
23/10/2024
जय जवान, जय किसान का जो देश कई दशको से नारा दे रहा है, उस देश का किसान आज भी अपने बचो को भुका ही सूला रहा है, और अमीरो के घर होणे वाली खाणे की बरबादी को तो हम सब जाणते ही है, क्या कभी ये नजर बदलेगा? हम सबका पेट भरणे वाला क्या कभी अपने बच्चे को भर पेट सुला पाएगा?