09/09/2025
PM-KISAN योजना के तहत किसान परिवारों (जिनमें पति-पत्नी दोनों शामिल हैं) को प्रति वर्ष 6,000 रुपये (तीन किश्तों में) दिए जाते हैं। योजना के नियमों के अनुसार, एक परिवार से केवल एक लाभार्थी को लाभ मिलना चाहिए। लेकिन गोरखपुर मंडल (जिसमें गोरखपुर, बस्ती, देवरिया, कुशीनगर, सिद्धार्थनगर और महराजगंज जिले शामिल हैं) में 39,135 दंपतियों की पहचान की गई है, जो पति-पत्नी दोनों के नाम पर दोहरा लाभ ले रहे थे। यह योजना के नियमों का स्पष्ट उल्लंघन है।
उत्तर प्रदेश सरकार के निर्देश पर जिला प्रशासन ने यह अभियान शुरू किया है। अब तक 27,268 दंपतियों का सत्यापन पूरा हो चुका है, जिसमें से पति या पत्नी में से एक का नाम लाभार्थी सूची से हटा दिया गया है। शेष दंपतियों का सत्यापन भी जल्द पूरा होने की उम्मीद है। यह अभियान डिजिटल प्लेटफॉर्म (PM-KISAN पोर्टल) और ग्रामीण स्तर पर ई-ग्राम स्वयंसेवकों की मदद से चलाया जा रहा है।
अपात्र लाभार्थियों से अब तक प्राप्त राशि की वसूली की जाएगी। इसके अलावा, भविष्य में इन लाभार्थियों को योजना से वंचित किया जा सकता है। यदि धोखाधड़ी साबित हुई, तो कानूनी कार्रवाई भी हो सकती है, जैसा कि योजना के दिशा-निर्देशों में उल्लेखित है। उत्तर प्रदेश में अब तक पूरे राज्य स्तर पर लाखों अपात्र लाभार्थियों की पहचान की जा चुकी है, और गोरखपुर मंडल का यह आंकड़ा इसका एक हिस्सा है।