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सिद्धार्थनगर में स्कूलों का समय बदला, अब सुबह 7:30 से 12:30 बजे तक पढ़ाई
25/07/2025

सिद्धार्थनगर में स्कूलों का समय बदला, अब सुबह 7:30 से 12:30 बजे तक पढ़ाई

23/07/2025

ED Registers FEMA Case Against Flipkart-Backed Myntra for Alleged FDI Violation Worth ₹1,654 Crore

22/07/2025

CM योगी से मिलने अचानक CM आवास पहुंचे बृजभूषण शरण सिंह, सियासी हलचल तेज

22/07/2025

मुख्यमंत्री पंचायत प्रोत्साहन योजना 2025: आवेदन शुरू
उत्तर प्रदेश की ग्राम पंचायतों के लिए मुख्यमंत्री पंचायत प्रोत्साहन योजना-2025 के तहत ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू हो गई है।

जिन पंचायतों ने उत्कृष्ट कार्य किए हैं, वे 16 अगस्त 2025 तक आवेदन कर सकती हैं।

📌 आवेदन के लिए पोर्टल:

mbhumi.upprd.in (CM Award सेक्शन)

cmawards.upprd.in

10/07/2025

ब्रेकिंग: दिल्ली में 4.1 तीव्रता का भूकंप, राजधानी क्षेत्र में महसूस किए गए झटके।

09/07/2025

आज सुबह बारिश के बाद, बांसी कोतवाली रोड बन गई राप्ती नदी।

वीडियो: सरदार बूट हाउस

बलरामपुर के छांगुर बाबा की कहानी सुनकर अगर आप चौंक गए हैं, तो माफ़ कीजिए, आप शायद भारत में नहीं रहते।क्योंकि यहाँ 'बाबा'...
08/07/2025

बलरामपुर के छांगुर बाबा की कहानी सुनकर अगर आप चौंक गए हैं, तो माफ़ कीजिए, आप शायद भारत में नहीं रहते।

क्योंकि यहाँ 'बाबा' होना अब कइयों के लिये एक करियर ऑप्शन बन गया है।

छांगुर बाबा, जिनका असली नाम जमालुद्दीन है, कभी साइकिल पर नग बेचते थे। लेकिन फिर उन्होंने कुछ समझ लिया – आस्था बिकाऊ है।
लोगों को चमत्कार चाहिए।

तो उन्होंने बाबा बनकर वो सब दिया... सपनों में।

और बदले में ले ली 100 करोड़ की संपत्ति, विदेशी फंडिंग, आलीशान कोठियाँ, राजनीतिक कनेक्शन, और हाँ दर्जनों मासूम औरतों की ज़िंदगी।

ATS ने पकड़ा तो पता चला – बाबा साहब 40 इस्लामी देशों की यात्रा कर आए थे, प्रेमजाल बिछा कर धर्मांतरण करवा रहे थे, और हर ‘क्लास’ की लड़की की अलग रेट थी।
ब्राह्मण लड़की के इतने लाख, ठाकुर की इतनी बोली – जैसे मंडी लगी हो।

लेकिन यह सब सुनकर अगर आप सोचें कि “ये तो एक धर्म विशेष बाबा की बात है”, तो रुको ज़रा –यही सोच तो सबसे ज़्यादा बिकती है।

क्योंकि हर धर्म में छांगुर बाबा जैसे धंधेबाज़ बैठे हैं।

धर्म सबका अलग हो सकता है, लेकिन धंधा एक ही है – डर बेचो, चमत्कार बेचो, और जो इंसान की अक्ल के अंधे है वही इनके टारगेट ऑडियंस है।

पर अब सवाल बाबा पर नहीं है –
सवाल हम पर है।

सच ये है कि छांगुर बाबा अकेले नहीं थे

इस धंधे के सबसे बड़े इन्वेस्टर हमारे समाज में ऐसे अक्ल के अंधों का बहुत अधिक योगदान हैं।

ऐसे लोग वहाँ अपनी माँ की बीमारी लेकर जाते हैं, बहन की शादी के उपाय वहाँ पूछते हैं, अपने दुख का इलाज वहाँ करवाते हैं।

अब बताओ — सबसे बड़ा सी वो है, जिसने चूसा? या तुम, जो चूसने दिया?

05/07/2025

बांसी राप्ती पुल के पास हाल ही में उद्घाटन हुई 'रुद्र योग मुद्रा' की मूर्ति का चबूतरा नीचे से धंस गया है जिससे चबूतरे पर लगी टाइलें टूट चुकी हैं।

05/07/2025

Bansi बिजली (EDD) ऑफिस जाने वाले इस रास्ते की हालत देखिए। यहां रोज़ाना सैकड़ों उपभोक्ता, अधिकारी और कर्मचारी आते हैं, लेकिन रास्ते का हाल ऐसा है जैसे हादसे को न्योता दे रहा हो। हैरानी की बात ये है कि अब तक किसी भी अधिकारी ने इसकी सुध नहीं ली। जैसे सब आंखें बंद करके निकल जाते हैं।

UPPCL DM Siddharthnagar Chief Minister Office Uttar Pradesh

बृजेश सोलंकी, उत्तर प्रदेश के 22 साल के राज्य स्तरीय कबड्डी खिलाड़ी की मौत हाल ही में रेबीज़ से हो गई। रिपोर्ट्स के मुता...
04/07/2025

बृजेश सोलंकी, उत्तर प्रदेश के 22 साल के राज्य स्तरीय कबड्डी खिलाड़ी की मौत हाल ही में रेबीज़ से हो गई। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कुछ हफ्ते पहले उन्होंने एक नाले से एक आवारा पिल्ले को बचाया था, जिसके दौरान उन्हें पिल्ले ने हल्के से काट लिया था। उन्होंने इस मामूली से कट को नज़रअंदाज़ किया और वैक्सीन नहीं लगवाई। कुछ ही हफ्तों में रेबीज़ के लक्षण दिखे और इलाज शुरू होने से पहले ही उनकी जान चली गई।

इस हादसे से हमें एक बहुत ज़रूरी सीख मिलती है , रेबीज़ को कभी हल्के में न लें। थोड़ी सी सावधानी आपकी जान बचा सकती है।

रेबीज़ से जुड़ी ज़रूरी बातें (हर किसी को पता होनी चाहिए):

1. रेबीज़ एक बार हो जाए तो 100% जानलेवा है।

2. किस जानवर से फैल सकता है?
कुत्तों से सबसे ज़्यादा, लेकिन बिल्ली, बंदर, चमगादड़, सूअर, ऊँट वगैरह से भी फैल सकता है।

3. कैसे फैलता है?
काटने से
अगर ज़ख्म वाली जगह को जानवर चाट दे
खरोंच जहां लार लगी हो
लार आंख, मुंह या नाक में चली जाए

4. लक्षण कब दिखते हैं?
1 से 3 महीने में, लेकिन कभी-कभी कुछ दिन में या 1 साल बाद भी आ सकते हैं।
एक बार लक्षण आ गए, तो इलाज नहीं होता।

5. अगर काट ले या खरोंच आ जाए तो क्या करें?
घाव को तुरंत साबुन और बहते पानी से 15 मिनट तक धोएं
बेटाडीन या एंटीसेप्टिक लगाएं
और तुरंत डॉक्टर के पास जाएं

6. अगर जानवर को वैक्सीन लगी हो, तब भी डॉक्टर को दिखाएं।
क्योंकि भारत में पालतू जानवरों का वैक्सीनेशन पूरी तरह रेगुलर नहीं है।

7. इलाज क्या होता है?
सिर्फ छू गया/चाटा → पानी से धोना
हल्की खरोंच (बिना खून) → वैक्सीन
गहरा ज़ख्म, खून, चेहरे या सिर पर काटा हो → वैक्सीन + इम्यूनोग्लोबुलिन
फैसला डॉक्टर को करने दें, खुद अनुमान न लगाएं।

8. बच्चों को ज़रूर समझाएं:
बच्चे अक्सर छोटी चोट या खरोंच को छिपा लेते हैं। उन्हें सिखाएं कि जानवर के संपर्क में आने पर तुरंत बताएं।

03/07/2025

अमृत भारत योजना के तहत ₹10.9 करोड़ की लागत से बना सिद्धार्थनगर रेलवे स्टेशन की प्लेटफ़ॉर्म की दीवारों से कुछ ही हफ़्तों में प्लास्टर झड़ने लगा। प्रधानमंत्री मोदी ने इसका वर्चुअल उद्घाटन 22 मई को किया था।

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