18/12/2023
पटेलनगर में श्री रामलीला में लंकेश ने माता सीता का किया हरण
जसनगर ( नागौर ) 18 दिसम्बर राजाराम पटेल........................
पंचवटी पहुंचे राम सीता और लक्ष्मण
लक्ष्मण ने काटे सूर्पणखा के नाक कान
लंकेश ने माता सीता का किया हरण
समस्त ग्रामवासीयो द्वारा श्रीरामलीला का आयोजित........................
जसनगर कस्बे के निकटवर्ती ग्राम पटेलनगर कस्बे के मानणियो की पोल के सामने श्रीठाकुरजी के मंदिर प्रांगण में अतियाधुनिक रंग बिरंगी रोशनी से सुसजीत मंच लगाकर श्री धर्म प्रचारक रामायण मंडल काशी वाराणसी उत्तर प्रदेश से आई रामलीला मंडली द्वारा समस्त ग्रामवासीयो के सहयोग से आयोजन श्रीरामलीला का मंचन के दौरान शनिवार रात्रि को लंकेश ने माता जानकी का किया हरण का मंचन देखकर दर्शको में छाई मायूसी।
संगीतमय मधुर धुन पर श्री रामलीला का मंचन
श्री धर्म प्रचारक रामायण मंडल काशी वाराणसी उत्तर प्रदेश से आई रामलीला मंडली द्वारा आयोजित श्रीरामलीला मंचन दौरान
सेमाज सेवी एवं भामाशाह बाबूलाल मानणीया, पप्पुराम मानणीया, ओमप्रकाश चान्दोरा, जोगाराम मानणीया, टोडाराम मानणीया, रेंवतराम मानणीया, हाथीराम मानणीया, सरवणराम मंगलोड़ा, पारसमल कुमावत, जालाराम मानणीया, रामलीला मंडली के निर्देशक मंहत पंडित घनश्याम शरण महाराज, संचालक पंडित मनोज तिवारी, व्यवस्थापक योगेश तिवारी आदि ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर श्रीरामलीला का शुभारंभ किया।
पंचवटी पहुंचे राम सीता और लक्ष्मण
भगवान श्रीराम भ्राता लक्ष्मण व सीता के साथ पंचवटी में पहुंचते हैं, जहां पर वह पर्ण कुटी बनाकर रहने लगते हैं। वहां पर रावण की बहन सूर्पणखा आती है। वह कामातुर होकर राम व लक्ष्मण से विवाह के लिए कहती है। उनके मना करने पर वह भयंकर रूप धारण कर लेती है। क्रोध में लक्ष्मण जी उसके नाक कान काट लेते हैं। यह सब सुनकर खर, दूषण आये और उन्होंने राम व लक्ष्मण के साथ भयंकर युद्ध किया। जिसमें भगवान श्रीराम ने उनको मारकर अपने परम धाम पहुंचा दिया।
लक्ष्मण ने काटे सूर्पणखा के नाक कान
रावण दरबार में सूर्पणखा विलाप करती हुई पहुंचती है। रावण ने उसकी दशा देखकर पूछा कि तेरे नाक कान किसने काटे। सूर्पणखा ने कहा कि राम लक्ष्मण दशरथ के पुत्र हैं। राम के छोटे भाई लक्ष्मण ने मेरे नाक कान काटे हैं। उन्होंने खर, दूषण का भी वध कर दिया है। रावण सोचता है कि खर, दूषण को मारने वाला कोई साधारण मनुष्य नहीं हो सकता। निश्चित ही कोई अवतार है।
लंकेश ने माता सीता का किया हरण
रावण मारीच के पास जाता है और राम से बदला लेने के लिए कपट मृग बनने को कहता है। मारीचि सोने का मृग बनकर पंचवटी से निकलता है तो सीता राम जी से उस स्वर्ण मृग की खाल लाने को कहती हैं। रामजी उसके पीछे जाते हैं और उस स्वर्ण मृग को एक बाण से मार देते हैं। मारीच मरते समय हे लक्ष्मण, हे लक्ष्मण की आवाज करता है। सीता जी ने राम को संकट में जानकर लक्ष्मण को उनकी सहायता में भेजती हैं। मौका देखकर लंकेश साधु का वेश धरकर माता जानकी का हरण कर लेता है और रथ में बैठा कर आकाश मार्ग से जाता है। मार्ग में जटायु रावण पर हमला कर देते हैं। इसके बाद लंकेश जटायु के पंख तलवार से काट देता है।
अतिथियों व उपस्थितजनों का स्वागत किया-
श्री धर्म प्रचारक रामायण मंडल काशी वाराणसी की श्री रामलीला मंडली के निर्देशक मंहत पंडित घनश्याम शरण महाराज, संचालक पंडित मनोज तिवारी, व्यवस्थापक योगेश तिवारी, प्रधुमन पाण्डे, अजय तिवारी, निरज दुबे, रामजी तिवारी, अवधेश कुमार, आदि कलाकारो द्वारा श्रीरामलीला का मंचन के दौरान उपस्थित अतिथियों व उपस्थितजनों का स्वागत किया। श्री रामलीला मंडली के निर्देशक मंहत पंडित घनश्याम शरण महाराज ने सभी अतिथियों व उपस्थितजनों को धन्यवाद ज्ञापन किया।
इस अवसर पर उपस्थित रहै-
इस श्रीराम लीला मंचन के दौरान सेमाज सेवी एवं भामाशाह बाबूलाल मानणीया, रेंवतराम मानणीया, हाथीराम मानणीया, सरवणराम मंगलोड़ा, पारसमल कुमावत, अध्यापक जयकिशन वैष्णव, जालाराम मानणीया, गोपाराम मानणीया, राजाराम पटेल, सुशील मानणीया, ओमप्रकाश ममोया, रामलीला मंडली के निर्देशक मंहत पंडित घनश्याम शरण महाराज, संचालक पंडित मनोज तिवारी, व्यवस्थापक योगेश आदि उपस्थित रहै।.........................................
01 फोटो कैप्शन । जसनगर । पटेलनगर में श्री रामलीला में लंकेश ने माता सीता का किया हरण।
02 फोटो कैप्शन । जसनगर । पटेलनगर में श्री रामलीला में लंकेश ने माता सीता का किया हरण।