24/01/2025
जवागल श्रीनाथ भारत के क्रिकेट इतिहास में अमिट नाम है. कभी इंजीनियरिंग करने के बाद अमेरिका में नौकरी करने के सपने देखने वाले इस जेंटलमैंन खिलाड़ी ने नहीं सोचा था कि वो क्रिकेट में आएगा और इतना नाम कमाएगा. श्रीनाथ की अपनी काबिलियत ही है कि 2002 में क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद उन्हें तत्कालीन कप्तान सौरव गांगुली ने 2003 का विश्व कप खेलने के लिए बुलाया. श्रीनाथ ने गांगुली की बात मानी और भारतीय टीम में शामिल हुए. श्रीनाथ ने अपने इस अंतिम विश्व कप में भारत के लिए सबसे ज्यादा 16 विकेट झटके!
सन 1990 में भारतीय टीम इंलैंड के दौरे की तैयारी कर रही थी. इसी दौरान जवागल श्रीनाथ को नेट्स में बॉलिंग करने के लिए भेजा गया. पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज सुब्रतो बनर्जी ने इस घटना को याद करते हुए बताया, "दिलीप वेंगसरकर बैटिंग कर रहे थे. बिशन सिंह बेदी ने श्रीनाथ को बॉल फेंकने के लिए कहा. मैंने भारत में पहली बार इतनी तेज गेंद फेंकते हुए किसी को देखा. श्रीनाथ ने बाउंसर बॉल फेंकी और वो वेंगसरकर के बल्ले पर लगी और उनका बैट हाथ से छूट गया. इस बॉल का सामना करते हुए दिलीप वेंगसरकर चौंक गए थे, क्योंकि वो अभी नेट प्रैक्टिस पर पहुंचे ही थे कि उन्हें इस तरह की खरतनाक बॉल का सामना करना पड़ा!
सुब्रतो बनर्जी के मुताबिक, दिलीप वेंगसरकर इस के लिए ठीक से तैयार नहीं थे,इस पर वेंगसरकर ने श्रीनाथ से आग्रह करते हुए कहा, 'भाई बाउंसर मत डाल, बाउंसर के अलावा कुछ भी चलेगा.' श्रीनाथ ने इसके बाद सीधी यॉर्कर डाली, बॉल उनके पैर की उंगली पर गिरी और उनको चोट लग गई । श्रीनाथ असल मायने में भारतीय टीम के पहले स्पीड स्टार थे , श्रीनाथ ने 1997 में जिम्बाब्वे के खिलाफ बोलिंग करते हुए 157 की।स्पीड से बॉल फेकी जो किसी भी भारतीय द्वारा फेकी गई। सबसे तेज बॉल का रिकॉर्ड है।
1999 में श्रीनाथ ने सबको हैरान कर दिया. "वर्ल्ड कप टूर्नामेंट में श्रीनाथ स्पीड के मामले में केवल पाकिस्तान के शोएब अख्तर से पीछे और साउथ अफ्रिका के एलन डोनाल्ड और ऑस्ट्रेलिया के ग्लेन मैकग्रा से आगे थे." इस वर्ल्ड कप में शानदार प्रदर्शन करते हुए जवागल श्रीनाथ ने भारत की तरफ से सबसे ज्यादा विकेट झटके. वर्तमान में श्रीनाथ मैच रेफरी के रूप में क्रिकेट से जुड़े है, भारतीय तेज गेंदबाजी के सिरमौर श्रीनाथ के बारे में अपनी राय कमेंट बॉक्स में बताए!