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पाकिस्तान समर्थित TRF को US ने घोषित किया आतंकवादी संगठन, पहलगाम हमले के लिए माना जिम्मेदारनई दिल्ली 18 जुलाई । अमेरिकी ...
18/07/2025

पाकिस्तान समर्थित TRF को US ने घोषित किया आतंकवादी संगठन, पहलगाम हमले के लिए माना जिम्मेदार

नई दिल्ली 18 जुलाई । अमेरिकी सरकार ने द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) को 'विदेशी आतंकवादी संगठन' घोषित किया है. अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने इसकी जानकारी दी.

पहलगाम की बैसरन घाटी में इस साल 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले की जिम्मेदारी टीआरएफ ने ही ली थी, जिसमें पाकिस्तान समर्थित आतंकियों ने 26 पर्यटकों की गोली मारकर हत्या कर दी थी.

द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) पाकिस्तानी स्थित आतंकी समूह लश्कर-ए-तैयबा (LeT) का ही मुखौटा संगठन है और कश्मीर में आतंकी वारदातों को अंजाम देता है. अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने इस आतंकवादी संगठन को लश्कर-ए-तैयबा का मुखौटा बताया, जो संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित आतंकवादी समूह है और जिसका मुख्यालय पाकिस्तान में है.

पहलगाम हमले की जिम्मेदारी TRF ने ली थी

रुबियो ने एक बयान में कहा कि टीआरएफ को आतंकवादी संगठन घोषित किया जाना हमारे राष्ट्रीय सुरक्षा हितों की रक्षा करने, आतंकवाद का मुकाबला करने और पहलगाम हमले के लिए न्याय के प्रति ट्रंप प्रशासन की प्रतिबद्धता को दर्शाता है.टीआरएफ ने पहलगाम हमले की जिम्मेदारी ली थी, जिसे अमेरिकी अधिकारियों ने लश्कर-ए-तैयबा द्वारा 2008 में किए गए मुंबई हमलों के बाद भारत में नागरिकों पर सबसे घातक आतंकवादी हमला बताया था.

कश्मीर में सुरक्षा बलों पर करवाए कई हमले

टीआरएफ को अमेरिका द्वारा फॉरेन टेरर आउटफिट घोषित किए जाने से उसके सदस्यों पर कड़े वित्तीय और यात्रा प्रतिबंध लागू हो जाएंगे, तथा आतंकवाद-रोधी प्रयासों में वैश्विक साझेदारों के साथ वाशिंगटन के सहयोग को और मजबूती मिलेगी. अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा कि यह आतंकी समूह भारतीय सुरक्षा बलों को निशाना बनाकर किए गए कई हमलों से भी जुड़ा हुआ है.

इस साल 22 अप्रैल को हथियारबंद आतंकवादी जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में बैसरन घाटी में घुस आए और पर्यटकों पर गोलीबारी की, जिसमें 26 लोग मारे गए. इस हमले से पूरे भारत में व्यापक आक्रोश फैल गया. अमेरिका सहित कई वैश्विक देशों ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ एकजुटता व्यक्त की. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस आतंकी हमले के तुरंत बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन कर मृतकों के प्रति संवेदना व्यक्त की थी.

उन्होंने कहा कि अमेरिका आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ खड़ा है और नई दिल्ली को हर संभव सहायता देने की पेशकश करता है. प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति को धन्यवाद देते हुए कहा था कि भारत इस कायरतापूर्ण हमले के दोषियों और उन्हें पनाह देने वालों को न्याय के कठघरे में लाने के लिए दृढ़ संकल्पित है.

इसके बाद भारतीय सेना ने 7 मई की सुबह पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर में 9 आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की थी, जिसमें 100 से अधिक आतंकी मारे गए थे.

गुजरात में कांग्रेस ने नियुक्त किया प्रदेश अध्यक्ष, इस नेता को दी जिम्मेदारीनई दिल्ली 17 जुलाई । कांग्रेस ने अमित चावड़ा...
17/07/2025

गुजरात में कांग्रेस ने नियुक्त किया प्रदेश अध्यक्ष, इस नेता को दी जिम्मेदारी

नई दिल्ली 17 जुलाई । कांग्रेस ने अमित चावड़ा को गुजरात प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष और तुषार चौधरी को गुजरात में कांग्रेस विधायक दल का नेता नियुक्त किया है. अंकलव विधानसभा सीट से विधायक अमित चावड़ा पहले भी प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष रह चुके हैं.

पटना चंदन मिश्रा मर्डर केस में STF ने 5 शूटरों की पहचान की, मुख्य आरोपी तौसीफ बादशाह गिरफ्तारपटना 17 जुलाई । पटना के पार...
17/07/2025

पटना चंदन मिश्रा मर्डर केस में STF ने 5 शूटरों की पहचान की, मुख्य आरोपी तौसीफ बादशाह गिरफ्तार

पटना 17 जुलाई । पटना के पारस हॉस्पिटल में बक्सर के बंदी चंदन मिश्रा की हत्या के मामले में बिहार पुलिस की STF टीम को बड़ी सफलता मिली है. पुलिस टीम ने इस मामले में 5 शूटरों की पहचान कर ली है.

साथ ही इस मामले में मुख्य आरोपी के रूप में तौसीफ बादशाह को गिरफ्तार किया गया है. पटना के फुलवारी शरीफ से तौसीफ बादशाह को गिरफ्तार किया गया. मुख्य आरोपी तौसीफ पटना के संत केरेंस स्कूल से पढ़ा है. सूत्रों की माने तो तौसीफ इस मामले की मुखिया आरोपी है.

पुलिस ने सभी 5 अपराधियों की पहचान कर ली है. पटना पुलिस ने इस मामले में फुलवारी शरीफ के गुलिस्तान मोहल्ले में छापेमारी की. प्राप्त जानकारी के अनुसार, हत्याकांड में शामिल अपराधियों की तलाश में पटना पुलिस और एसटीएफ की संयुक्त टीम ने फुलवारी शरीफ के गुलिस्तान मोहल्ला में छापेमारी की.

चंदन मिश्रा मर्डर केस का मुख्य आरोपी तौसीफ बादशाह.

पारस अस्पताल परिसर में एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. यह घटना बेहद संगीन मानी जा रही है, क्योंकि अस्पताल जैसी सुरक्षित जगह में घुसकर हत्या को अंजाम दिया. जांच के दौरान सीसीटीवी फुटेज में कुछ संदिग्ध अपराधियों की तस्वीरें सामने आई हैं.

पुलिस को सूचना मिली है कि वे अपराधी गुलिस्तान मोहल्ला के रहने वाले हैं, जिसके बाद एसटीएफ और स्थानीय थाना पुलिस ने संयुक्त रूप से इस इलाके में घेरा डालकर छापेमारी शुरू की.

टीम ने मोहल्ले में कई संदिग्ध घरों की तलाशी ली और अपराधियों के परिजनों से पूछताछ की गई. सूत्रों की मानें तो एक शूटर की मां सतार एजुकेशन मेमोरियल कॉलेज में पदस्थापित है और उसी के नंबर से कुछ लोगों को फोन किया गया था और इस घटना को कारीत की गई थी.

पुलिस का कहना है कि वे जल्द ही इस हत्याकांड में शामिल आरोपियों की गिरफ्तारी कर सकते हैं। फुलवारी शरीफ थाना और एसटीएफ की निगरानी में पूरे मोहल्ले को अलर्ट पर रखा गया है.

राहुल गांधी के खिलाफ कोर्ट गए शख्स ने कहा-'वो PM बने तो तबाही तय', कोर्ट पूछा- 'आपको पता है वो PM बनेंगे?'मुम्बई 17 जुला...
17/07/2025

राहुल गांधी के खिलाफ कोर्ट गए शख्स ने कहा-'वो PM बने तो तबाही तय', कोर्ट पूछा- 'आपको पता है वो PM बनेंगे?'

मुम्बई 17 जुलाई । बॉम्बे हाई कोर्ट ने 15 जुलाई 2025 को कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के खिलाफ दायर एक जनहित याचिका (PIL) को खारिज कर दिया.

याचिका में मांग की गई थी कि कोर्ट राहुल गांधी को सावरकर पर लिखी किताबों को पढ़ने का निर्देश दे, ताकि उनकी 'अज्ञानता' दूर हो.

इंडिया टुडे से जुड़ीं विद्या की रिपोर्ट के मुताबिक ये याचिका अभिनव भारत कांग्रेस नामक संगठन के संस्थापक अध्यक्ष पंकज कुमुदचंद्र फडनीस ने दायर की थी. याचिका में आरोप लगाया गया था कि राहुल ने सावरकर के खिलाफ 'अपरिपक्व और गैर-जिम्मेदार' बयान दिए. इससे काफी भ्रम पैदा हो रहा है. रिपोर्ट के अनुसार फडनीस सावरकर पर रिसर्च कर रहे हैं.

हाई कोर्ट के जस्टिस आलोक अराधे और जस्टिस संदीप मार्ने की बेंच ने याचिका पर पूछा,

"आपकी याचिका में राहुल को व्यक्तिगत रूप से याचिका का अध्ययन करने और उसे पढ़ने का निर्देश देने की बात कही गई है. कोर्ट उन्हें आपकी याचिका पढ़ने के लिए कैसे मजबूर कर सकता है?"

इस पर याचिकाकर्ता ने जवाब में कहा,

"वो विपक्ष के नेता हैं और वो भ्रम पैदा कर रहे हैं. अगर वो प्रधानमंत्री बन गए तो वो तबाही मचा देंगे."

अदालत ने पंकज कुमुदचंद्र के इस बयान पर जवाब देते हुए कहा,

"हमें नहीं पता. क्या आपको पता है कि वो प्रधानमंत्री बनेंगे?"

हालांकि, बेंच ने कहा कि याचिकाकर्ता के पास राहुल गांधी के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर करने का कानूनी विकल्प है. अदालत ने ये भी बताया कि वीर सावरकर के पोते ने पहले ही पुणे की एक मजिस्ट्रेट अदालत में मानहानि का मुकदमा दायर किया हुआ है.

रिपोर्ट के मुताबिक याचिकाकर्ता इससे पहले भी सुप्रीम कोर्ट जा चुका है. शीर्ष अदालत ने उसकी याचिका खारिज कर दी थी. सुप्रीम कोर्ट में फडनीस ने सावरकर का नाम Emblems and Names (Prevention of Improper Use) Act, 1950 की अनुसूची में शामिल करने की मांग की थी. ये कानून प्रोफेशनल और कमर्शियल उद्देश्य के लिए नामों के अनुचित प्रयोग को रोकने के लिए बनाया गया था.

बता दें कि अप्रैल में सुप्रीम कोर्ट ने सावरकर के खिलाफ कथित आपत्तिजनक टिप्पणी के लिए कांग्रेस सांसद को कड़ी फटकार लगाई थी. कोर्ट ने कहा था कि वो स्वतंत्रता सेनानियों के खिलाफ ऐसी टिप्पणियों की अनुमति नहीं देगा. 2022 में अपनी भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने कथित तौर पर सावरकर को एक 'ब्रिटिश नौकर' बताया था. ये भी कहा था कि उन्हें ब्रिटिश सरकार से पेंशन मिलती थी.

महिला आरक्षण से फ्री बिजली तक ...बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने 17 दिन में लिए 10 बड़े फैसलेपटना 17 जुलाई।बिहार के मुख्यमं...
17/07/2025

महिला आरक्षण से फ्री बिजली तक ...बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने 17 दिन में लिए 10 बड़े फैसले

पटना 17 जुलाई।बिहार के मुख्यमंत्री ने गुरुवार को बड़ा ऐलान किया। ये फ्री बिजली को लेकर था। सीएम की ये घोषणा 1 करोड़ 67 लाख लोगों के लिए किसी तोहफे से कम नहीं है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीते 17 दिनों में जन कल्याण से जुड़े 10 अहम फैसले लिए हैं।

इनमें युवा, बुजुर्ग, कलाकार, महिलाओं समेत समाज के सभी वर्गों का खास ख्याल रखा गया है।

नीतीश कुमार ने गुरुवार को एक दिन में ही दो घोषणाएं कीं। एक फैसले में उन्होंने बिहार की जनता को 125 यूनिट तक फ्री बिजली का तोहफा दिया। मुख्यमंत्री ने ऐलान किया कि 1 अगस्त, 2025 से यानी जुलाई माह के बिल से ही राज्य के सभी घरेलू उपभोक्ताओं को 125 यूनिट तक बिजली का कोई पैसा नहीं देना पड़ेगा। सीएम नीतीश कुमार के मुताबिक, इस फैसले से राज्य के कुल 1 करोड़ 67 लाख परिवारों को लाभ होगा।

इसी के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कुटीर ज्योति योजना पर बड़ी घोषणा की। उन्होंने कहा कि अगले तीन वर्षों में घरेलू उपभोक्ताओं से सहमति लेकर उनके घर की छतों पर अथवा नजदीकी सार्वजनिक स्थल पर सौर ऊर्जा संयंत्र लगाकर लाभ दिया जाएगा। कुटीर ज्योति योजना के तहत जो गरीब परिवार होंगे उनके लिए सौर ऊर्जा संयंत्र लगाने का पूरा खर्च राज्य सरकार करेगी।

इससे पहले, 16 जुलाई को बिहार में शिक्षकों की नियुक्ति को लेकर उठाया। मुख्यमंत्री नीतीश ने सरकारी विद्यालयों में शिक्षकों की रिक्तियों की गणना नियुक्ति के लिए जल्द टीआरई-4 की परीक्षा लेने को कहा। इन नियुक्तियों में भी 35 प्रतिशत महिलाओं के लिए आरक्षण का लाभ बिहार की निवासी महिलाओं को दिया जाएगा।

13 जुलाई को बिहार सरकार ने प्रदेश के युवाओं को सरकारी नौकरी रोजगार की गारंटी दी। उन्होंने 2025 से 2030 के बीच एक करोड़ युवाओं को सरकारी नौकरी रोजगार देने का लक्ष्य निर्धारित किया, जिसके लिए हाई लेवल कमेटी के गठन की घोषणा भी की गई। उन्होंने भविष्य में बिहार में कर्पूरी ठाकुर के नाम पर एक कौशल विश्वविद्यालय की स्थापना करने का भी ऐलान किया।

इससे तीन दिन पहले यानी 10 जुलाई को नीतीश कुमार ने सामाजिक सुरक्षा पेंशन को लेकर बड़ा ऐलान किया। तयशुदा राशि में बड़ा इजाफा किया। उन्होंने घोषणा की कि राज्य में वृद्ध, विधवा दिव्यांग पेंशन की राशि 400 रुपये से बढ़ाकर 1100 रुपये कर दी गई है।

महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए बड़ा फैसला 9 जुलाई को लिया गया। सीएम ने कहा कि अब सभी सरकारी संविदा नियुक्तियों में केवल बिहार की मूल निवासी महिलाओं को ही 35 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण मिलेगा।

एक दिन पहले यानी 8 जुलाई को नीतीश कुमार ने बिहार युवा आयोग का गठन करने की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने बिहार युवा आयोग के गठन की मंजूरी दे दी है, जो युवाओं को रोजगार, शिक्षा नशामुक्ति जैसे मुद्दों पर नीति सुझाव देगा। आयोग में अधिकतम उम्र 45 वर्ष तय की गई है।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 3 जुलाई को कलाकारों को पेंशन के लिए कदम उठाए। बिहार के वरिष्ठ आर्थिक रूप से कमजोर कलाकारों को 3000 रुपये मासिक पेंशन देने की योजना को कैबिनेट ने मंजूरी दी।

2 जुलाई को राज्य में नई मुख्यमंत्री प्रतिज्ञा योजना का ऐलान किया गया। हाल ही में बिहार कैबिनेट ने इसको हरी झंडी दी थी। योजना के तहत युवाओं को कौशल विकास के लिए 4000 से 6000 रुपये तक की प्रोत्साहन राशि मिलेगी। एक लाख युवाओं को इंटर्नशिप का लाभ दिया जाएगा।

इजरायल-तुर्की के साथ भारत!...पाकिस्तान की उड़ी नींद, सीडीएस अनिल चौहान ने खोल दी दुश्मन की पोलनई दिल्ली 17 जुलाई।  चीफ ऑ...
17/07/2025

इजरायल-तुर्की के साथ भारत!...पाकिस्तान की उड़ी नींद, सीडीएस अनिल चौहान ने खोल दी दुश्मन की पोल

नई दिल्ली 17 जुलाई। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) अनिल चौहान ने कहा है कि मई में भारत और पाकिस्तान के बीच चार दिनों तक चली लड़ाई के दौरान पाकिस्तान ने जो ड्रोन भेजे थे, उनमें से कुछ तो बिल्कुल सही हालत में मिले।

इसका मतलब है कि वो ठीक से काम भी नहीं कर रहे थे। CDS चौहान ने भारत में बने हथियारों की तारीफ करते हुए कहा कि आज की लड़ाई जीतने के लिए पुराने सिस्टम से काम नहीं चलेगा। ऑपरेशन सिंदूर 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद शुरू किया गया था। भारत टैक्टिकल ड्रोन के मामले में इजरायल, तुर्की जैसे देशों की कतार में खड़ा है। आइए-समझते हैं।

CDS अनिल चौहान ने क्या कहा, पहले ये जानते हैं

CDS ने बताया कि पाकिस्तान ने लड़ाई में बिना हथियारों वाले ड्रोन और 'लोइटरिंग म्यूनिशन्स' का इस्तेमाल किया। 'लोइटरिंग म्यूनिशन्स' एक तरह के हथियार होते हैं जो हवा में मंडराते रहते हैं और मौका मिलते ही हमला कर देते हैं।

उन्होंने ये भी कहा कि इनमें से किसी भी ड्रोन से भारतीय सेना या आम लोगों को कोई नुकसान नहीं हुआ। दिल्ली में एक कार्यक्रम में बोलते हुए CDS चौहान ने कहा-ज्यादातर ड्रोन को हमने मार गिराया। कुछ को तो हमने लगभग सही हालत में ही बरामद कर लिया।

भारत में बने काउंटर UAS सिस्टम बेहद जरूरी

सीडीएस अनिल चौहान के मुताबिक, ऑपरेशन सिंदूर में भारत में बने हथियारों ने बहुत अच्छा काम किया। ऑपरेशन सिंदूर ने हमें दिखाया है कि भारत में बने काउंटर-UAS सिस्टम कितने जरूरी हैं। हमें अपनी सुरक्षा के लिए खुद ही चीजें बनानी होंगी।

C-UAS सिस्टम का मतलब है ड्रोन को मार गिराने वाले सिस्टम। CDS ने कहा कि दुनिया भर में हाल ही में हुई लड़ाइयों से पता चलता है कि ड्रोन लड़ाई का रुख बदल सकते हैं। उन्होंने ये भी कहा कि भारत को अपनी जरूरतें खुद ही पूरी करनी होंगी। ये हमारे लिए बहुत जरूरी है। आज की लड़ाई कल की टेक्नोलॉजी से लड़नी होगी।

दुश्मन को अपनी ताकत पता न चलने दें

CDS ने कहा-हम अपनी सुरक्षा के लिए दूसरे देशों से टेक्नोलॉजी नहीं खरीद सकते। दूसरे देशों पर निर्भर रहने से हमारी तैयारी कमजोर हो जाती है। हम ज्यादा हथियार नहीं बना पाते और हमें जरूरी सामान भी नहीं मिल पाता।

चौहान ने ये भी कहा कि जब हम अपने देश में ही हथियार बनाते हैं, तो दुश्मनों को हमारी ताकत का पता नहीं चलता और हम उन्हें चौंका सकते हैं। उन्होंने कहा, "जब हम अपने देश में ही डिजाइन, निर्माण और इनोवेशन करते हैं, तो हम अपने राज सुरक्षित रखते हैं, लागत कम करते हैं, उत्पादन बढ़ाते हैं और हमेशा तैयार रहते हैं।

टैक्टिकल ड्रोन से जीती जाएगी भविष्य की जंग

heighttechnologies.com के अनुसार, टैक्टिकल ड्रोन मीडियम रेंज के यूएवी होते हैं। इन्हें सामरिक ड्रोन भी कहा जाता है। इनका इस्तेमाल युद्ध के मैदान में टोह लेने, निगरानी रखने, निशाना लगाने और हमला करने के लिए होता है।

ये जीपीएस और ठन्फ्रारेड कैमरों से लैस होते हैं। ये स्ट्रैटेजिक या MALE (Medium Altitude Long Endurance) drones से अलग होते हैं। इनकी range, payload (वजन उठाने की क्षमता) और mission duration (मिशन की अवधि) अलग होती है। ये सीमित युद्ध में ज्यादा तेजी और आसानी से काम कर सकते हैं।

ये तीन देश दुनिया में टैक्टिकल ड्रोन बनाने में सबसे आगे

heighttechnologies.com के मुताबिक, दुनिया में भारत, इजरायल और तुर्की टैक्टकल ड्रोन बनाने में आगे हैं। इन तीनों देशों ने अपनी-अपनी तकनीक विकसित की है। इनके पास अपने देश में बने drones हैं और इनकी युद्ध की रणनीतियां भी अलग-अलग हैं। ये ड्रोन जरूरत पड़ने पर इलेक्ट्रॉनिक युद्ध भी कर सकते हैं।

आजकल युद्ध का तरीका बहुत बदल गया है। अब टैक्टिकल ड्रोंस का इस्तेमाल होने लगा है। ये unmanned aerial vehicles (UAVs) यानी बिना पायलट के उड़ने वाले विमान होते हैं। ये ड्रोन युद्ध के मैदान में बहुत काम आते हैं। ये रियल टाइम सर्विलांस यानी तुरंत निगरानी रख सकते हैं। निशाने की पहचान कर सकते हैं और सटीक हमला कर सकते हैं।

आकाशतीर ने दुश्मन को किया था पस्त

भारत ने कुछ खास हथियार बनाए हैं, जिनमें से एक है आकाशतीर। ये एक मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल है। इसे भारत के 'इंटीग्रेटेड गाइडेड मिसाइल डेवलपमेंट प्रोग्राम' (IGMDP) के तहत बनाया गया है।

आकाशतीर ने ऑपरेशन सिंदूर में बहुत अच्छा काम किया। इसका नया वर्जन, आकाश NG, एक साथ कई ड्रोन और मिसाइलों को मार गिरा सकता है। इसकी स्पीड 2.5 मैक तक है और ये 30 मीटर से 20 किलोमीटर तक की ऊंचाई पर हमला कर सकती है। इसने भारतीय सीमा को सुरक्षित रखने में बहुत मदद की।
ऑपरेश सिंदूर में पाक के कई ठिकाने ध्वसत किए।

आत्मघाती ड्रोन को LMS यानी Loitering Munition Systems ड्रोन या सुसाइड या कामिकेज ड्रोन भी कहा जाता है। ये हथियार ले जाने वाला ऐसा ड्रोन है, जिसे घूमते रहने के लिए डिजाइन किया गया है। यह तब तक घूमता रहता है, जब तक कि कोई लक्ष्य निर्धारित न हो जाए। टारगेट सेट होने के बाद ये ड्रोन फट जाते हैं।

इस ड्रोन की खास बात यह है कि ये छिपे रहकर टारगेट के विरुद्ध हमला करने में सक्षम होते हैं। ये कम समय के लिए उभरते हैं और बिना किसी हाई वैल्यू के युद्ध सामग्री के इस्तेमाल के टारगेट भेद सकते हैं। इन आत्मघाती ड्रोन की उड़ान को बीच में बदला या निरस्त भी किया जा सकता है।

अगस्त माह से बिहारियों को हर माह 125 यूनिट बिजली मुफ्त मिलेगी, घरों की छतों पर लगेंगे सोलर पैनलपटना 17 जुलाई ।बिहार विधा...
17/07/2025

अगस्त माह से बिहारियों को हर माह 125 यूनिट बिजली मुफ्त मिलेगी, घरों की छतों पर लगेंगे सोलर पैनल

पटना 17 जुलाई ।बिहार विधानसभा चुनाव से पहले सीएम नीतीश कुमार ने बिहार के लोगों को बड़ी खुशखबरी दी है। बिहार के लोगों को अब 125 यूनिट फ्री बिजली मिलेगी। सीएम ने यह जानकारी अपने एक्स हैंडल पर ट्वीट कर दी है।

इसके बाद नीतीश सरकार द्वारा 125 यूनिट मुफ्त बिजली सभी उपभोक्ताओं को देने की घोषणा की उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने प्रेसवार्ता कर स्वागत किया। सम्राट बोले 125 यूनिट से अधिक बिल आने पर उपभोक्ताओं को भुगतान करना होगा। योजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

उपमुख्यमंत्री ने बताया कि योजना पर कुल 3375 करोड़ रुपये सरकार पर अतिरिक्त बोझ पड़ेगा। इसके अलावा हर घर पर सोलर एनर्जी को बढ़ावा देने पर बल दे रही है। सम्राट ने कहा कि पीएम सूर्य घर योजना सफल होने से अगले 25 वर्षों तक घरेलू बिजली उपभोक्ताओं को कोई शुल्क नहीं देना होगा। पहल से 1.67 करोड़ घरों को सीधे लाभ मिलने का अनुमान है। ये उपभोक्ता प्रतिमाह 125 यूनिट से कम घरेलू बिजली का उपयोग करते हैं।

इसका फायदा उपभोक्ताओं को 1 अगस्त, 2025 से यानी जुलाई माह के बिल से ही राज्य के सभी घरेलू उपभोक्ताओं को 125 यूनिट तक बिजली का कोई पैसा नहीं देना पड़ेगा। साथ ही कुटीर ज्योति योजना के तहत जो अत्यंत निर्धन परिवार होंगे उनके लिए सौर ऊर्जा संयंत्र लगाने हेतु पूरा खर्च राज्य सरकार करेगी तथा शेष के लिए भी सरकार उचित सहयोग करेगी।

तीन वर्षों में 1.67 करोड़ बिजली उपभोक्ताओं की छत पर सोलर संयंत्र

मु्ख्यमंत्री ने अपने एक्स हैंडल पर यह जानकारी भी दी कि जिन 1.67 करोड़ बिजली उपभोक्ताओं को मुफ्त 125 यूनिट का लाभ सीधे तौर पर मिलेगा उन सभी की सहमति लेकर उनके घर की छतों पर या फिर नजदीक के सार्वजनिक स्थल पर सौर ऊर्जा संयंत्र लगाकर उन्हें इसका लाभ दिया जाएगा।

कुटीर ज्योति योजना के तहत जो अत्यंत निर्धन परिवार होंगे उनके लिए सौर ऊर्जा संयंत्र लगाने का पूरा खर्च सरकार द्वारा वहन किया जाएगा। वही अन्य श्रेणी के घरेलू उपभोक्ताओं को भी सरकार उचित सहयोग करेगी। अगले तीन वर्षों में 10 हजार मेगावाट सौैर ऊर्जा की उपलब्धता हो जाएगी। इसका प्रत्यक्ष लाभ उपभोक्ताओं को मिलेगा।

मां की ममता के आगे सुप्रीम कोर्ट भी झुका, कहा- हमारा फैसला गलत था, जानें पूरा मामलानई दिल्ली 17 जुलाई । सुप्रीम कोर्ट ने...
17/07/2025

मां की ममता के आगे सुप्रीम कोर्ट भी झुका, कहा- हमारा फैसला गलत था, जानें पूरा मामला

नई दिल्ली 17 जुलाई । सुप्रीम कोर्ट ने एक बच्चे की कस्टडी से जुड़े एक मामले में अपना 10 महीने पुराना फैसला वापस ले लिया है। अदालत ने 12 वर्षीय लड़के की कस्टडी उसके पिता से वापस लेकर दोबारा मां को दे दी।

कोर्ट ने स्पष्ट किया कि कस्टडी पर दिए गए फैसले अंतिम नहीं होते। यह मामला बच्चे की मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य से जुड़ा है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, न्यायमूर्ति विक्रम नाथ और न्यायमूर्ति प्रसन्ना बी वराले की पीठ ने कहा कि पिता को कस्टडी सौंपने के बाद बच्चे के मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक असर पड़ा है। कोर्ट ने स्वीकार किया कि पिछला आदेश उनका गलत था।

क्या है मामला?

बच्चे के माता-पिता की शादी 2011 में हुई थी। वर्ष 2012 में बच्चे का जन्म हुआ, लेकिन एक साल बाद ही दोनों अलग हो गए। लिहाजा, बच्चे की कस्टडी मां को दी गई। वर्ष 2016 में मां ने दोबारा विवाह कर लिया। उनके पति के पहले विवाह से दो बच्चे थे और इस दंपति का एक और बच्चा हुआ।

2019 में पिता पहुंचा कोर्ट

वर्ष 2019 तक पिता को अपने बेटे के ठिकाने की जानकारी नहीं थी। जब मां ने मलेशिया जाने के लिए कागजी प्रक्रिया शुरू की, तब पिता से संपर्क किया गया। पिता ने आरोप लगाया कि बिना उनकी जानकारी या सहमति के बच्चे का धर्म हिंदू से ईसाई में बदल दिया गया।

हाई कोर्ट से सुप्रीम कोर्ट तक

फैमिली कोर्ट में राहत न मिलने पर पिता ने हाई कोर्ट का रुख किया, जिसने बच्चे की कस्टडी पिता को सौंप दी। मां ने इस आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी, लेकिन अगस्त 2024 में सुप्रीम कोर्ट ने अपील खारिज कर दी थी। बाद में मां ने पुनर्विचार याचिका दायर की और कहा कि हिरासत में बदलाव से बच्चे का मानसिक स्वास्थ्य प्रभावित हुआ है। इस दलील का समर्थन एक नैदानिक मनोवैज्ञानिक की रिपोर्ट से भी हुआ।

सुप्रीम कोर्ट ने फिर क्या किया?

कोर्ट ने माना कि बच्चा अपने पिता से कभी गहरा रिश्ता नहीं बना पाया, क्योंकि वह बचपन से ही अपनी मां और सौतेले पिता के साथ रहा है। आदेश में कहा गया, “पिता यह अपेक्षा नहीं कर सकते कि बच्चा अचानक उनके साथ पारंपरिक पिता-पुत्र का रिश्ता बना ले।” सुप्रीम कोर्ट ने इस बात पर भी जोर दिया कि बच्चा अपने सौतेले पिता को ही अपने जीवन का स्थायी हिस्सा मानता है और उनके साथ भावनात्मक रूप से जुड़ा हुआ है।

कौन है बक्सर का कुख्यात चंदन मिश्रा? पटना के अस्पताल में घुसकर जिसे अपराधियों ने गोलियों से भूनापटना 17 जुलाई । पटना के ...
17/07/2025

कौन है बक्सर का कुख्यात चंदन मिश्रा? पटना के अस्पताल में घुसकर जिसे अपराधियों ने गोलियों से भूना

पटना 17 जुलाई । पटना के बड़े प्राइवेट अस्पतालों में शूमार पारस अस्पताल में गुरुवार को कई अपराधी हथियार से लैश होकर घुसे और एक मरीज को ताबड़तोड़ गोली मार दी. जिस शख्स पर हमला किया गया वह बक्सर का रहने वाला चंदन मिश्रा था.

चंदन मिश्रा एक दर्जन से अधिक हत्या के मामले में आरोपित रहा. जेल से वह पैरोल पर बाहर आया था और पटना के इस प्राइवेट अस्पताल में इलाज करा रहा था. पटना एसएसपी ने बताया कि संभवत: गैंगवार में ही उसपर हमला हुआ है. चंदन मिश्रा पर हमला हुआ तो बक्सर का वो चर्चित हत्याकांड फिर से जिंदा हुआ है जिसमें चूना व्यापारी राजेंद्र केसरी की हत्या हुई थी. चंदन मिश्रा भी इस हत्याकांड में आरोपी था.

बक्सर के चूना कारोबारी राजेंद्र केसरी हत्याकांड का था आरोपी

21 अगस्त 2011 को बक्सर में रंगदारी नहीं देने पर चूना कारोबारी राजेंद्र केसरी की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी. इस हत्याकांड में मृतक के परिजनों के द्वारा कुख्यात अपराधी शेरू सिंह और चंदन मिश्रा समेत कुछ अन्य आरोपित बनाए गए थे और इनपर मुकदमा दर्ज हुआ था.

चंदन मिश्रा और शेरू बंगाल से गिरफ्तार हुए थे. शेरू को जब कोर्ट में पेश किया गया था और जज फैसला सुना रहे तो मौका देखकर शेरू ने कोर्ट में ही एक पुलिसकर्मी की हत्या गोली मारकर कर दी थी और फरार हो गया था. बाद में उसे आरा पुलिस ने पकड़ा था.

जिला अदालत ने ओंकारनाथ सिंह उर्फ शेरू को फांसी की सजा सुना दी थी. हालांकि बाद में हाईकोर्ट ने फांसी पर रोक लगा दी थी. वहीं इसी हत्याकांड में चंदन मिश्रा को उम्रकैद की सजा सुनाई गयी थी.

जेलकर्मी हत्याकांड में भी रहा आरोपी, बाद में बरी हुआ

इससे पहले 2011 में ही 4 मई को धोबीघाट के पास एक जेलकर्मी हैदर इमाम वर्सी की हत्या कर दी गयी थी. इस मामले में भी चंदन मिश्रा और शेरू सिंह आरोपित थे. इस केस में जेलर ने बयान दिया था कि फोन के जरिए पूर्व में दोनों ने जान से मारने की धमकी दी थी. लेकिन कोर्ट में यह साबित नहीं हो सका. जिसके बाद दोनों को बरी कर दिया गया था. हालांकि अन्य मामलों के कारण वो जेल में ही रहे.

शेरू-चंदन गिरोह का आतंक रहा, बक्सर से भागलपुर जेल भेजे गए दोनों

शेरू और चंदन ने 2009 से 2012 के बीच करीब डेढ़ दर्जन से अधिक आपराधिक घटनाओं को अंजाम दिया था. शेरू-चंदन गिरोह का आतंक उनकी गिरफ्तारी के बाद भी खत्म नहीं हुआ. जेल के अंदर रहकर भी चंदन मिश्रा कई हत्या की घटना को अंजाम दिलवाता रहा.

विधानसभा चुनाव के समय शेरू और चंदन मिश्रा को अगस्त 2015 में बक्सर सेंट्रल जेल से भागलपुर जेल में शिफ्ट किया गया था. सुरक्षा और चुनाव को देखते हुए उसे अवधि खत्म होने के बाद भी वहीं रखा गया. ताकि वो वोटरों पर दबंगई दिखाकर उन्हें प्रभावित नहीं कर सके.

18 जुलाई को पीएम मोदी का बिहार-बंगाल दौरा: अमृत भारत ट्रेन और ₹12,000 करोड़ की योजनाओं का करेंगे ऐलाननई दिल्ली 17 जुलाई ...
17/07/2025

18 जुलाई को पीएम मोदी का बिहार-बंगाल दौरा: अमृत भारत ट्रेन और ₹12,000 करोड़ की योजनाओं का करेंगे ऐलान

नई दिल्ली 17 जुलाई । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 18 जुलाई यानी कल बिहार और पश्चिम बंगाल का दौरा करेंगे, जहां वे 12,000 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे।

इसके अलावा पीएम बिहार के मोतिहारी और बंगाल के दुर्गापुर में आयोजित कार्यक्रमों में जन सभा भी करेंगे। पीएम के इस दौरे में रेलवे, सड़क, आईटी, ऊर्जा, मत्स्य पालन और गैस सेक्टर से जुड़ी कई अहम योजनाएं शामिल हैं। इस दौरे पर पीएम मोदी चार नई अमृत भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाएंगे, जो पटना, मोतिहारी, दरभंगा और मालदा से दिल्ली और लखनऊ को जोड़ेंगी।

चार नई अमृत भारत ट्रेनें भी होंगी शुरू

पीएम मोदी बिहार में चार नई अमृत भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाएंगे। इनमें पटना से दिल्ली, मोतिहारी से दिल्ली, दरभंगा से लखनऊ और मालदा टाउन से लखनऊ के लिए ट्रेनें शामिल हैं। इससे क्षेत्रीय कनेक्टिविटी में बड़ा सुधार होगा।

1. राजेंद्र नगर टर्मिनल (Patna) - दिल्ली (नई दिल्ली)
2. बापुधाम मोतीहारी - दिल्ली (आनंद विहार टर्मिनल)
3. दरभंगा - लखनऊ (गोमती नगर)
4. मलदा टाउन - लखनऊ (गोमती नगर), भाभलगढ़ होते हुए
बिहार में रेलवे और सड़क परियोजनाओं को मिलेगा नया आयाम

समस्तीपुर-बछवाड़ा रेल लाइन पर ऑटोमैटिक सिग्नलिंग और दरभंगा-थलवारा व समस्तीपुर-रामभद्रपुर रेल लाइन के दोहरीकरण से ट्रेन संचालन में सुधार होगा।

दरभंगा-नरकटियागंज रेल लाइन के दोहरीकरण पर ₹4,080 करोड़ खर्च होंगे, जिससे उत्तर बिहार की कनेक्टिविटी मजबूत होगी।
आरा बाइपास (NH-319) के चार लेन निर्माण और NH-319 के पररिया-मोहनिया सेक्शन के उद्घाटन से यातायात सुगम होगा।

आईटी और स्टार्टअप

दरभंगा में नया STPI केंद्र और पटना में अत्याधुनिक इनक्यूबेशन सुविधा का उद्घाटन होगा।
ये सुविधाएं IT/ITES/ESDM उद्योग और स्टार्टअप्स को प्रोत्साहित करेंगी, जिससे टेक्नोलॉजी इनोवेशन और रोजगार को बढ़ावा मिलेगा।
मत्स्य पालन क्षेत्र में आधुनिक ढांचा तैयार

प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत नई मछली हैचरी, बायोफ्लॉक यूनिट्स, सजावटी मछली पालन और फीड मिल्स का उद्घाटन करेंगे।
इससे ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार, उत्पादन और उद्यमिता को बढ़ावा मिलेगा।

पश्चिम बंगाल को पीएम मोदी देंगे तोहफा: गैस पाइपलाइन और सिटी गैस प्रोजेक्ट का शिलान्यास

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 18 जुलाई को पश्चिम बंगाल के बैंकुरा और पुरुलिया में तेल और गैस, पावर, सड़क व रेल से जुड़ी कई परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे।
₹1,950 करोड़ की BPCL सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन परियोजना: बैंकुरा और पुरुलिया जिलों में PNG और CNG कनेक्शन, नए रोजगार अवसर।
132 किमी दुर्गापुर-कोलकाता नेचुरल गैस पाइपलाइन: ₹1,190 करोड़ की लागत, लाखों घरों तक गैस आपूर्ति और ऊर्जा गंगा योजना का हिस्सा।

प्रज्ञानंद ने फिर किया कमाल, वर्ल्ड नंबर वन मैग्नस कार्लसन को हराकर दिखाया बाहर का रास्तालासवेगास  17 जुलाई । भारत के ग्...
17/07/2025

प्रज्ञानंद ने फिर किया कमाल, वर्ल्ड नंबर वन मैग्नस कार्लसन को हराकर दिखाया बाहर का रास्ता

लासवेगास 17 जुलाई । भारत के ग्रैंडमास्टर आर प्रज्ञानंद ने लास वेगास में फ्रीस्टाइल शतरंज ग्रैंड स्लैम टूर में दुनिया के नंबर 1 मैग्नस कार्लसन पर शानदार जीत दर्ज की। 19 वर्षीय प्रज्ञानंद ने पांच बार के विश्व चैंपियन को मात्र 39 चालों में मात दी।

नॉर्वे के ग्रैंडमास्टर कार्लसन, जो हाल ही में भारत के मौजूदा विश्व चैंपियन डी गुकेश से लगातार हार चुके हैं, उन्हें एक और हार का सामना करना पड़ा। कार्लसन को 19 साल के आर प्रज्ञानंद ने टूर्नामेंट के ग्रुप स्टेज के चौथे राउंड में हरा दिया। इस टूर्नामेंट में हर खिलाड़ी को 10 मिनट का समय और हर चाल पर 10 सेकंड अतिरिक्त मिलते हैं।

प्रज्ञानंद का कमाल

प्रज्ञानंद अब आठ खिलाड़ियों वाले ग्रुप व्हाइट में 4.5 अंकों के साथ संयुक्त बढ़त बनाए हुए हैं। प्रज्ञानंद ने टूर्नामेंट की शुरुआत नोदिरबेक अब्दुसत्तोरोव के खिलाफ काले मोहरों से ड्रॉ खेलकर की। इसके बाद उन्होंने असाउबायेवा को हराया। तीसरे राउंड में उन्होंने काले मोहरों से खेलते हुए कीमर को हराया और फिर चौथे राउंड में कार्लसन को चौंका दिया।

हालांकि, कार्लसन पेरिस और कार्लजूए में फ्रीस्टाइल शतरंज ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट जीत चुके हैं। वह पूरे टूर में शीर्ष पर थे, लेकिन उन्हें अब लास वेगास में खिताबी दौड़ से बाहर होना पड़ा है। राउंड-रॉबिन चरण में उतार-चढ़ाव भरे दिन के बाद कार्लसन अपने ग्रुप में संयुक्त रूप से चौथे स्थान पर रहे और प्लेऑफ में लेवोन अरोनियन से हारकर बाहर हो गए। अब वह निचले ब्रैकेट में पहुंच गए हैं, जहां तीसरे से ऊपर नहीं आ सकते।
कार्लसन ने दो जीत के साथ की शुरुआत

कार्लसन ने दो जीत के साथ शुरुआत की, लेकिन फिर उनकी परफॉर्मेंस गिर गई। प्रज्ञानंद और वेस्ली सो से हार और दो ड्रॉ के बाद, उन्हें अंतिम दौर में जीत की जरूरत थी, ताकि टाईब्रेकर हो सके। उन्होंने बिबिसारा अस्सौबायेवा को हराया, लेकिन फिर दोनों प्लेऑफ गेम अरोनियन से हार गए। इसके चलते वह टॉप ब्रैकेट में नहीं जा सके।

इसी ग्रुप में, प्रज्ञानंदा, नोदिरबेक अब्दुसत्तोरोव और जावोखिर सिंडारोव ने 4.5/7 अंक हासिल करके तालिका में शीर्ष स्थान हासिल किया। अरोनियन ने 4 अंक हासिल किए और कार्लसन को पछाड़ दिया। ब्लैक ग्रुप में हिकारू नाकामुरा ने शानदार प्रदर्शन किया और 7 में से 6 अंक लेकर टॉप पर रहे।

हांस नीमन, जिन्होंने शुरुआत में 5 में से 4.5 अंक हासिल किए थे, उन्होंने भी अगले दौर में जगह बना ली। उनके साथ फैबियानो कारूआना और अर्जुन एरिगैसी भी आगे बढ़े। कारूआना ने अपने शुरुआती छह मुकाबले ड्रॉ खेले थे, लेकिन आखिरी राउंड में नीमन को हराकर जरूरी जीत दर्ज की।

लास वेगास के विंन होटल में फ्रीस्टाइल शतरंज की यूएस में पहली बार हो रही शुरुआत के साथ अब 16 खिलाड़ी नॉकआउट स्टेज में पहुंच चुके हैं। इनमें से आधे खिलाड़ी, जैसे कार्लसन और कीमर, निचले ब्रैकेट से आगे बढ़ने की कोशिश करेंगे, जबकि बाकी खिलाड़ी सीधे खिताब की दौड़ में बने रहेंगे। गुरुवार को क्वार्टरफाइनल मुकाबले खेले जाएंगे। इनमें हारने वाले खिलाड़ी ऊपरी ब्रैकेट से निकलकर निचले ब्रैकेट में चले जाएंगे, जबकि जीतने वाले खिलाड़ी 2 लाख अमेरिकी डॉलर की इनामी राशि के लिए मुकाबला जारी रखेंगे।

गुरुग्राम लैंड स्कैम केस: ईडी ने रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ दाखिल की चार्जशीटनई दिल्ली 17 जुलाई । गुरुग्राम लैंड स्कैम मामले...
17/07/2025

गुरुग्राम लैंड स्कैम केस: ईडी ने रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ दाखिल की चार्जशीट

नई दिल्ली 17 जुलाई । गुरुग्राम लैंड स्कैम मामले में ईडी ने रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है. वाड्रा समेत 11 आरोपियों के खिलाफ यह चार्जशीट फाइल की गई है. यह मामला साल 2008 में खरीदी गई जमीन से जुड़ा है.

क्या है शिकोहपुर लैंड स्कैम केस?

साल 2008 में, रॉबर्ट वाड्रा की कंपनी Skylight Hospitality Pvt Ltd ने गुड़गांव-गुरुग्राम के शिकोहपुर गांव में लगभग 3.53 एकड़ जमीन को करीब 7.5 करोड़ रुपये में खरीदा था. उस समय हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा थे.

इसके बाद इस जमीन पर कमर्शियल कॉलोनी के विकास के लिए लाइसेंस मिला, लेकिन कंपनी ने इसे डेवलप नहीं किया.

सितंबर 2012 में यह जमीन लगभग 58 करोड़ में रियल एस्टेट कंपनी DLF को बेच दी गई. आरोप है कि कम दाम में जमीन खरीदकर अत्यधिक मुनाफ़ा कमाया गया और मनी-लॉन्ड्रिंग की गई.

शिकायतकर्ता सुरेन्द्र शर्मा ने खेरकी दौला थाने में सितंबर 2018 में धोखाधड़ी और दस्तावेज़ों में गड़बड़ी (आईपीसी 420, 467 ) की शिकायत दर्ज करवाई थी. इसके बाद प्रवर्तन निदेशालय ने मनी-लॉन्ड्रिंग जांच शुरू की और 2025 के अप्रैल में वाड्रा को कई बार पूछताछ के लिए बुलाया गया था.

ED की पूछताछ पर वाड्रा ने 'राजनीतिक प्रतिशोध' और 'ऐजेंसियों का दुरुपयोग' होने का आरोप लगाया. उनका कहना है कि मामले में उन्होंने 2019 में भी सभी दस्तावेज़ जमा किए थे, और हेड-टू-हेड सवाल-जवाब का सामना कर रहे हैं.

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