04/09/2025
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) काउंसिल की 56वीं बैठक आज नई दिल्ली में शुरू हो गई है। इस दो दिवसीय बैठक में जीएसटी स्लैब में बड़े बदलाव, सिप्लीफिकेशन उपायों और अगली पीढ़ी के सुधारों पर चर्चा होने की उम्मीद है।
ऐसे में आज और कल के दौरान, वे इस बात पर निर्णय लेंगे कि क्या सस्ता होगा और क्या नहीं।
175 वस्तुओं पर कम होंगे टैक्स
हिन्दुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, सरकार लगभग 175 वस्तुओं पर जीएसटी में कम से कम 10 प्रतिशत की कटौती करने की योजना बना रही है। हालांकि, कुछ संशोधन ऐसे हैं, जिनका आम आदमी को इंतजार रहेगा। वर्तमान में 5%, 12%, 18% और 28% के चार स्लैब से दो ही स्लैब प्रस्तावित की जा रही है। आवश्यक वस्तुओं के लिए 5% और गैर-आवश्यक वस्तुओं के लिए 18%। इसके अलावा, तंबाकू और 50 लाख रुपये या उससे अधिक कीमत वाली कारों जैसी तथाकथित 'सिन वस्तुओं' के लिए 40% का एक अतिरिक्त स्लैब प्रस्तावित होने की संभावना है।
प्रस्ताव के अनुसार 12 प्रतिशत की कैटेगरी में आने वाली 99 प्रतिशत वस्तुएं जैसे मक्खन, फलों के रस और सूखे मेवे 5 प्रतिशत कर दर में आ जाएंगी। इसके अलावा घी, मेवे, पीने का पानी (20 लीटर), नमकीन, कुछ जूते और कपड़ें, दवाइयां और मेडिकल इक्विपमेंट जैसी ज्यादातर आम इस्तेमाल की वस्तुओं को 12 प्रतिशत से 5 प्रतिशत कर स्लैब में लाने की संभावना है। पेंसिल, साइकिल, छाते से लेकर हेयर पिन जैसी आम उपयोग की वस्तुओं को भी 5 प्रतिशत के स्लैब में लाया जा सकता है।
यहां उन वस्तुओं की सूची दी गई है जिन पर जीएसटी दर में कटौती की सबसे अधिक संभावना है:
पर्सनल केयर प्रोडक्ट्स: टूथपेस्ट, शैम्पू, साबुन, टैल्कम पाउडर
डेयरी प्रोडक्ट्स: मक्खन, पनीर, छाछ, पनीर, आदि।
रेडी टू इट फूड्स: जैम, अचार, स्नैक्स, चटनी, आदि।
कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स: एसी, टीवी, रेफ्रिजरेटर, वाशिंग मशीन।
प्राइवेट व्हीकल: छोटी कारें, हाइब्रिड कारें, मोटरसाइकिलें, स्कूटर।
अधिकांश फूड और कपड़ा उत्पाद 5% जीएसटी के दायरे में आएंगे।
लाइफ और हेल्थ इंश्योरेंस पर शून्य प्रतिशत जीएसटी का प्रस्ताव।
सूत्रों के मुताबिक, कुछ कैटेगरी के टीवी, वॉशिंग मशीन और रेफ्रिजरेटर जैसी इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं की कीमतों में कमी होने की भी संभावना है, क्योंकि इन पर मौजूदा 28 प्रतिशत की तुलना में 18 प्रतिशत की दर से कर लगाया जा सकता है। वाहनों पर इस समय 28 प्रतिशत की जीएसटी लगता है, लेकिन अब उन पर अलग-अलग दरें लागू हो सकती हैं। शुरुआती स्तर की कारों पर 18 प्रतिशत की दर लागू होगी। जबकि एसयूवी व लग्जरी कारों पर 40 प्रतिशत की दर लागू होगी।
इन कंपनियों के लिए मौके
बता दें कि लगभग सभी फूड और कपड़ा उत्पाद 5% के स्लैब में आ जाएंगे, जिसे हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड, गोदरेज कंज्यूमर लिमिटेड और नेस्ले इंडिया लिमिटेड जैसी कंपनियों के लिए एक बढ़ावा माना जा सकता है। रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, जीएसटी परिषद 20-40 लाख रुपये की इलेक्ट्रिक कारों पर कर को वर्तमान 5% से बढ़ाकर 18% करने का भी निर्णय ले सकती है। टेस्ला इंक और बीवाईडी कंपनी जैसी लग्ज़री इलेक्ट्रिक कारों पर और भी अधिक कर लगाने का प्रस्ताव है। 🙏🏻🙏🏻