08/07/2025
प्रेरक प्रसंग
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इटली के टस्कनी के एक छोटे से गांव में एक बेकरी है, जो हर सुबह 4:30 बजे खुल जाती है। किसी को नहीं पता कि ये बेकरी कितने सालों से वहाँ है। ताज़े बने हुए ब्रेड की खुशबू अंधेरे में डूबी गलियों में फैल जाती है, और कभी-कभी कोई राहगीर रुक कर गरम लोफ खरीद लेता है, काम पर जाने से पहले।
उस बेकरी का मालिक है मारियो। वह 74 साल का है। पिछले 51 सालों से, हर एक दिन — बिना किसी छुट्टी के — वह अकेले ही आटा गूंथता है, ब्रेड बेक करता है और उन्हें काउंटर पर सजाता है। न छुट्टी, न कोई अवकाश। जब लोग उससे पूछते हैं कि वह रिटायर क्यों नहीं होता, तो वह बस इतना कहता है:
"जब तक किसी को सुबह गरम ब्रेड की ज़रूरत होगी, मैं यहीं रहूंगा।"
लेकिन लोगों को सबसे ज़्यादा जो बात छूती है, वो सिर्फ उसकी मेहनत नहीं है। असल बात वो है जो वह हर शनिवार करता है — बिना कभी किसी को बताए।
हर शुक्रवार सुबह 6 बजे, मारियो पाँच थैलियाँ ब्रेड और फोकाचिया से भरकर उस छोटे से स्थानीय प्रीस्कूल के दरवाज़े पर रख आता है — एक पुरानी इमारत, जिसकी दीवारों पर बच्चों की ड्रॉइंग्स बनी होती हैं। कोई उसे आते नहीं देखता, लेकिन अध्यापकों को अब पता है। सालों पहले उन्होंने सिक्योरिटी कैमरों की जाँच करके जाना कि ये अनाम तोहफा कौन छोड़ जाता है।
एक बार उन्होंने मारियो को धन्यवाद देना चाहा, लेकिन उसने सिर्फ इतना कहा:
"ये ब्रेड उनके लिए है जो बढ़ रहे हैं। मैंने अपना बेटा पाँच साल की उम्र में खो दिया था। यही तरीका है मेरा उसकी याद को ज़िंदा रखने का।"
तब से, हर शुक्रवार, बच्चों को उनका "जादुई ब्रेड" दरवाज़े पर मिल जाता है, और शिक्षक उन्हें मारियो की कहानी सुनाते हैं — उसका नाम लिए बिना, सम्मान में। वे उसे कहते हैं — "दिल वाला बेकरी वाला", The Baker of the Heart।
एक महीने पहले, मारियो बीमार हो गया। पचास सालों में पहली बार बेकरी बंद रही। यह बात पूरे गांव में फैल गई, और उस रविवार, 200 से ज्यादा लोग उसकी बेकरी के बाहर इकट्ठा हो गए। हर किसी के हाथ में एक घर में बना हुआ ब्रेड रोल था। सब खामोशी से खड़े रहे — उस रोशनी का इंतज़ार करते हुए जो हर सुबह बेकरी में जलती थी।
थोड़ी देर बाद, मारियो बाहर आया — उसकी एप्रन पर आटे के दाग थे, और आंखों में आंसू।
उसने बस एक बात कही:
"मैंने सोचा था इतने सालों बाद कोई मुझे याद नहीं रखेगा... लेकिन तुम सब ही तो मेरी गरम ब्रेड हो।"