाज को और बुलंद कर लो

मोहन छपरा शिवचक जो हमेशा से उपेक्षा का शिकार होता रहा है प्रतिनिधि आते गए और वादा करके निकलते गए कभी किसी ने उन्हें अपने...
10/04/2025

मोहन छपरा शिवचक जो हमेशा से उपेक्षा का शिकार होता रहा है प्रतिनिधि आते गए और वादा करके निकलते गए कभी किसी ने उन्हें अपनेपन का अहसास दिलाया ही नहीं ,,,, लेकिन #रवि प्रताप सिंह सेवक का #जनहित के प्रति हमेशा मुखर रहना लोगो के सुख दुख में सम्मिलित होना ये एक #सच्चे सेवक की कर्तव्य को दर्शाता है
आपके इस सफल प्रयास के लिए साधुवाद ,,,,,,,,

जय मां दुर्गा पूजन उत्सव ग्राम सभा नौका गांव हमारे हिंदू धर्म में एक मान्यता रही है कि जब नवागत  तिथियां का आगमन होता है...
05/10/2024

जय मां दुर्गा पूजन उत्सव ग्राम सभा नौका गांव
हमारे हिंदू धर्म में एक मान्यता रही है कि जब नवागत तिथियां का आगमन होता है जिनके हम अपने धर्म में पूरे हर्षो उल्लास के साथ स्वागत करते हैं इस प्रकार दुर्गा पूजा उत्सव में मां का आगमन होने वाला है वैसे ही कमेटी कैसे समस्त कार्यकर्ता पूरे तन मन धन से लगे हुए हैं कि आगे आने वाले वर्ष में भी हमारे हिंदुत्व की परंपरा को कायम रखा जा सके और समाज को अच्छा संदेश दिया जा सके इसी क्रम में हमारे शजय मां दुर्गा पूजा समिति नवका गांव के समस्त कार्यकर्ताओं द्वारा चट्टी पर पंडाल निर्माण में समय जुटे हुए हैं जय माता दी

हम साथ चले तो जीतेंगे  #नवकागाँव
16/08/2024

हम साथ चले तो जीतेंगे #नवकागाँव

जय माँ काली नवकागावँ वाली ाता_दी
12/08/2024

जय माँ काली नवकागावँ वाली
ाता_दी

26/07/2024
अब कोहड़ा फूटी गांव भर में बटी।  बारिश के समय से ही गांव में कद्दू यानि कोहड़ा की बहार रहती है। हमारी तरफ कद्दू को बेटा का...
24/07/2024

अब कोहड़ा फूटी गांव भर में बटी।
बारिश के समय से ही गांव में कद्दू यानि कोहड़ा की बहार रहती है। हमारी तरफ कद्दू को बेटा का प्रतीक मानते है और लौकी को बेटी का प्रतीक मानते है इसलिए जिसके पास बड़ा बेटा होता वो माता पिता ज्येष्ठ माह का कद्दू और जिनके बेटी बड़ी हो वो ज्येष्ठ माह की लौकी नहीं खाते है।
कद्दू कभी साबुत काटा नहीं जाता है उसे पटक कर पहले फोड़ते है फिर सब्जी कटती है।
किसी छप्पर के किनारे पर ढेर सारा गोबर की खाद मिट्टी मिलाकर आप कद्दू के बीज बो दीजिये कभी कभार पानी डाल दे ताकि बीज और मिट्टी नम रहे। कुछ दिन में ही सर पर छतरी ताने इसके पौधे उठ खड़े होंगे। पौधे जब एक हाथ बड़े हो जाये तो लकड़ी गाड़कर उन्हें सहारा देकर ऊपर की तरफ जाने को कहिये। कुछ दिन में वो आपकी बात मानकर ऊपर की तरफ रुख करेगे और छप्पर को अपनी सम्पत्ति समझकर उस पर पूरी तरह फ़ैलकर उस पर कब्जा जमा लेंगे।
धीरे धीरे उनमें ढेर सारी कलिया, फूल आने शुरू हो जाते है। सब फूल में कद्दू लगे ये जरूरी नहीं है। दस में से दो फूल ऐसे होते है जिनमे कद्दू का फल लगता है। तो बाकी के जिन फूलों में कद्दू नहीं लगने वाले उन्हें खराब होने से पहले तोड़ लीजिये और उनकी बढ़िया मस्त पकौड़े बनाये और चाय के साथ आंनद ले।
कद्दू की बेल जितनी फ़ैलनी होती है फ़ैल जाती है सो उनकी बाकी जो नई नई कोपल निकलती है उन्हें और जिन कलियों में फल नहीं लगने वाले है उन्हें तोड़ कर साफ करके बढ़िया सा साग बनाये रोटी या भात के साथ खाये।
जिन फूलों में कद्दू की बतिया लग गई है उन्हें छूने से बचे क्योंकि ये छूने से मर जाती है। इनका वैज्ञानिक कारण मुझे नहीं पता है लेकिन इसका जिक्र तो लक्ष्मण जी भी उस समय करते है जब धनुष भंग होने से परशुराम जी क्रोधित होते है तब लक्ष्मण जी कहते है कि ---इहा कोम्ह्ड़ बतिया कोउ नाही
जे तर्जनी देखी मर जाहि
मतलब ये माना गया है कि तर्जनी उंगली दिखाने पर कद्दू की बतिया मर जाती है।
जब कद्दू थोड़ा बड़ा हो जाता है लेकिन नरम ही रहता है तबसे आप तोड़ तोड़कर बनाना शुरू कर सकते है नरम कद्दू को आप छिलका सहित काट ले और सरसो दाने हींग हरी मिर्च के साथ तड़का लगाए गल जाने पर तीखा चटपटा नमक डालकर बनाये बहुत स्वादिष्ट बनता है।
थोड़ा बड़े होने पर छिलका कड़ा हो जाता है बीज कड़े हो जाते है तो छिलका उतार कर बनाये बीज रखना निकालना आपकी मर्जी है लेकिन मुझे तो सब्जी में इसके बीज पसंद है इसलिए मै तो रखती हूँ। बड़े लेकिन कच्चे कद्दू को भी सादा बनाइये या फिर कच्चा मसाला पीस कर बनाये दोनों तरह से स्वादिष्ट बनता है।
पकने पर ये छिलका गूदा समेत पीला हो जाता है। पका कद्दू तोड़कर आप काफ़ी समय तक ऱख सकते है जल्दी खराब नहीं होता है।
पके कद्दू के बड़े बड़े टुकड़े करके भाप से पका कर यू ही हम सब बचपन में खाया करते थे बहुत स्वादिष्ट लगता था। यदि फीका लगे तो थोड़ा सा गन्ने का रस डालकर पकाये।
पके कद्दू की तो कई प्रकार की सब्जी बनती है। आप सिर्फ नमक डालकर सादी सब्जी बनाइये, कच्चा मसाला डालकर बनाइये या फिर थोड़ा सा गुड और खटाई डालकर खट्टी मिट्ठी बनाये इस खट्टी मिट्ठी सब्जी में आप किशमिश डालकर शाही सब्जी बना ले। लखनऊ में ज्येष्ठ माह के मंगलवार के भंडारे की कद्दू की सब्जी और पूड़ी तो सबकी पसंदीदा है।
पकने के बाद कद्दू की सब्जी जब बनती है तब बीज निकाल दिये जाते है इन बीजो को तवे पर सेक कर खाइये बहुत स्वादिष्ट बहुत स्वास्थ्यवर्धक होते है। इन्हे सुपर सिड्स के नाम से जाना जाता है। काफ़ी ऊँची क़ीमत पर इनकी गिरी बिकती है।
मेरी कद्दू के बारे में बस इतनी ही जानकारी थी बाकी आप सब लोग कॉमेंट में बताये।

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कार्य प्रगति पर है जय माँ काली नवकागांव वाली 🙏
23/07/2024

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आजादी के बाद  बिचला टोला में सीसी रोड की नीव पड़ी 12 साल तक किसी जनप्रतिनिधि ने सुध नहीं ली पूरे होते वादे रवि है तो मुम...
08/07/2024

आजादी के बाद बिचला टोला में सीसी रोड की नीव पड़ी
12 साल तक किसी जनप्रतिनिधि ने सुध नहीं ली

पूरे होते वादे
रवि है तो मुमकिन है
नवकागांव बिचला टोला कामेश्वर ठाकुर के घर होते हुए कौशलेंद्र सिंह के द्वार जीएस गड्ढे से होते हुए सुरेंद्र शाह के घर से लगे राहुल तिवारी के घर होते हुए सम्पूर्ण कुम्हार बस्ती से लगे सड़क जयराम तिवारी के द्वार तक सीसी रोड निर्माण कार्य

शत् शत् नमन
09/05/2024

शत् शत् नमन

आपकी दिव्य आत्मा को पूरे ग्राम सभा श्रद्धांजलि अर्पित करता है 🙏🙏
आप जैसा ना कोई था ना होगा

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