
22/04/2025
नाम पूछा, धर्म पूछा और फिर कश्मीर में आतंकीयों ने गोली मार के बीसियों के ऊपर जान ले ली।
इस वेदना, क्रोध और घृणा को शब्दों में कह पाना बहुत दुरूह जान पड़ रहा है। लेकिन अब कश्मीर से आतंक, अलगाववाद, अतिवाद और पिशाची मानसिकता का अंत होना चाहिए, फिर क़ीमत चाहे कुछ भी हो।
इस कायरना व दरिंदगी से परिपूर्ण आतंकी हमले के घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ, दिवंगत आत्माओं को शांति, व इस बर्बरता के जिम्मेदारों को अत्यंत कष्टदायी मौत मिले, प्रभु श्रीराम से यही प्रार्थना करता हूँ।