11/06/2025
आज दिनाकं 11/06/2025 को विकसित कृषि संकल्प अभियान के अंतर्गत हिमाचल प्रदेश के जिला मंडी के गोहर ब्लॉक की देवीदढ़ , ढंगयारा पंचायतों में किसान गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमे विशेष रूप से कृषि विज्ञान केंद्र से डॉ शकुंतला राही जी, डॉ ब्रिज, कृषि अधिकारी प्रदीप जी ,इफको के जिला अधिकारी श्री रोहित ग्लोटिया,Aqua agri से शुरू पुनीत शर्मा जी ओर 65से अधिक प्रगतिशील किसानो ने भाग लिया।रोहित गलोटिया ने किसानों को नैनो यूरिया और नैनो डीएपी के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि फसल के बीजों को 5 मिली प्रति किलोग्राम बीज की दर से नैनो डीएपी से उपचारित करे एवं जब फसल 30 से 35 दिन की हो जाए तो नैनो डीएपी 4 मल प्रति लीटर पानी के हिसाब से छिड़काव करें इस प्रक्रिया में 50% दानेदार डीएपी की बचत हो जाती है साथ ही नैनो यूरिया 4 मिली प्रति लीटर पानी में घोलकर जब फसल 30 से 35 दिन की हो जाए उस समय नैनो यूरिया और नैनो डीएपी एक साथ मिलाकर छिड़काव करें। नैनो उत्पादों के साथ खरपतवार नाशक और अन्य कीटनाशक दवाओं का छिड़काव आसानी से किया जा सकता है। इस प्रकार किसान भाई नैनो उर्वरकों का प्रयोग कर दानेदार खाद की मात्रा को आधा कर सकते हैं जिससे कि मृदा,जल और वायु को प्रदूषित होने से बचाया जा सकता है क्योंकि दानेदार खाद की 30- 40% मात्रा ही पौधों द्वारा उपयोग में लाई जाती है बाकी शेष मात्रा मृदा,जल और वायु को प्रदूषित करती है जबकि नैनो उर्वरक 90 से 95% तक पौधे द्वारा उपयोग में लाई जाती है जिससे प्रदूषण के नहीं के बराबर होता है।
कृषि विज्ञान केंद्र से आए डॉ राही जी ने सब्जी की फसलों पर लगने वाले कीटो के बारे ने जानकारी दी और सभी किसानों से नैनो उर्वरकों के ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करने का आहान किया!