
06/07/2024
बिरई नाला पर के निवासी धर्मदेव यादव उर्फ़ मुखिया जी बल्हमा मेरे पैतृक घर के जीर्णोद्धार के समय दैनिक मजदूर के रूप में कार्य कर रहे थे. वे बार-बार कहते थे कि हमलोगों को अपने घर तक आने-जाने में बहुत कठिनाई होती है, रजनीश बाबु मेरे गाँव में पक्की सड़क बनवा दीजिए. अब रजनीश बाबु सड़क बनवाने वाले सक्षम प्राधिकार तो हैं नहीं. मैंने उन्हें बताया कि आप स्कुल पर अपना मोबाइल लेकर आइएगा, मैं आपसे ही आवेदन दिलवाकर आपके गाँव की सड़क बनवाने का प्रयास करूँगा.
वे आए और उनसे लोक शिकायत निवारण कानून अंतर्गत यह आवेदन दिलवाया था -
"महोदय, औरंगाबाद जिलांतर्गत दाऊदनगर प्रखंड में चौरी पंचायत अंतर्गत अरई नाला के पास से बिरई नवाडीह नाला पर तक लगभग 1 किलोमीटर कच्ची सड़क है। केंद्र सरकार के साथ साथ बिहार सरकार की भी यह योजना है कि जिस किसी भी टोले की आबादी 250 या अधिक है उसे पक्की सड़क से जोड़ा जाएगा। इसके लिए प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना तथा मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना अस्तित्व में है। मेरे गाँव की आबादी 250 से अधिक है। अतः निवेदन है कि सरकार की योजना में इस सड़क को शामिल पक्की सड़क निर्माण कराने हेतु लोक प्राधिकार को निर्देशित करने की कृपा करें।"
लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी का विनिश्चय इस प्रकार का है-
"परिवादी ने उक्त पथ की पक्कीकरण करने का अनुरोध किया है। इस संदर्भ में लोक प्राधिकार-सह- कार्यपालक अभियंता ग्रामीण कार्य विभाग, दाउदनगर को सूचना दी गयी। लोक प्राधिकार ने अपने कार्यालय पत्रांक-687, दिनांक-13.05.2024 से प्रतिवेदन उपलब्ध कराया है। प्राप्त प्रतिवेदन में उल्लेख है कि ग्राम नावाडीह को ठाकुर बिगहा से हसपुरा पथ से एकल सम्पर्कता प्राप्त करने हेतु विभागीय एप लेफ्ट हेबिटेशन एप कर लिया गया है, जिसकी सर्वे आई0डी0- 76889 है। विभागीय स्वीकृति के उपरान्त निर्माण संबंधित अग्रेतर कारई वाई की जायेगी। लोक प्राधिकार के प्रतिवेदन के अवलोकन से स्पष्ट है कि वर्णित पथ को एकल सम्पर्कता प्रदान करने हेतु नियमानुसार सर्वे कर विभागीय एप पर कर दिया गया है। विभागीय स्वीकृति के उपरान्त निर्माण संबंधित अग्रेतरकार्रवाई की जायेगी। लोक प्राधिकार को निदेश दिया जाता है कि विभागीय स्वीकृति उपरान्त पथ को एकल सम्पर्कता हेतु अग्रेतर कार्रवाई करना सुनिश्चित करें। इसी विनिश्चय के साथ परिवाद की कार्रवाई समाप्त की जाती है।"
अब कोई नेता यह नहीं कहने को आगे आ जाएं कि मैंने ही इस सड़क को बनवाया है, इस सड़क का निर्माण बिरई नाला निवासी मजदूरी करनेवाले धर्मदेव यादव उर्फ़ मुखिया जी के प्रयास से ही संभव होनेवाला है. ऐसे बहुत सारे उदाहरण हैं.