आदर्श ग्राम मोरौना , Bikramganj Rohtas Bihar 802212 सबसे प्यारा गांव हमारा

  • Home
  • India
  • Bikramganj
  • आदर्श ग्राम मोरौना , Bikramganj Rohtas Bihar 802212 सबसे प्यारा गांव हमारा

आदर्श ग्राम मोरौना , Bikramganj Rohtas Bihar 802212 सबसे प्यारा गांव हमारा In village all person Have not negative thinking and in village tread environment An in village yout

किसी ज़माने मे गाँव का महल हुआ करता होगा ❤️😊🏠 #गॉंव_के_महल #गॉंव_का_प्यारा #गॉंव #दृश्य ❤❤
18/03/2025

किसी ज़माने मे गाँव का महल हुआ करता होगा ❤️😊🏠
#गॉंव_के_महल
#गॉंव_का_प्यारा
#गॉंव
#दृश्य
❤❤

 #गांव_दृश्य  #किसानी  #खेती_बाडी #धान_कटनी   #गांव  #मेरा_गांव_मेरा_अभिमान  #मोरौना
10/12/2024

#गांव_दृश्य
#किसानी
#खेती_बाडी
#धान_कटनी
#गांव
#मेरा_गांव_मेरा_अभिमान
#मोरौना

सबकुछ हैं तेरा सीमित, बेहिसाब नहीं है.तुझमें प्रेम,स्नेह,अपनापन,आदाब नहीं है.माना की ये शहर तू ख़ूबसूरत है बहुत,पर मेरे ...
09/12/2024

सबकुछ हैं तेरा सीमित, बेहिसाब नहीं है.
तुझमें प्रेम,स्नेह,अपनापन,आदाब नहीं है.

माना की ये शहर तू ख़ूबसूरत है बहुत,
पर मेरे गाँव की तरह तू लाजवाब नहीं हैं.
#गांव
#मेरा_गांव_मेरा_अभिमान

 #गांँव  #अद्भुत  #नजारा  #तलाब  #गांव_की_तलब #गांव_की_माटी #मोरौना
23/09/2024

#गांँव
#अद्भुत
#नजारा
#तलाब
#गांव_की_तलब
#गांव_की_माटी
#मोरौना

🌹🌹🙏🌹🌹
17/09/2024

🌹🌹🙏🌹🌹

90s के वक्त गाँव की  #शादी_समारोह में न टेंट हाऊस थे और न कैटरिंग, थी तो बस  #सामाजिकता। गांव में जब कोई शादी ब्याह होते...
17/09/2024

90s के वक्त गाँव की #शादी_समारोह में न टेंट हाऊस थे और न कैटरिंग, थी तो बस #सामाजिकता। गांव में जब कोई शादी ब्याह होते तो घर घर से चारपाई आ जाती थी, हर घर से थरिया, लोटा, कलछुल, कराही इकट्ठा हो जाता था और गाँव की ही #महिलाएं एकत्र हो कर खाना बना देती थीं। #औरते ही मिलकर दुलहिन तैयार कर देती थीं और हर रसम का गीत गारी वगैरह भी खुद ही गा लिया करती थी।

तब डीजे रमेश - डीजे राजू जैसी चीज नही होती थी और न ही कोई #आरकेस्ट्रा वाले फूहड़ गाने। गांव के सभी चौधरी टाइप के लोग पूरे दिन काम करने के लिए इकट्ठे रहते थे। हंसी ठिठोली चलती रहती और समारोह का कामकाज भी। शादी ब्याह मे गांव के लोग #बारातियों के खाने से पहले खाना नहीं खाते थे क्योंकि यह घरातियों की इज्ज़त का सवाल होता था। गांव की महिलाएं गीत गाती जाती और अपना काम करती रहती। सच कहु तो उस समय गांव मे सामाजिकता के साथ समरसता होती थी।

खाना परसने के लिए गाँव के लौंडों का गैंग समय पर इज्जत सम्हाल लेते थे। कोई बड़े घर की शादी होती तो टेप बजा देते जिसमे एक कॉमन गाना बजता था- #मैं_सेहरा_बांधके_आऊंगा मेरा वादा है और दूल्हे राजा भी उस दिन खुद को किसी #युवराज से कम न समझते। दूल्हे के आसपास नाऊ हमेशा रहता, समय समय पर बाल झारते रहता था और समय समय पर काजर-पाउडर भी पोत देता था ताकि दुलहा सुन्नर लगे। फिर द्वारा बरियात होता फिर शुरू होती पण्डित जी लोगों की महाभारत जो रातभर चलती। फिर कोहबर होता, ये वो रसम है जिसमे दुलहा दुलहिन को अकेले में दो मिनट बतियाने के लिए दिया जाता था लेकिन इत्ते कम समय में कोई क्या खाक बात कर पाता। सबेरे कलेवा में जमके गारी गाई जाती और यही वो रसम है जिसमे दूल्हे राजा जेम्स बांड बन जाते कि ना, हम नही खाएंगे कलेवा। फिर उनको मनाने कन्यापक्ष के सब जगलर टाइप के लोग आते।

अक्सर दुलहा की सेटिंग अपने चाचा या दादा से पहले ही सेट रहती थी और उसी अनुसार आधा घंटा या पौन घंटा रिसियाने का क्रम चलता और उसी से दूल्हे के छोटे भाई सहबाला की भी भौकाल टाइट रहती लगे हाथ वो भी कुछ न कुछ और लहा लेता...फिर एक जय घोष के साथ रसगुल्ले का कण दूल्हे के होठों तक पहुंच जाता और एक विजयी मुस्कान के साथ वर और वधू पक्ष इसका आनंद लेते।
उसके बाद दूल्हे का साक्षात्कार वधू पक्ष की महिलाओं से करवाया जाता और उस दौरान उसे विभिन्न उपहार प्राप्त होते जो नगद और श्रृंगार की वस्तुओं के रूप में होते.. इस प्रकिया में कुछ अनुभवी महिलाओं द्वारा काजल और पाउडर लगे दूल्हे का कौशल परिक्षण भी किया जाता और उसकी समीक्षा परिचर्चा विवाह बाद आहूत होती थी और लड़कियां दूल्हा के जूता चुराती और 51 से 101 में मान जाती।

फिर गिने चुने बुजुर्गों द्वारा माड़ौ (विवाह के कर्मकांड हेतु निर्मित अस्थायी मंडप ) हिलाने की प्रक्रिया होती वहां हम लोगों के बचपने का सबसे महत्वपूर्ण आनंद उसमें लगे लकड़ी के शुग्गों ( तोता) को उखाड़ कर प्राप्त होता था और विदाई के समय नगद नारायण कड़ी कड़ी 10/20 रूपये की नोट जो कहीं 50 रूपये तक होती थी।
वो स्वार्गिक अनुभूति होती कि कह नहीं सकते हालांकि विवाह में प्राप्त नगद नारायण माता जी द्वारा 2/5 रूपये से बदल दिया जाता था।
आज की पीढ़ी उस वास्तविक आनंद से वंचित हो चुकी है जो आनंद विवाह का हम लोगों ने प्राप्त किया है.
लोग बदलते जा रहे हैं, परंपरा भी बदलते चली जा रही है, आगे चलकर यह सब देखन को मिलेगा की नही अब इ त विधाता जाने लेकिन जो मजा उस समय मे था, वह अब धीरे धीरे बिलुप्त हो रहा है।

_____
#गाँव #यादें



#शादीसमारोह

 ोड  #गांव  #गांवकीयादें  #मोरौना आदर्श ग्राम मोरौना , Bikramganj Rohtas Bihar 802212 सबसे प्यारा गांव हमारा
14/09/2024

ोड
#गांव
#गांवकीयादें
#मोरौना

आदर्श ग्राम मोरौना , Bikramganj Rohtas Bihar 802212 सबसे प्यारा गांव हमारा

 ार_अवश्य_पढे...मेरा  #गांव अब उदास रहता है.. ✍️लड़के जितने भी थे मेरे गांव में।जो बैठते थे दोपहर को आम की छांव में।बड़ी...
31/08/2024

ार_अवश्य_पढे...

मेरा #गांव अब उदास रहता है.. ✍️

लड़के जितने भी थे मेरे गांव में।
जो बैठते थे दोपहर को आम की छांव में।
बड़ी रौनक हुआ करती थी जिनसे घर में
वो सब के सब चले गए शहर में।
ऐसा नही कि रहने को मकान नही था।
बस यहां रोटी का इंतजाम नहीं था।
हास परिहास का आम तौर पर उपवास रहता है।
मेरा #गांव अब उदास रहता है।।

बाबू जी ठंड में सिकुड़े और पसीने मे नहाए थे।
तब जाकर तीन कमरे किसी तरह बनवाए थे।
अब तीनों कमरे खाली हैं मैदान बेजान है।
छतें अकेली हैं गलियां वीरान हैं।।
मां का शरीर भी अब घुटनों पर भारी है।
पिता को हार्ट और डाईविटीज की बीमारी है।
अपने ही घर में मां बाप का वनवास रहता है।
मेरा #गांव अब उदास रहता है।।

छत से बतियाते पंखे, दीवारें और जाले हैं।
कुछ मकानों पर तो कई वर्षों से तालें हैं।।
बेटियों को ब्याह दिया गया ससुराल चली गई।
दीवाली की छुरछुरी होली का गुलाल चली गई।
मोहल्ले मे जाओ जरा झांको कपाट पर।
बैठे मिलेंगे अकेले बाबू जी, किसी कुर्सी किसी खाट पर।।
सावन के झूले उतर गए भादों भी निराश रहता है।
मेरा #गांव अब उदास रहता है।।

कबड्डी वालीबाल अंताक्षरी, सब वक्त की तह में दब गए।
हमारे गांव के लड़के कमाने अहमदाबाद जब गए।।
अब रामलीला दुर्गापूजा की वो बात नही रही।
गर्मियों मे छतों पर हलचल की रात नही रही।।
दालान में बैठे बुजुर्ग भी स्वर्ग सिधार गए।
जो जीत गए थे मुश्किलों से वो बीमारियों से हार गए।।
ये अंधी दौड़ तरक्कियों की गांव सूना कर गई।
खालीपन का घाव अब तो दोगुना कर गई।
जाने वाले चले गए, कहां कोई अनायास रहता है।
मेरा #गांव अब उदास रहता है...❤️🌻

#गांव

#गांवकीयादें
#सच्चाई
#मोरौना

 #स्वतंत्रता_दिवस_2024 🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳❤️💪
15/08/2024

#स्वतंत्रता_दिवस_2024
🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳❤️💪

 #गांव_के_यादें... े_अनाज_घर_होता_था... #कोठिला या  #भाडी के नाम से जाना जाता था... #गांव_की_माट्टी #गांव_का_प्यार
09/07/2024

#गांव_के_यादें...
े_अनाज_घर_होता_था...
#कोठिला या #भाडी के नाम से जाना जाता था...
#गांव_की_माट्टी
#गांव_का_प्यार

Address

Morauna Main Road
Bikramganj
802212

Telephone

+918553157150

Website

Alerts

Be the first to know and let us send you an email when आदर्श ग्राम मोरौना , Bikramganj Rohtas Bihar 802212 सबसे प्यारा गांव हमारा posts news and promotions. Your email address will not be used for any other purpose, and you can unsubscribe at any time.

Share