01/04/2025
"बारिश और एक मुलाकात"**
**मुंबई।**
बारिश की बूंदों ने शहर को धुंधला कर दिया था। आरव मल्होत्रा अपने ऑफिस की खिड़की से बाहर देख रहा था। उसकी टीम लीड ने अभी-अभी नया प्रोजेक्ट दिया था, और वह देर रात तक काम करने वाला था।
"यार, आज फिर से लेट नाइट?" उसके दोस्त ने पूछा।
"हाँ... डेडलाइन कल है," आरव ने थके हुए स्वर में जवाब दिया।
वह जल्दी-जल्दी बस स्टॉप की ओर भागा। बारिश तेज हो रही थी, और उसने अपनी जैकेट को सिर पर रख लिया। बस स्टॉप पर कई लोग खड़े थे, सभी छतरी के नीचे सिमटे हुए। तभी उसकी नज़र एक लड़की पर पड़ी—वह हल्के नीले रंग की सलवार कमीज पहने, हाथ में डांस बैग लिए खड़ी थी। उसके गीले बाल उसके चेहरे से चिपक रहे थे, और वह बारिश में भीगते हुए मुस्कुरा रही थी, जैसे मौसम उसकी खुशी का कारण हो।
आरव उसे देखता रह गया।
तभी बस आ गई। भीड़ ने धक्का-मुक्की शुरू कर दी। आरव ने जल्दबाजी में कदम बढ़ाया और गलती से उस लड़की से टकरा गया। उसके हाथ से फोन गिर गया।
"अरे! देखकर चलो यार!" लड़की ने गुस्से से कहा।
"सॉरी... मैं..." आरव ने फोन उठाया। स्क्रीन पर एक क्रैक आ गया था।
लड़की ने आरव की ओर देखा। उसकी आँखों में गुस्सा था, लेकिन जब उसने आरव के शर्मिंदा चेहरे को देखा, तो उसका गुस्सा थोड़ा शांत हुआ।
"कोई बात नहीं... पर अगली बार ध्यान रखना," उसने कहा।
"मैं इसकी मरम्मत करवा दूँगा," आरव ने कहा।
"छोड़ो, मैं खुद करवा लूँगी," लड़की ने फोन लेते हुए कहा।
बस का ड्राइवर हॉर्न बजा रहा था। आरव ने जल्दी से बस में चढ़ने की कोशिश की, लेकिन उसने पलटकर एक बार फिर उस लड़की को देखा। वह अब भी वहीं खड़ी थी, और उसकी नज़रें आरव से मिल गईं।
दोनों के बीच एक पल के लिए सब कुछ थम सा गया।
फिर बस चल दी।
आरव के दिल में एक अजीब सी धड़कन हो रही थी। वह सोच रहा था— *"काश मैं उसका नाम पूछ लेता..."*
उधर, बस स्टॉप पर खड़ी आदिती ने अपने क्रैक्ड फोन को देखा और मुस्कुरा दी।
*"यह लड़का... कुछ अलग है।".
"दोबारा मुलाकात"
आरव पूरी रात उस लड़की के बारे में सोचता रहा। उसके चेहरे की मासूम मुस्कान, गीले बालों से चिपकी हुई लटें, और आँखों में छलकती जिद्द... वह सब उसके ज़हन से निकल ही नहीं रहा था।
*"क्या उसका फोन ठीक हो गया होगा?"*
*"क्या वह मुझे याद भी कर रही होगी?"*
अगले दिन ऑफिस में उसका मन बिल्कुल नहीं लग रहा था। उसके सहकर्मी राहुल ने ग़ौर से देखा।
"क्या हुआ तुम्हें? किसी लड़की के बारे में सोच रहे हो क्या?" राहुल ने मज़ाक किया।
आरव ने उसे घूरकर देखा, "तुम्हें कैसे पता?"
"अरे भाई! तुम्हारा चेहरा सब कुछ बयान कर रहा है," राहुल हँसा।
शाम को छुट्टी मिलते ही आरव अपने पसंदीदा कैफे "ब्लू मून" की ओर चल पड़ा। यह जगह उसे शांति देती थी। वहाँ बैठकर वह कोडिंग करता या किताबें पढ़ता। आज भी वह अपना लैपटॉप निकालकर बैठ ही रहा था कि तभी उसकी नज़र कैफे के कोने में पड़ी एक आकृति पर गई।
वही लड़की।
वह एक ग्रुप के साथ बैठी थी, और जोशीले अंदाज़ में कुछ समझा रही थी। आरव ने ध्यान से सुना—
"नहीं यार, इस स्टेप में हाथ ऊपर उठाना है, नीचे नहीं!"
*"तो यह डांस टीचर है..."* आरव ने मन ही मन सोचा।
वह उसकी ओर देखता रहा। तभी अचानक आदिती ने उसकी ओर देख लिया। उसकी आँखें चौंधिया गईं।
*"वही लड़का!"*
आदिती ने अपने दोस्तों से कुछ कहा और आरव की मेज़ की ओर बढ़ी। आरव का दिल धड़कने लगा।
"तो... हम फिर मिल गए," आदिती ने मुस्कुराते हुए कहा।
"हाँ... संयोग है शायद," आरव ने झेंपते हुए जवाब दिया।
"मैं आदिती हूँ। और तुम?"
"आरव..."
"तो आरव, क्या तुम मेरा फोन ठीक करवाने आए हो?" आदिती ने चुटकी ली।
आरव हँसा, "अगर तुम चाहो तो हाँ।"
"चलो, मेरी डांस क्लास खत्म होने तक बैठो। फिर तुम मुझे एक कॉफी की ट्रीट दोगे, और हम बराबर हो जाएँगे," आदिती ने कहा और बिना जवाब सुने वापस अपने ग्रुप में चली गई।
आरव हैरान रह गया। *"यह लड़की... बिल्कुल अलग है।"*
- आरव आदिती की डांस क्लास खत्म होने का इंतज़ार करता है।
- वे कॉफी पीते हैं और बातचीत करते हैं। आदिती उसे अपने डांस के बारे में बताती है, आरव अपने सॉफ्टवेयर प्रोजेक्ट्स के बारे में।
- आदिती उसे चुनौती देती है— "अगले हफ्ते मेरा डांस शो आ रहा है, तुम्हें आना होगा!"
- आरव हिचकिचाता है, लेकिन हाँ कर देता है।
- शो के दिन, आरव वहाँ जाता है और आदिती के डांस से मंत्रमुग्ध हो जाता है।
- शो के बाद, आदिती उसे बैकस्टेज बुलाती है और कहती है— "तुम्हारे लिए एक सरप्राइज है!"
- वह उसे स्टेज पर खींच लेती है और उसे डांस स्टेप्स सिखाने लगती है। आरव शर्मिंदा होता है, लेकिन आदिती के साथ वह भी हँसता है।
- उस रात दोनों को एहसास होता है कि वे एक-दूसरे के लिए सिर्फ़ दोस्त से ज़्यादा महसूस करने लगे हैं...
"एक नई शुरुआत"**
आरव ने अपनी घड़ी पर नज़र डाली। शाम के 6:30 बजे थे, और आदिती की डांस क्लास अभी खत्म होने में आधा घंटा बाकी था। वह अपनी कॉफी का आखिरी घूँट पीकर बैठा रहा, जबकि आदिती अपने स्टूडेंट्स को एक जटिल डांस स्टेप समझा रही थी।
*"यह लड़की कितनी धैर्यवान है..."* आरव ने सोचा। वह देख रहा था कि कैसे आदिती एक छोटी सी बच्ची को बार-बार एक ही मूवमेंट करवा रही थी, बिना थके, बिना चिढ़े।
क्लास खत्म होते ही, आदिती अपने स्टूडेंट्स को अलविदा कहकर आरव के पास आई। उसके माथे पर पसीना चमक रहा था, और वह हाँफ रही थी।
"तो, कैसी लगी मेरी क्लास?" आदिती ने पूछा, अपने डांस बैग से पानी की बोतल निकालते हुए।
"तुम... तुम अद्भुत हो," आरव ने ईमानदारी से कहा।
आदिती हँस पड़ी, "वाह! सीधे दिल पर वार?"
"नहीं, मैं सच कह रहा हूँ। तुम्हारे पास इतना धैर्य है... मैं तो अपने इंटर्न्स को दो बार समझाने के बाद ही खीझ जाता हूँ।"
"हो सकता है तुम्हें सिर्फ़ सही छात्र नहीं मिले," आदिती ने मुस्कुराते हुए कहा। "चलो, मेरी कॉफी का वादा याद है न?"
वे कैफे के बाहर बने छोटे से गार्डन में बैठ गए। शाम की ठंडी हवा चल रही थी, और आसपास के पेड़ों से पत्तियों की ख़ुशबू आ रही थी।
"तो, आरव मल्होत्रा, तुम्हारी ज़िंदगी में सिवाय कोडिंग के और क्या है?" आदिती ने पूछा।
आरव ने सोचा, "किताबें... और शायद सोना।"
"अच्छा? कोई शौक नहीं? दोस्त नहीं? गर्लफ्रेंड नहीं?" आदिती ने शरारती अंदाज़ में पूछा।
आरव का चेहरा लाल हो गया, "नहीं... मतलब, दोस्त हैं, पर..."
"पर?"
"पर मैं ज़्यादा सोशल नहीं हूँ।"
आदिती ने उसकी ओर देखा, जैसे वह उसकी आत्मा को पढ़ रही हो, "हम्म... तो तुम्हारी ज़िंदगी बहुत उबाऊ है।"
आरव ने आपत्ति जताई, "उबाऊ नहीं! शांत है।"
"ठीक है, श्री शांत जी, अगले हफ्ते मेरा एक डांस शो है। तुम्हें आना होगा," आदिती ने चुनौती देते हुए कहा।
"मैं... मैं नहीं जानता—"
"नहीं, कोई बहाना नहीं!" आदिती ने उसकी कलाई पकड़ ली, "यह मेरा बड़ा शो है, और मुझे चाहिए कि तुम वहाँ हो। वादा?"
आरव ने उसकी आँखों में देखा। वहाँ एक ऐसी चमक थी जिसे ना कहना असंभव लग रहा था।
"ठीक है... वादा।"
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**डांस शो का दिन**
आरव ने अपनी सबसे अच्छी शर्ट पहनी थी। वह थिएटर के बाहर खड़ा था, टिकट खरीदते हुए। उसने कभी नहीं सोचा था कि वह किसी डांस शो में जाएगा, पर आदिती के लिए वह यहाँ था।
शो शुरू हुआ, और जब आदिती स्टेज पर आई, तो आरव की सांसें थम सी गईं। वह एक नीले रंग की चमकदार ड्रेस में थी, और स्पॉटलाइट उस पर पड़ रहा था। जैसे ही संगीत शुरू हुआ, आदिती ने डांस करना शुरू किया।
आरव मंत्रमुग्ध होकर देखता रहा। उसके हर मूवमेंट में एक कहानी थी, हर एक्सप्रेशन में एक भावना। वह सिर्फ़ नाच नहीं रही थी—वह जी रही थी, वह महसूस कर रही थी।
शो खत्म होने पर सभी ने तालियाँ बजाईं। आरव खड़ा हो गया और ज़ोर से ताली बजाई।
बाद में, वह बैकस्टेज की ओर गया। आदिती अपने दोस्तों से बात कर रही थी, लेकिन जैसे ही उसने आरव को देखा, उसकी आँखें चमक उठीं।
"तुम आए!" वह चिल्लाई और उसकी ओर भागी।
"हाँ, मैंने वादा किया था न," आरव ने कहा।
"और? कैसा लगा?"
"तुम... तुम जबर्दस्त थी। मैंने कभी ऐसा कुछ नहीं देखा," आरव ने ईमानदारी से कहा।
आदिती की आँखें चमक उठीं, "चलो, मेरे साथ। मैं तुम्हें कुछ दिखाना चाहती हूँ।"
वह उसका हाथ पकड़कर स्टेज की ओर ले गई। आरव ने विरोध करने की कोशिश की, "अरे, मैं नहीं—"
"चुपचाप चलो!" आदिती ने कहा।
स्टेज पर, आदिती ने अपने फोन से एक धीमा गाना लगाया।
"तो, आरव मल्होत्रा, क्या तुमने कभी डांस किया है?"
"नहीं... मतलब, स्कूल में एक बार—"
"यह बहाने बाद में। अभी मैं तुम्हें एक सरल सा स्टेप सिखाऊँगी। देखो..."
आदिती ने उसके हाथ पकड़े और उसे एक बेसिक डांस मूवमेंट करने को कहा। आरव शुरू में अजीब महसूस कर रहा था, लेकिन आदिती के साथ वह धीरे-धीरे ढलने लगा।
"वाह! तुम तो नैचुरल हो," आदिती ने प्रशंसा भरी नज़रों से देखा।
आरव हँसा, "शायद तुम अच्छी टीचर हो।"
गाना खत्म होने पर, दोनों ने एक-दूसरे की ओर देखा। स्टेज की रोशनी में आदिती की आँखें और भी चमकदार लग रही थीं। आरव ने महसूस किया कि उसका दिल तेज़ी से धड़क रहा है।
तभी अचानक आदिती ने कहा, "अब तुम्हें हर हफ्ते मेरी क्लास में आना होगा।"
"क्या? नहीं, मैं—"
"कोई नहीं! अब तुम मेरे स्टूडेंट हो," आदिती ने ज़ोर देकर कहा।
आरव ने देखा कि आदिती की मुस्कान उस पर कितना असर डाल रही है। वह जानता था कि वह उसे मना नहीं कर पाएगा।
"ठीक है... लेकिन सिर्फ़ एक बार," उसने कहा।
आदिती ने शरारती अंदाज़ में कहा, "हम देखेंगे..."
"दो दुनियाओं का मिलन"** *(आरव की डांस क्लास और ऑफिस में आदिती की पहली यात्रा)*
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# # # **डांस क्लास का पहला दिन**
आरव ने अपने जूते के फीते बाँधते हुए गहरी साँस ली। *"यह मैं क्यों कर रहा हूँ?"* वह सोच ही रहा था कि आदिती ने स्टूडियो का दरवाजा खोलकर उसे अंदर खींच लिया।
"अरे वाह! आप तो सच में आ गए!" वह चिल्लाई।
स्टूडियो में 10-12 लड़कियाँ (उम्र 8 से 15 साल) खड़ी थीं, जो आरव को देखकर किख़िखाने लगीं। एक बच्ची ने पूछा, "दीदी, यह अंकल हमारे साथ डांस करेंगे?"
आरव का चेहरा तुरंत लाल हो गया। आदिती ने मस्ती से कहा, "हाँ बेटा! यह हमारे नए स्टूडेंट हैं। इन्हें 'अंकल' मत कहो, नहीं तो यह भाग जाएँगे!"
**क्लास के दौरान:**
- आरव ने पहली बार "कत्थक के बेसिक टुकड़े" सीखे
- बच्चियों ने उसका मजाक उड़ाया जब वह "टिंग" की जगह "टांग" मारने लगा
- आदिती ने जानबूझकर उसे सबके सामने डेमो दिखाने को कहा - आरव का पसीना-पसीना हो गया
- क्लास खत्म होते ही आरव ने झुककर सबको नमस्ते की - सभी बच्चियाँ हँस पड़ीं
"तुम तो राजा महाराजा की तरह सलाम कर दिए!" आदिती हँसी।
आरव ने पोंछते हुए कहा, "मैं तो जिंदा बच गया!"
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# # # **ऑफिस में तूफान** *(आदिती की पहली विजिट)*
अगले दिन आरव अपने क्यूबिकल में कोड लिख रहा था कि अचानक पूरे ऑफिस में हलचल मच गई।
"यह लड़की किसकी तलाश में है?"
"वाह! कौन है यह?"
आरव ने सिर उठाया तो देखा - **आदिती चमकीले पीले ड्रेस में, हाथ में टिफिन बॉक्स लिए खड़ी थी।**
"अरे! यह तो मेरा—"
"हैलो सॉफ्टवेयर वालों!" आदिती ने झटके से सबका अटेंशन पा लिया, "मैं आरव के लिए घर का खाना लाई हूँ। क्या आप लोगों ने इसे आज लंच करने ही नहीं दिया?"
पूरी टीम हँस पड़ी। राहुल ने धक्का देकर आरव को आगे किया, "लो जी, आपकी 'डिलीवरी' आ गई!"
**ऑफिस में चर्चा:**
- आदिती ने सबको घर की बनी मिठाई खिलाई
- उसने आरव के कंप्यूटर स्क्रीन पर डांसिंग स्टिकर चिपका दिए
- टीम ने पूछा - "तुम दोनों कब से डेटिंग कर रहे हो?"
- आरव घबरा गया, लेकिन आदिती ने चुटकी ली - "जब यह डांस में मेरे लेवल का हो जाएगा!"
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# # # **रात का खाना और एक गंभीर बातचीत**
शाम को आदिती ने आरव को अपने फ्लैट पर डिनर के लिए बुलाया।
- आदिती ने खुद पकाया था (हालाँकि दाल थोड़ी जली हुई थी)
- आरव ने उसकी फोटो वाली दीवार देखी - बचपन से लेकर डांस कॉम्पीटिशन तक की तस्वीरें
- आदिती ने एक फोटो दिखाई - "यह मैं पेरिस में हूँ। अगले महीने वहाँ के एक डांस अकादमी से स्कॉलरशिप का रिजल्ट आएगा..."
आरव ने चम्मच रख दी, "पेरिस? मतलब... तुम वहाँ जा रही हो?"
आदिती ने देखा कि आरव की आवाज़ में एक अजीब सी कंपकंपी थी। उसने हल्के से कहा, "अगर सिलेक्शन हो गया तो... हाँ। 2 साल का कोर्स है।"
कमरे में एक असहज सी चुप्पी छा गई।
– "टूटते सपने और बिखरते दिल"** *(स्कॉलरशिप का झटका)*
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# # # **वो खत जिसने सब बदल दिया**
आदिती का फोन सुबह-सुबह बज उठा। फ्रांस के कोड (+33) वाला नंबर।
"ऑलो? मैडमोइसेल शर्मा? फेलिसिटेशन्स! आपको हमारी डांस अकादमी में—"
आदिती का हाथ काँपने लगा। वह पत्र पढ़ते हुए बिस्तर पर बैठ गई। *"2 साल की फुल स्कॉलरशिप... पेरिस... प्रोफेशनल ट्रेनिंग..."*
उसकी आँखों के आगे अपने सपने तैरने लगे – **ऐफिल टावर के सामने प्रैक्टिस, इंटरनेशनल स्टेज पर परफॉर्मेंस...**
फिर अचानक आरव का चेहरा याद आया।
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# # # **कॉफी शॉप में सन्नाटा**
आरव ने टेबल पर दो कप कॉफी रखी। आदिती की उदास आँखें देखकर वह समझ गया।
"सिलेक्शन हो गया न?" उसने धीमे से पूछा।
आदिती ने सिर हिलाया, "हाँ... 15 अगस्त को जाना होगा।"
"यह तो बहुत अच्छी बात है!" आरव ने जबरदस्ती उत्साह दिखाया, "मैंने तुम्हारा एयरटिकट भी बुक कर दिया है। देखो!"
उसने फोन पर बुकिंग दिखाई। आदिती का चेहरा तमतमा गया।
"तुम्हें क्या लगता है? मैं तुम्हारी चीज़ हूँ जिसे तुम मनचाहे शेड्यूल कर दो?" उसकी आवाज़ में जहर घुला था।
"मैं तो बस तुम्हारी मदद..."
"मदद? यह कंट्रोल है आरव! तुम हमेशा से चाहते थे कि मैं यहाँ रहूँ, तुम्हारे छोटे से दायरे में!" आदिती ने आँसू पोंछे, "मुझे लगा था तुम समझोगे... पर तुम तो बाकी लोगों जैसे ही निकले।"
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# # # **अगले 48 घंटे**
- आदिती ने सभी कॉल्स इग्नोर किए
- आरव ने 17 बार फोन किया (12 मिस्ड कॉल्स, 5 रिजेक्टेड)
- राहुल ने सलाह दी: *"भागकर माफी माँगो वरना हमेशा का खो दोगे!"*
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# # # **माफीनामा सीन** *(डांस स्टूडियो में भावुक मुलाकात)*
आधी रात थी। आरव ने स्टूडियो का गेट खटखटाया। आदिती ने दरवाजा खोला – उसकी आँखें सूजी हुई थीं, हाथ में टिश्यू पकड़े हुए।
"सुनो, मैं—"
"नहीं! पहले मैं बोलूँगी," आदिती ने रुंधे गले से कहा, "मैं जानती हूँ तुमने मेरे लिए ही सोचा... पर मुझे डर लग रहा है आरव। डर कि शायद मैं वापस न लौट सकूँ... या तुम इंतज़ार छोड़ दो।"
आरव ने उसके हाथ पकड़े, "तुम्हारे बिना यहाँ की हर चीज़ अधूरी है। पर मैं तुम्हारे सपनों का कैदी नहीं बनूँगा।"
उसने अपनी जेब से एक फोल्डर निकाला:
- फ्रेंच लैंग्वेज कोर्स की एप्लीकेशन (आरव के नाम)
- पेरिस की होटल बुकिंग (अगले महीने के लिए)
"मैं हर महीने वीकेंड पर आऊँगा... सिर्फ़ इसलिए नहीं कि तुम मुझे याद करोगी," आरव मुस्कुराया, "बल्कि इसलिए कि मैं तुम्हारे डांस की प्रैक्टिस मिस नहीं कर सकता।"
आदिती उसकी छाती से लिपट गई। उसके आँसू आरव के शर्ट पर छपकर गिरे।
-"मीलों दूर, पर दिल के पास"** *(लंबी दूरी का प्यार)*
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# # # **एयरपोर्ट का आखिरी मिनट**
आदिती के हाथ में बोर्डिंग पास काँप रहा था। आरव ने उसके सामने घुटने टेक दिए।
"यह लो... मेरी जगह," उसने एक छोटा सा डांसर गुड़िया दिया, जिसके गले में चाबी लटक रही थी।
"यह क्या है?" आदिती ने आँसू भरी आवाज़ में पूछा।
"मेरे घर की चाबी। ताकि तुम्हें कभी भी लगे कि तुम्हारा घर यहीं है।"
सेक्युरिटी गेट पर आखिरी बार गले मिलते हुए आदिती ने कान में कहा:
"मैं तुम्हारे बिना नाच नहीं सकती।"
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# # # **पेरिस की पहली रात**
आदिती का छात्रावास कमरा बर्फ़ीली हवा से काँप रहा था। उसने फोन उठाया:
📞 **वीडियो कॉल**
आरव ने अपने कमरे की लाइट्स जलाईं। पीछे दीवार पर बड़ा सा पोस्टर चिपका था - **"आदिती शर्मा: नेक्स्ट डांस सेंसेशन"**
"तुमने यह क्या लगा रखा है?" आदिती हँसी।
"मेरी प्रेरणा," आरव ने गंभीर होकर कहा, "अब बताओ, आज का डेब्यू कैसा रहा?"
आदिती की आवाज़ भर्राई:
"मेरे टीचर ने कहा... मेरा स्टाइल 'टू इंडियन' है।"
आरव ने मुट्ठी बाँधी:
"तो क्या हुआ? तुम उन्हें दिखा दो कि 'इंडियन स्टाइल' दुनिया भर को जीत सकता है!"
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# # # **वो सरप्राइज जिसने सब बदल दिया**
दो महीने बाद, आदिती कोर्टयार्ड में अभ्यास कर रही थी कि अचानक...
🎶 *"तेरे मेरे मिलन की यह रैना..."* (उसकी रिंगटोन)
पीछे से एक परिचित आवाज़:
"मैडमोइसेल, क्या आप इस गाने पर थोड़ा डांस करेंगी?"
मुड़कर देखा तो **आरव खड़ा था, हाथ में थर्मल बॉटल और उसकी पसंदीदा समोसे!**
"तुम! पर यहाँ कैसे—"
"शhh...!" उसने उंगली होंठों पर रखी, "मैंने 3 प्रोजेक्ट एक साथ पूरे किए ताकि 10 दिन की छुट्टी मिल सके।"
आदिती ने देखा - उसकी आँखों के नीचे काले घेरे, पर चेहरे पर चमक।
"और यह?" उसने बॉटल हिलाई।
"तुम्हारी माँ का भेजा हुआ अदरक वाली चाय। कहा तुम्हें सर्दी लग जाएगी।"
वह दौड़कर उससे लिपट गई। आसपास के छात्रों ने तालियाँ बजाईं।
(कैरियर बनाम प्यार)*
# # # **आदिती का गोल्डन मौका**
पेरिस डांस अकादमी का बुलेटिन बोर्ड:
**"इंटरनेशनल फ्यूजन फेस्टिवल - सिलेक्टेड आर्टिस्ट्स"**
आदिती का नाम टॉप पर चमक रहा था।
उसके फोन पर 10 मिस्ड कॉल्स:
- 3 कोच
- 2 इवेंट मैनेजर्स
- 5 आरव
जैसे ही उसने रिटर्न कॉल की, आरव का उत्साहित स्वर सुनाई दिया:
"मुझे पता है! तुम्हारे टीचर ने मुझे मैसेज किया! यह तो..."
आदिती ने उसे बीच में काटा:
"पर इसमें 6 महीने की वर्ल्ड टूर है... और तुम्हारा अमेरिका ट्रांसफर?"
# # # **आरव का प्रोमोशन लेटर**
न्यूयॉर्क ऑफिस से ईमेल:
**"कॉन्ग्रैट्स! आपकी टीम लीड पोजीशन अप्रूव्ड। ज्वाइनिंग - 1 मार्च"**
रात भर आरव ने:
✓ अपना रेज़्यूमे अपडेट किया
✓ आदिती के डांस वीडियोज देखे
✓ 17 बार टिकट बुक करने वाली वेबसाइट खोली और बंद की
---
# # # **मध्यरात्रि का वीडियो कॉल**
आदिती: (पेरिस टाइम 2:15 AM)
"तुम्हें जाना चाहिए।"
आरव: (मुंबई टाइम 6:45 AM)
"और तुम्हें अपना टूर।"
दोनों स्क्रीन पर चुप्पी... सिर्फ सॉफ्टवेयर अपडेट की आवाज़:
*"इस कॉल का समय समाप्त हो रहा है। कृपया रिचार्ज करें।"*
---
# # # **अगले 72 घंटों की घटनाएँ**
1. आदिती ने फेस्टिवल ऑर्गनाइजर्स को "हाँ" कह दिया
2. आरव ने NY ट्रांसफर एक्सेप्ट कर लिया
3. दोनों के बीच सिर्फ 3 टेक्स्ट:
- "फ्लाइट नंबर भेज दो"
- "मेटिंग शेड्यूल मेल किया"
- "मिस यू"
---
# # # **टूटने से पहले का आखिरी स्पर्श**
जाने से पहले आखिरी मुलाकात पेरिस एयरपोर्ट पर:
आदिती: (सूटकेस पर बैठी हुई)
"मेरे पास तुम्हारे लिए कुछ है..."
उसने एक म्यूजिक बॉक्स खोला - भीतर एक छोटा सा **"आरव" नाम का डांस शूज चार्म** था।
"इसे अपने कीचेन में लगा लेना। जहाँ भी जाओ, मेरा एक हिस्सा तुम्हारे साथ थिरकता रहेगा।"
आरव ने अपनी कलाई से घड़ी उतारकर उसे पहना दी:
"इसमें अलार्म सेट है... हर रोज जब तुम प्रैक्टिस शुरू करो, मैं तुम्हारे साथ हूँ
"टूटे हुए वादे"** *(6 महीने बाद...)*
-- **न्यूयॉर्क की बर्फ़ में धुंधला प्यार**
आदिती का फोन काँपा - ईमेल नोटिफिकेशन:
**विषय:** "हमारे रिश्ते के बारे में"
> *"प्रिय आदिती,
> तुम्हारा आज का फोन आने से पहले ही यह मेल लिख रहा हूँ...
> हम दोनों अपने-अपने सपनों में इतने खो चुके हैं कि शायद अब एक-दूसरे को पहचान भी नहीं पाएँगे।
> मुझे लगता है हमें थोड़ा **ब्रेक** ले लेना चाहिए..."*
आदिती के हाथ से फोन गिरा। बाहर बर्फ़ की मोटी परत जम रही थी।
अगले दिन सुबह 5:17 बजे। आरव का फोन बज उठा - अज्ञात नंबर।
"मिस्टर मल्होत्रा? यह NYU मेडिकल सेंटर से बात कर रही हूँ... आदिती शर्मा के इमरजेंसी कॉन्टैक्ट में आपका नाम है।"
आरव का दिल धड़कना भूल गया।
"क्या हुआ?" उसकी आवाज़ लड़खड़ाई।
"टैक्सी एक्सीडेंट... पैर में गंभीर चोट। डांसर के लिए..." नर्स ने जानबूझकर वाक्य अधूरा छोड़ दिया।
आरव ने अपनी टेबल पर पड़े **रिजाइनेशन लेटर** को देखा जिस पर अभी सिर्फ़ उसका सिग्नेचर था।
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# # # **हॉस्पिटल रूम में सच्चाई**
आरव ने दरवाज़ा खोला तो देखा:
- आदिती का दायाँ पैर प्लास्टर में
- बेडसाइड टेबल पर **NY का मैप** जिसमें आरव के ऑफिस के आसपास के रेस्तराँ गोल किए हुए थे
"तुम... तुम मुझसे मिलने आ रही थी?" आरव की आँखें भर आईं।
आदिती ने कागज़ों की ओर इशारा किया:
"मेरा ट्रांसफर लेटर। पेरिस से NY डांस कंपनी। तुम्हारे ब्रेक के **एक दिन बाद** ही अप्लाई कर दिया था
- आरव ने अपना रिजाइनेशन वापस लिया
- आदिती के पैरों के लिए स्पेशल फिजियोथेरेपी का इंतज़ाम किया
- रात भर हॉस्पिटल बेड पर साथ सोए - आरव का हाथ उसके प्लास्टर वाले पैर पर सुरक्षात्मक तरीके से रखा हुआ
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# # # **सुबह का वो सवाल**
आदिती ने आँख खोलते ही पूछा:
"अब तुम्हारा 'ब्रेक' कब तक चलेगा?"
आरव ने उसके पैर के प्लास्टर पर हार्ट बना दिया:
"जब तक यह चलने लायक नहीं हो जाता... क्योंकि मैं तुम्हें **अपनी शादी में डांस करते** देखना चाहता हूँ।"
# # # **फिजियोथेरेपी रूम का संघर्ष**
आदिती ने दर्द से तीखी साँस भरी। मिरर वॉल के सामने पहली बार बिना सपोर्ट खड़ी होने की कोशिश की।
"एक... दो..." फिजियो ने गिनती शुरू की।
तीन पर घुटना लड़खड़ाया। आरव ने पीछे से संभाला:
"मैं हूँ ना?"
आदिती के आँसू प्लास्टर पर टपके:
"डॉक्टर ने कहा था... 40% चांस है फुल रिकवरी का।"
आरव ने उसके पैर के निशान वाली मिट्टी का कटोरा उठाया (उसी दिन का जब उनकी पहली मुलाकात हुई थी):
"यह देखो, तुम्हारे पैरों की छाप... यही तुम्हारी असली स्ट्रेंथ है।"
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# # # **स्टार्टअप का जन्म**
रात 2:17 बजे। आरव का लैपटॉप गरम हो रहा था:
```python
# डांसर्स के लिए AI कोड
def rehabilitation_tracker(dancer_movements):
if mismatch > 15%:
alert("Wrong posture! Risk of injury")
else:
play_music() # प्रैक्टिस जारी रखें
```
स्क्रीनशॉट भेजते हुए उसने आदिती को मैसेज किया:
*"तुम्हारे लिए एक डिजिटल डांस पार्टनर। नाम रखो?"*
5 मिनट बाद रिप्लाई आया:
**"नटराज-AI... क्योंकि तुम मेरे शिव हो।"**
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# # # **प्रपोज़ल वाला दिन**
आदिती को पहली बार बिना लंगड़ाए चलने का दिन। आरव ने उसे झील किनारे ले जाया जहाँ:
- पानी पर फूलों से **"डांस विद मी फॉर लाइफ"** लिखा था
- ड्रोन कैमरा से लाइव स्ट्रीमिंग (आदिती के 1.2M इंस्टा फॉलोअर्स के लिए)
आरव ने घुटने टेके:
"मैं तुम्हारे पैरों की हर लय समझना चाहता हूँ... चाहे वह मिर्ची चलाने की हो या मंगलसूत्र पहनने की।"
आदिती ने उसके हाथ में रखा - **एक जोड़ी कत्थक घुंघरू**:
"इन्हें बजाओगे? मेरी हर थिरकन का साथी बनोगे?"
लाइव व्यूअर्स का काउंटर 2M पार कर गया।
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"शादी की थिरकन"** *(विवाह और आगे का सफर)*
**शादी की तैयारियाँ:**
- आदिती ने खुद डिजाइन किया **"डांसिंग वेडिंग इनविटेशन"** (QR कोड स्कैन करो तो दोनों का डांस वीडियो)
- आरव ने बनाया **होलोग्राम मेन्यू** (ऑर्डर करो तो वेटर डांस करते हुए लाएँ)
**विवाह के दिन:**
- आदिती ने प्लास्टर वाले पैर पर **स्वर्णिम मेहँदी** से लिखवाया - *"यहीं से नया सफर शुरू हुआ"*
- आरव ने **ड्रोन शो** के साथ सरप्राइस डांस किया (जिसकी प्रैक्टिस उसने 3 महीने छुपकर की थी)
शादी के 1 साल बाद...
- आदिती ने अपने पैरों के निशान वाली मिट्टी से **"डांस रिकवरी सेंटर"** की नींव रखी
- आरव की AI टेक्नोलॉजी ने **1000+ डांसर्स** को चोट से उबारने में मदद की
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# # # **अंतिम पंक्तियाँ**
*"हमारी कहानी कोड और थिरकन की नहीं...
उन अनगिनत रातों की है जब हमने
एक-दूसरे के सपनों को
अपने हाथों से सँभाला।"*
**~ THE END ~**