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नींबू का पौधा फल या फूल नहीं दे रहा हैं तो नीचे दिए गए टिप्स को फॉलो करें 👇1. अगर आपके निम्बू का पौधा Mature हो गया है औ...
17/09/2025

नींबू का पौधा फल या फूल नहीं दे रहा हैं तो नीचे दिए गए टिप्स को फॉलो करें 👇

1. अगर आपके निम्बू का पौधा Mature हो गया है और पौधे में सिर्फ पत्तियां आ रही हैं और फूल नहीं आ रहे हैं तो सबसे पहले इसके सभी ब्रांचेज के अंतिम भाग को १-२ इंच काट दीजिए। इसके बाद इसकी मिट्टी की गुड़ाई करें और गमले में उगे सभी घास-फूस को निकल दें। अब आपको कम से कम 100 ग्राम बोनमील और 200 ग्राम गोबर की खाद मिलाकर मिट्टी में दाल देना है और इन्हे अछि तरह मिट्टी में मिला देना है। हमेशा याद रखें की बोनमील पूरी तरह ऑर्गनिक होता है और यह पौधों में फूल और फल आने की छमता को बढ़ता है इस कारण हमें इसका इस्तेमाल जरूर करना चाहिए। कुछ दिनों बाद आपके निम्बू के पौधे में भी फूल और फल आना शुरू हो जाएगा।

2.कई बार फूल खिलते हैं, लेकिन झड़ जाते हैं या फल नहीं बनते। इसका एक बड़ा कारण परागण की कमी हैं। खासकर अगर पौधा ऐसी जगह पर हो जहां मधुमक्खियां, तितलियां या दूसरे कीड़े-मकोड़े नहीं आते। ऐसे में आप एक बार जिंक और बोरॉन जैसे सूक्ष्म पोषक तत्वों का पत्तियों पर छिड़काव कर सकते हैं। इससे फूल झड़ने की समस्या कम होती हैं और फल बनने की प्रक्रिया शुरू होती हैं।

3.नींबू के पौधे को धूप की बहुत जरूरत होती हैं। पौधे को ऐसी जगह पर लगाए, जहां उसे रोजाना कम से कम 6 से 8 घंटे धूप मिले। कम धूप मिलने से फल लगने की प्रक्रिया प्रभावित होती हैं।

4. अगर पौधा गमले में है तो जरूरी है कि गमला कम से कम 14 से 18 इंच गहरा हो ताकि जड़ें अच्छे से फैल सकें। मिट्टी न तो बहुत भारी हो और न ही पानी को सोखने वाली। इसके लिए सामान्य मिट्टी में गोबर की खाद, रेत और नीम खली पाउडर मिलाकर हल्की, सांस लेने लायक और पोषक तत्वों से भरपूर मिट्टी बनाएं।

5. नींबू के पौधे के लिए नीम खली पाउडर एक बेहतरीन जैविक खाद हैं। यह न केवल मिट्टी को मजबूत करता हैं बल्कि कीटों को भी दूर रखता हैं। इसे हर 45 दिन में एक मुट्ठी मिट्टी में मिला दें।

6. पानी देते समय ध्यान रखें कि मिट्टी ज्यादा देर तक गीली न रहे। गर्मियों में हर 2-3 दिन में पानी दें, लेकिन पहले उंगली डालकर देखें कि मिट्टी सूखी हैं या नहीं। सर्दियों में पानी की जरूरत और भी कम होती हैं।

#नींबू

बैंगन उगाने के लिए अभी सही समय हैं। इसे उगाने के लिए 12-15 इंच के ग्रो-बैग का इस्तेमाल करें। महीने में एक बार वर्मीकम्पो...
17/09/2025

बैंगन उगाने के लिए अभी सही समय हैं। इसे उगाने के लिए 12-15 इंच के ग्रो-बैग का इस्तेमाल करें। महीने में एक बार वर्मीकम्पोस्ट और केले के छिलके का खाद डालें, 2 महीने में बैंगनों से भर जाएगा पौधा।

पौधों की बेहतर ग्रोथ के लिए जैविक खाद का इस्तेमाल एक प्राकृतिक और कारगर तरीका है, और इसमें लकड़ी या उपले की राख बेहद उपय...
17/09/2025

पौधों की बेहतर ग्रोथ के लिए जैविक खाद का इस्तेमाल एक प्राकृतिक और कारगर तरीका है, और इसमें लकड़ी या उपले की राख बेहद उपयोगी साबित हो सकती है। आमतौर पर बेकार समझकर फेंकी जाने वाली यह राख पोटैशियम, फास्फोरस और कैल्शियम जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होती है, जो पौधों की जड़ों को मजबूत बनाती है और उनकी वृद्धि को तेज करती है। खासकर फल और सब्ज़ियों के पौधों में यह खाद फूल आने और फल लगने (fruiting) की प्रक्रिया को भी बेहतर बनाती है। साथ ही, इसकी गंध और क्षारीय प्रकृति पौधों को कीड़ों और फफूंद से भी सुरक्षित रखने में मदद करती है।

🔹 राख का चुनाव:

सिर्फ शुद्ध लकड़ी या उपले की राख का उपयोग करें।

कोयले, प्लास्टिक या पेंट लगी लकड़ी की राख बिल्कुल न लें।

इस्तेमाल से पहले राख को अच्छी तरह छान लें, ताकि मोटे टुकड़े या कंकड़ अलग हो जाएं।

यदि राख उपलब्ध नहीं है, तो आप ऑर्गेनिक स्टोर्स से खरीदी हुई राख का भी उपयोग कर सकते हैं।

🔹 राख के उपयोग का तरीका:

राख को सीधे पौधों में न डालें, पहले मिट्टी में अच्छी तरह मिलाएं।

पौधा लगाते समय या मिट्टी की ऊपरी सतह पर राख डाल सकते हैं।

छोटे पौधों में 1 चम्मच और बड़े पौधों में 2 चम्मच राख डालें।

हर 15 दिन में एक बार इसका उपयोग करें।

राख को पानी में घोलकर स्प्रे के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है।

✅ यह एक प्राकृतिक, सस्ती और असरदार खाद है, जिससे पौधों की ग्रोथ तेज होती है और फल-फूल भी अधिक लगते हैं।

कड़ी पत्ता को जंगल जैसा घना बनाना है, तो हर महीने 1 लीटर पानी में 1 चम्मच खट्टी छाछ या दही मिलाकर मिट्टी में डालें। यह प...
17/09/2025

कड़ी पत्ता को जंगल जैसा घना बनाना है, तो हर महीने 1 लीटर पानी में 1 चम्मच खट्टी छाछ या दही मिलाकर मिट्टी में डालें। यह पौधे को ताकत देगी और कड़ी-पत्ता जंगल जैसा घना हो जाएगा।

मनी प्लांट की देखभाल करते समय अगर आप उसे हरा-भरा और तेजी से बढ़ता हुआ देखना चाहते हैं, तो चावल के मांड का उपयोग एक बेहतर...
17/09/2025

मनी प्लांट की देखभाल करते समय अगर आप उसे हरा-भरा और तेजी से बढ़ता हुआ देखना चाहते हैं, तो चावल के मांड का उपयोग एक बेहतरीन प्राकृतिक उपाय है। चावल का मांड, यानी चावल पकाने के बाद बचा हुआ पानी, पोषक तत्वों से भरपूर होता है और यह मनी प्लांट के लिए एक प्राकृतिक फ़र्टिलाइज़र की तरह काम करता है। इसमें प्रोटीन, फाइबर, कैल्शियम, फॉस्फोरस, आयरन, जिंक और पोटैशियम जैसे तत्व पाए जाते हैं, जो पौधे की जड़ों को मजबूत बनाते हैं और पत्तियों को पीला होने से बचाते हैं।

▪️कैसे करें उपयोग

मनी प्लांट में चावल के मांड का उपयोग लाभकारी साबित होता है । इसका उपयोग करने के लिए चावल पकाने के बाद निकलने वाले पानी को ऊपर से निकाल लेना है और थोड़ा ठंडा करके फिर मनी प्लांट को पानी देते समय पानी में चावल के मांड को मिला देना है और इस फ़र्टिलाइज़र को स्प्रे बोतल में भरकर मनी प्लांट की पत्तियों में स्प्रे भी करना है। ऐसा करने से मनी प्लांट की जड़ों को जरुरी पोषक तत्व प्राप्त होंगे जिससे मनी प्लांट की ग्रोथ अच्छी होगी।

ध्यान रखें मांड को ज्यादा गाढ़ा न करें — हल्का पतला पानी सबसे बेहतर होता है।

#मनीप्लांट #पौधे

एरिका पाम (Areca Palm) एक ऐसा प्लांट है जो प्रदूषण को कम करता हैं और ऑक्सीजन लेवल को बढ़ाने में मदद करता हैं। लेकिन अकसर...
17/09/2025

एरिका पाम (Areca Palm) एक ऐसा प्लांट है जो प्रदूषण को कम करता हैं और ऑक्सीजन लेवल को बढ़ाने में मदद करता हैं। लेकिन अकसर लोगों की शिकायत होती हैं कि वे नर्सरी से चाहे कितना भी स्वस्थ पौधा क्यों न लेकर आएं, कुछ समय बाद उसकी पत्तियां पीली पड़ने लगती हैं या फिर पौधा बढ़ता नहीं हैं और कुछ समय बाद मर जाता हैं।

■ एरिका पाम को हरा-भरा और उसके सही विकास के लिए किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए👇

1) एरिका पाम को ज्यादा पानी की जरूरत नहीं होती हैं। अगर पौधा घर के अंदर लगा हैं तो पौधे के लिए सप्ताह में एक से दो बार पानी पर्याप्त हैं। अगर पौधा घर के बाहर अर्द्धछायादार (Semishade) जगह में हैं तो मिट्टी सूखी दिखने पर 2-3 दिन पर पानी देना उचित रहेगा।

2) गमले की जल-निकासी सही रखना जरूरी हैं। अगर जलभराव की स्थिति हैं तो इसकी पत्तियां सूखने लगती हैं और पीली होकर खराब होने लगती हैं।

3) इस पौधे को तेज सीधी धूप में नहीं रखा जाता हैं, इसे हल्की धूप या आंशिक छायादार स्थान पर लगाए।

4) पौधे को लगाने के लिए मिट्टी का मिश्रण इस प्रकार बनाए, 50% साधारण मिट्टी, 30% कम्पोस्ट खाद, 10% रेत और 10% कोकोपीट।

5) पौधे को घर के अंदर ऐसी जगह रखें जहाँ सूरज की रोशनी और खुली हवा आती हो।

6) पत्तियों को हरा-भरा बनाए रखने के लिए 1 चम्मच एप्सम सॉल्ट को 2 लीटर पानी में मिलाकर पौधे पर स्प्रे करें, इससे हरियाली बनी रहती हैं और पौधा स्वस्थ रहता हैं।

7) प्रत्येक 20-25 दिनों में मिट्टी की गुड़ाई अवश्य करें ताकि जड़ों में हवा का संचार बना रहें।

8) हर 2-3 महीने में गमले के ऊपर से 1-2 इंच मिट्टी हटाएँ और लगभग 2-3 मुट्ठी गोबर की खाद या वर्मीकम्पोस्ट डालें।

9) महीने में एक बार जड़ों के पास की मिट्टी खोदें और गमले में एक चम्मच इस्तेमाल की हुई चायपत्ती डालें, यह अच्छी ग्रोथ के लिए फायदेमंद हैं।

10) जब भी पौधे का पत्ता और तना सूखा दिखे, तो उसे काटकर हटा दें।

11) पौधे के तने में किसी कीट या फंगस लगने की दशा में 5 ml फंगीसाइड या पेस्टीसाइड को एक लीटर पानी में घोलकर पौधे पर हर तीसरे दिन स्प्रे करें।

#पौधे

भारत में अब काले मक्का की खेती शुरू हो गई है। इसका एक भुट्टा 200 रुपये तक बिकता है। ये पोषक तत्वों जैसे आयरन, कैल्शियम, ...
16/09/2025

भारत में अब काले मक्का की खेती शुरू हो गई है। इसका एक भुट्टा 200 रुपये तक बिकता है। ये पोषक तत्वों जैसे आयरन, कैल्शियम, प्रोटीन से भरपूर खास मक्का सेहत के लिए बहुत फायदेमंद मानी जाती है।

उत्तराखंड के एक शिक्षक ने अपनी तनख्वाह का बड़ा हिस्सा लगाकर पूरी पहाड़ी को हरा-भरा कर दिया। उन्होंने हजारों पेड़ लगाए, ज...
16/09/2025

उत्तराखंड के एक शिक्षक ने अपनी तनख्वाह का बड़ा हिस्सा लगाकर पूरी पहाड़ी को हरा-भरा कर दिया। उन्होंने हजारों पेड़ लगाए, जिसकी वजह से बंजर ज़मीन अब घना जंगल बन गई है।

यह है हॉलीहॉक फूल (Hollyhock) जो अपनी ऊँचाई और रंग-बिरंगे फूलों के कारण बेहद आकर्षक माने जाते हैं। यह पौधा प्राचीन समय स...
16/09/2025

यह है हॉलीहॉक फूल (Hollyhock) जो अपनी ऊँचाई और रंग-बिरंगे फूलों के कारण बेहद आकर्षक माने जाते हैं। यह पौधा प्राचीन समय से औषधीय गुणों के लिए भी उपयोग होता रहा है। इसके फूल तितलियों और मधुमक्खियों को खूब आकर्षित करते हैं। यह बगीचे की शोभा बढ़ाने वाला और शुभता का प्रतीक माना जाता है।

सितंबर में घर पर हल्दी का पौधा बहुत आसानी उगाया जा सकता है।हल्दी उगाने के लिए, कच्ची हल्दी को कुछ दिनों के लिए पेपर में ...
16/09/2025

सितंबर में घर पर हल्दी का पौधा बहुत आसानी उगाया जा सकता है।हल्दी उगाने के लिए, कच्ची हल्दी को कुछ दिनों के लिए पेपर में लपेटकर छाया वाली जगह पर रखें। इससे हल्दी में से रूट्स निकल आएंगे। इसके बाद, 50% मिट्टी और 50% वर्मीकम्पोस्ट या गोबर की खाद का मिश्रण तैयार करें और इसे 12*12 इंच के गमले या ग्रो बैग में डालें। हल्दी को हल्का सा दबाकर मिट्टी में गाड़ दें और सुनिश्चित करें कि हल्दी का अंकुरित हिस्सा ऊपर की ओर हो। इसके बाद, स्प्रे पंप या वाटर कैन की मदद से पानी दें और सेमी-शेड वाली जगह पर रख दें, जहां 6 से 8 घंटे की हल्की धूप आती हो। हल्दी को गर्म तापमान की आवश्यकता होती है, इसलिए इसे ठंडी जगह से दूर रखें। हल्दी के पौधे को हर महीने गोबर खाद या वर्मीकम्पोस्ट से खाद दें। कुछ हफ्तों में, आप हल्दी के पौधे की पत्तियां उगते हुए देखेंगे। हल्दी की कंदों को तब तक गमले में रहने दें जब तक पौधे की पत्तियां पीली न हो जाएं। फिर, कंदों को हार्वेस्ट करके सुखा लें और भविष्य के उपयोग के लिए स्टोर कर दें।

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#हल्दी

सितंबर का महीना गुलदाऊदी के बीज बोने के लिए बिलकुल सही समय है। 8-10 इंच के गमले में अभी से लगाएं, वरना देर हो जाएगी। हर ...
15/09/2025

सितंबर का महीना गुलदाऊदी के बीज बोने के लिए बिलकुल सही समय है। 8-10 इंच के गमले में अभी से लगाएं, वरना देर हो जाएगी। हर महीने एक बार गोबर-खाद ज़रूर डालें, मनमोहक फूल खिलेंगे।

मनी प्लांट (Pothos / Money plant) के पौधे को कुछ लोग  अपने घरों और ऑफिस में सजावट के लिए लगाते हैं तो कुछ लोग वास्तुशास्...
15/09/2025

मनी प्लांट (Pothos / Money plant) के पौधे को कुछ लोग अपने घरों और ऑफिस में सजावट के लिए लगाते हैं तो कुछ लोग वास्तुशास्त्र को ध्यान में रखते हुए लगाते हैं, हालाँकि अक्सर लोगों की समस्या होती हैं कि उनका मनी प्लांट ठीक या फिर तेजी से ग्रो नहीं करता हैं या फिर उसकी पत्तियां छोटी ही रह जाती हैं। ऐसे में हम आपको कुछ ऐसी टिप्स बताएंगे, जिनको फॉलो करके आप अपने पौधे की ग्रोथ को बढ़ा सकते हैं और पौधे को हरा भरा रख सकते है।

🔹 मनी प्लांट के पौधे को हर 2-3 महीने पर एक बार गोबर की खाद या वर्मीकम्पोस्ट जरूर दें।

🔹मनी प्लांट को अच्छी रोशनी की जरूरत होती हैं। इसे ऐसी जगह रखें जहां इसे पर्याप्त सूर्य की रोशनी मिल सके। लेकिन सीधी तेज धूप से बचाएं, क्योंकि इससे पत्तियां झुलस सकती हैं।

🔹 मनी प्लांट के पौधे को हरा-भरा बनाएं रखने के लिए पौधे को 'इप्सॉम सॉल्ट' जरूर दें। इप्सॉम सॉल्ट, जिसे मैग्नीशियम सल्फेट भी कहा जाता हैं, पौधों की ग्रोथ के लिए बहुत लाभकारी हैं। यह न केवल पौधों को आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करता हैं, बल्कि उनकी जड़ों को भी मजबूत करता हैं, जिससे पौधे तेजी से बढ़ते हैं। एक चम्मच 'इप्सॉम सॉल्ट' को 2 लीटर पानी में अच्छे से घोल लें। इस घोल को 15-20 दिन में एक बार मनी प्लांट के पौधे में डालें, इसके अलावा 'इप्सॉम सॉल्ट' को बॉटल में भरकर मनी प्लांट की पत्तियों पर स्प्रे भी करें।

🔹 मनी प्लांट को हमेशा संतुलित मात्रा में पानी दें, पानी ज्यादा देने से पौधे की जड़ें सड़ भी सकती हैं।

🔹मनी प्लांट को समय-समय पर काटना-छांटना (Pruning) भी जरूरी हैं। इससे पौधा घना और हरा-भरा बनेगा। कटाई-छंटाई से पौधे में नई शाखाएं निकलेंगी और उसकी ग्रोथ में तेजी आएगी।

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