
12/08/2025
बिरौल अनुमंडलीय सरकारी अस्पताल में कुत्ते के काटने पर टीका उपलब्ध होने के बावजूद, डॉक्टर द्वारा टीका लगाने से इनकार करने की शिकायतें सामने आई हैं। यह एक गंभीर लापरवाही है और इससे मरीजों को खतरा हो सकता है। आज मंगलवार को बगरासी से एक छात्रा को कुत्ता काटने पर उनके परिजनों के द्वारा बिरौल अनुमंडलीय अस्पताल ले जाया गया, जहां दवा उपलब्ध होते हुये डॉक्टर देने से क्यों इनकार किया। वैसे नियम है कि
अगर किसी व्यक्ति को कुत्ते के काटने से संक्रमण होने का खतरा है, तो डॉक्टर संक्रमण से लड़ने के लिए एंटीबायोटिक्स देते हैं। कुछ मामलों में, इस तरह के संक्रमण से बचाव के लिए लोगों को टेटनस या रेबीज़ का टीका लगाया जाता है। जो सरकारी स्तर के सभी अस्पताल में उपलब्ध होता है,लेकिन अस्पताल के मनमानी के आगे सरकार भी बेबस है। ऐसे मामले को गंभीरता से जांच होनी चाहिये। यही वजह है कि लोग निजी अस्पताल के तरफ रूख कर रहे है।