Active Teacher Creativities

Active Teacher Creativities Rajveer Singh
Assistant Teacher
Posted in
Model Primary School Bakainia Dixit
Block- Barkhera
District- Pilibhit (U.P.) Home District- Bulandshahr (U.P.)
(3)

भयमुक्त वातारण... शिक्षक छात्र आत्मीय सम्बन्ध...80% छात्र उपस्थिति ऐसे ही नहीं हो जाती है इसके लिए बड़ा संघर्ष करना होता ...
25/07/2025

भयमुक्त वातारण... शिक्षक छात्र आत्मीय सम्बन्ध...
80% छात्र उपस्थिति ऐसे ही नहीं हो जाती है इसके लिए बड़ा संघर्ष करना होता है...

आज से तीन वर्ष पुरानी यानी आज ही के दिन 25/07/2022 की छात्र उपस्थिति

24/07/2025

English Poem- Wake up, wake up
कक्षा-4 की छात्रा शिवांशी ने सुनाई अपनी पाठ्य पुस्तक की पहली कविता
Department of Basic Education Uttar Pradesh

24/07/2025

डबल बेंच से मर्जर मैटर पर बडी राहत..

Status quo का आदेश पारित हुआ है।

अबसे अग्रिम आदेश तक कोई भी विद्यालय मर्ज नहीं किया जायेगा।
👉जिन विद्यालय के मर्जर आदेश हो चुके हैं लेकिन जो विद्यालय अभी तक शिफ्ट नहीं हुए हैं वो अपने पुराने स्थान पर ही चलते रहेंगे।
👉सरकार को काउंटर दाखिल करना है, उसके बाद बच्चों के अधिवक्ता अपना उत्तर लगाएंगे। अगली सुनवाई 21 अगस्त को होगी।

👉बच्चों और शिक्षकों के लिए ये अत्यंत राहत भरी खबर है।

23/07/2025

कक्षा-1 के छोटे-छोटे बच्चों ने बताया अपना परिचय..
आज कक्षा-1 में पीरियड पड़ा.. क्योंकि आज उन बच्चों के साथ पहला दिन था..इसलिए सोचा कि पहले उनसे उनका नाम, कक्षा और कहाँ रहते हो... ये जाना जाय जिससे उनसे घुलने मिलने आसानी होगी.. बच्चे भी हमसे बात करने सहज महसूस करेंगे...
हमने बारी-बारी से सभी बच्चों को बुलाया और उनसे उनका परिचय उन्हीं की तोतली आवाज में जाना... आप भी सुनिए की हमारे नन्हे बच्चों ने अपना परिचय कैसे दिया..
छोटे बच्चों के साथ हमें इस तरह से पेश आना चाहिए कि उन्हें लगे कि हम उन्हें पढा नहीं रहे बल्कि उन्हें खेल खिला रहे हैं।
बच्चों को पता भी न चले और वे खेल-खेल में अपना परिचय देना भी सीख जाएं।
यह गतिविधि भी शिक्षक-छात्र आत्मीय सम्बन्ध का एक चबा उदारहण है।
Department of Basic Education Uttar Pradesh

एक था जो स्कूल वो अब घर से दूर हो गया।गरीब का बच्चा फिर से शिक्षा से मजबूर हो गया।।   #बेसिक  #मर्ज
23/07/2025

एक था जो स्कूल वो अब घर से दूर हो गया।
गरीब का बच्चा फिर से शिक्षा से मजबूर हो गया।।
#बेसिक #मर्ज

पहला मामला--👉स्कूल बंद होने की जानकारी होने पर रो पड़े बच्चे, इन बच्चो का वीडियो हुआ तेजी से वायरल👉 2 किमी० दूर स्कूल मे...
23/07/2025

पहला मामला--
👉स्कूल बंद होने की जानकारी होने पर रो पड़े बच्चे, इन बच्चो का वीडियो हुआ तेजी से वायरल

👉 2 किमी० दूर स्कूल में पढ़ने जाने से बच्चों ने किया इंकार

दूसरा मामला--
👉गांव का विद्यालय छोड़कर 4 किमी० दूर शिफ्ट किए गए बच्चे!
#स्कूल_मर्जर #बेसिक

बेसिक की सच्चाई तो यही है...सरकारी स्कूल के बच्चों पर अभिभावक कितना ध्यान देते हैं, आप स्वयं ही देख लीजिए...  मेरे विद्य...
22/07/2025

बेसिक की सच्चाई तो यही है...
सरकारी स्कूल के बच्चों पर अभिभावक कितना ध्यान देते हैं, आप स्वयं ही देख लीजिए...
मेरे विद्यालय के कुछ बच्चे कथित तौर पर प्राइवेट स्कूल में पढ़ने जा रहे थे... वास्तविकता जानने के लिए एक दिन मैं उस स्कूल में गया..मैंने देखा कि एक औरत जो अपने बच्चे को स्कूल पहुंचाने गई थी..
मुझे देखकर लज्जित होती हुई कहने लगी,"गुरुजी तीन साल से सरकारी में जा रहा था। इसे कुछ आता-जाता ही नहीं था, तो हम सोचे कि इसका नाम प्राइवेट स्कूल में ही लिखा दें।

मैं बोला - "यह तो बहुत अच्छी बात है कि आप अपने बच्चे के प्रति इतनी जागरुक हैं.. अच्छा ये बताओ इसे काजल कौन लगाया है?
महिला (खुश होते हुए) बोली- "गुरु जी हम ही लगाए हैं।"

मैं बोला - "और पाउडर, तेल, कंघी...?"

महिला (जो अब वह प्रसन्न व सहज थी) बोली- "गुरुजी ये सब हम ही लगाए हैं और कंघी भी हम ही किए हैं.. और हाँ ड्रेस भी सिलवा दिए हैं, जूते-मोजे और बैग भी खरीद दिए हैं।

मैं बोला - "अच्छा! ये बताओ कि आप कितने दिन बच्चे को यहां स्कूल तक पहुंचाई हैं?"

महिला बोली -"अभी 15 दिन हुआ है नाम लिखाए, तब से हर दिन पहुंचाए हैं और इसका टिफिन भी हमें ही लगाना पड़ता है।"

मैं बोला - "अच्छा! जब यह तीन साल तक सरकारी स्कूल में पढ़ रहा था, तब कितने दिन इसे काजल, तेल और पाउडर लगाई थीं और कितने दिन इसके बाल कंघी की थीं?

इस बार महिला थोड़ी झेंप गई और बोली - "तब तो नहीं लगाए थे कभी।"

मैं बोला - अच्छा! उन तीन सालों में कभी बच्चे को अपने हाथ से नहलाई थीं क्या?

महिला (बहुत लज्जित होकर) बोली - "हम नहाने के लिए डांटते तो थे, पर नहाता ही नहीं था।

मैं बोला - "फिर अब कैसे नहाता है ये ?"

महिला बोली - "अब तो हम ही नहलाते हैं।"

मैं बोला -"अच्छा! उन तीन सालों में नाम लिखाने के अलावा कभी सरकारी स्कूल में बच्चे को पहुंचाने, लेने या देखने आईं?

इस बार महिला लज्जित और निरुत्तर खड़ी थी।

मैं बोला - "उन तीन सालों में आप तीन बार आई थीं, लेकिन बच्चे के लिए नहीं.. बल्कि इसलिए कि आपके बच्चे की ड्रेस क्यों नहीं आई, खाते में इसके पैसे नहीं आए अभी।

उन पूरे तीन सालों तक आपका बच्चा हफ्ते में कभी दो दिन आता तो कभी तीन दिन... वह भी गन्दे या फ़टे कपड़ों में वो भी स्कूल की ड्रेस नहीं.. कई बार तो कच्छे और बनियान में भी आया। नहाना तो दूर शायद ही कभी मुंह धोकर आया हो..
कई बार तो उसे हमने स्कूल में ही मुंह धुलवाया और कई बार नहलाया।

आज जितना इसके चेहरे पर पाउडर लगा दिख रहा है इससे ज्यादा तो इसके चेहरे और बालों पर मिट्टी लगी होती थी.. और तो और आपने उन तीन सालों में अभी इसे कापी और पेन खरीदकर नहीं दिया।

लेकिन यहाँ प्राइवेट स्कूल में तो आप....

अब महिला निरुत्तर खड़ी थी।

सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावक भी काश उन पर इतना ही ध्यान दे पाते जितना कि प्राइवेट स्कूल में उनके अभिभावक देते है....🤔

🙏🏻🙏🏻🙏🏻

#बेसिक का अध्यापक बेचारा...

22/07/2025

आज की योग कक्षा में बच्चों को आंखों के लिए सूक्ष्माभ्यास कराया। बच्चों को बताया कि इस अभ्यास को कोई भी कर सकता है.. इस अभ्यास को करने से आंखों की रोशनी बढ़ती है.. कई तरह के नवतर विकार व नेत्र दोष दूर होते हैं.. जिन बच्चों या बड़ों के नजर का चश्मा लगा होता है इस अभ्यास को नियमित रूप से 5 से 10 मिनट करने से उनका नजर का चश्मा भी हट जाता है...
Department of Basic Education Uttar Pradesh

21/07/2025

आंटी जी! गेट खोलिए.. आंटी जी! गेट खोलिए....
(हृदय को द्रवित करने वाली तस्वीर)
वीडियो को देखकर मेरी आँखों मे भी आंसू निकल आए।
इन बच्चों को भला अब कौन समझाए कि यह विद्यालय अब आपका नहीं रहा। अब आपका यह विद्यालय दूसरे विद्यालय से #मर्ज हो गया है.. यहां पर अब सिर्फ बालवाटिका की कक्षाएं संचालित होंगी। इन बच्चों का अपने विद्यालय के प्रति यह अटूट प्यार कि गेट का ताला न खुलने पर वे गेट के सामने खड़े होकर बिलख बिलखकर रोते हुए गेट खोलने की गुहार लगा रहे हैं।
#मर्ज Department of Basic Education Uttar Pradesh

21/07/2025

👉बेसिक के शिक्षकों को समायोजन का मिलेगा एक और मौका,

👉स्कूलों के विलय के बाद विभाग सरप्लस शिक्षकों की तैयार कर रहा सूची।

आज की सबसे खूबसूरत तस्वीर...ये हैं हमारे बेसिक के बच्चे.. बड़े भोले बड़े सच्चे.. इस बच्ची का खिलखिलाता चेहरा यह बता रहा है...
21/07/2025

आज की सबसे खूबसूरत तस्वीर...
ये हैं हमारे बेसिक के बच्चे.. बड़े भोले बड़े सच्चे.. इस बच्ची का खिलखिलाता चेहरा यह बता रहा है कि विद्यालय का माहौल कितना खुशनुमा होगा.. वहां शिक्षक और छात्र में कितना आत्मीय सम्बन्ध होगा...

जब बच्चों को विद्यालय उनके घर जैसा लगने लगे। उन्हें घर की तरह अध्यापक से मां और बाप का प्यार और दुलार मिले.. शिक्षक से उनका दोस्ताना व्यवहार हो.. जब बच्चा शिक्षक को अपने मन की बात बेझिझक साझा करे.. तो बच्चों का चेहरा ऐसे ही खिलखिलायेगा मुस्कुराएगा।

एक शिक्षक वही जो अपने शिष्यों के मन की बात पढ़ ले और उसे कब पढ़ाना है और उसे कब खेल खिलाना है.. तो फिर कहने ही क्या.. शिक्षक बच्चों को भरपूर पढ़ा भी दें, उनसे बोर्ड पर भी कार्य करा लें, उनसे पहाड़े भी सुन लें, वर्ड मीनिंग भी सुन लें, सामान्य ज्ञान के प्रश्न भी पूछ लें और बच्चे फिर भी कहें कि सर जी और पढ़ाओ, हमसे सवाल हल करा लो, हमसे इमला लिखवा लो...

ये सब तभी सम्भव है जब शिक्षक उनकी पढ़ाई को इतना रोचक और मजेदार बना दे कि बच्चों को लगे ही नहीं कि पढ़ रहे हैं। ये सब होगा जब हम उन्हें पढ़ाई के साथ साथ खेल भी खिलाएं, गतिविधि कराएं, विज्ञान के छोटे-छोटे प्रयोग करके दिखाएं, अंत्याक्षरी कराएं, बालसभा कराएं, उनसे गीत कहानी सुनें, फ़्लैश कार्ड गतिविधि कराएं, टीएलएम का प्रयोग करके पढ़ाएं, गणित किट की सामग्री का रोचक प्रयोग करके पढ़ाएं।

जब ये सब कराएंगे तो बच्चों को कक्षा बोझिल नहीं लगेगी और वे बड़े उत्साहित होकर खेल-खेल में पढ़ाई करेंगे, कक्षा से बंक नहीं मारेंगे और नियमित रूप से विद्यालय आएंगे।

और तो और बच्चों का विद्यालय से घर जाने का मन ही नहीं होगा। इसलिए कक्षा का माहौल ऐसा बनाएं कि बच्चे भले ही दूर से आएं, पैदल आएं या साइकिल से आएं.. लेकिन उनके चेहरे हमेशा खिले रहें, मुस्कुराते हुए विद्यालय आएं ।

राजवीर सिंह
सहायक अध्यापक
प्राथमिक विद्यालय बकैनिया दीक्षित
वि.क्षे.- बरखेड़ा, जनपद- पीलीभीत

Department of Basic Education Uttar Pradesh

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