
16/02/2024
“प्रेम नहीं है कोई
एक ऐसा बाज़ार, जहाँ भावनाओं का मोल लगे
प्रेम नहीं है कोई
एक ऐसा रिवाज़, जिसमें मन केवल पीड़ित रहे
प्रेम नहीं है कोई
ऐसी आशा जो जन्म देती हो निराशाओं को
प्रेम तो है वो अविरल धारा
जो पवित्र कर दे अभिलाषाओं को…”