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21/11/2025

दुबई एयर शो में भारतीय वायु सेना के ताजस लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट का हादसा बेहद दर्दनाक रहा। प्रदर्शन फ्लाइट के वक्त विमान अचानक नियंत्रण खो बैठा और ज़मीन पर गिरे, जिससे आग का एक बड़ा गोला उठ खड़ा हुआ और काले धुएँ की चादर आसमान में घुल गई। भारतीय वायु सेना ने पुष्टि की है कि हादसा पायलट की जान ले गया, और अब एक कोर्ट ऑफ इंक्वायरी गठित की गई है ताकि हादसे की गहराइयों में जाकर कारणों का पता लगाया जा सके।

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 ने इस राज्य की राजनीतिक दिशा-प्रेरणा को एक नए आयाम पर ले आया है। इस बार मतदाताओं ने स्पष्ट जना...
15/11/2025

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 ने इस राज्य की राजनीतिक दिशा-प्रेरणा को एक नए आयाम पर ले आया है। इस बार मतदाताओं ने स्पष्ट जनादेश दिया है और इसका असर राज्य के सामाजिक-आर्थिक ताने-बाने पर लंबे समय तक महसूस होगा।

1. जनादेश का स्वरूप

इस चुनाव में NDA ने स्पष्ट रूप से बहुमत हासिल किया है, लगभग 202 सीटों के आंकड़े के साथ। यह सिर्फ सत्ता की गति का संकेत नहीं, बल्कि सामाजिक-राजनीतिक गठबन्धनों की पुनर्स्थापना का प्रतीक है। बिहार में इस तरह का व्यापक जनादेश विरल ही मिलता है, और इस बार उसने उन पारंपरिक समीकरणों को चुनौती दी है जो पिछले पल में मान्यता पाए थे।

2. क्यों हुआ ऐसा परिणाम?: कई कारणों का मिश्रण इस परिणाम के पीछे नज़र आता है:

राज्य-स्तर पर ‘सत्यापन’-प्रणाली, वोटर टर्न-आउट की बढ़त और प्रशासनिक व्यवस्थाओं ने मतदान को सुगम बनाया।

सत्ता में रहने की अवधि का अनुभव, विशेष रूप से Nitish Kumar जैसे नेता की पहचान, जिसने ग्रामीण, पिछड़े और महिलाओं तक अपनी पहुँच बनाई है।

विपक्षी खेमे में घिराव, रणनीतिक असमंजस और गठबन्धन की अनिश्चितता ने उसके वज़न को कम किया।

3. आगे की चुनौतियाँ

बहुमत मिलने के बाद भी चुनौतियाँ कम नहीं: सत्ता में आने के बाद, जनता की अपेक्षाएं बढ़ जाती है। लोग विकास, बेहतर सेवाएं, भ्रष्टाचार-रहित शासन चाहते हैं। उपेक्षा का खामियाजा आगामी चुनावों में मिल सकता है।

सामाजिक समीकरण, विशेष रूप से जाति-आधारित वोट बैंक, अब भी राजनीति की धुरी रहे हैं। नए गठबन्धनों के चलते यह समीकरण बदल रहे हैं, और शासन को इन बदलावों के प्रति संवेदनशील रहना होगा।

विपक्ष की पुनर्रचना और नई राजनीतिक हलचलें आने वाले समय में महत्वपूर्ण होंगी। विपक्ष का कमजोर होना लोकतंत्र के लिए चिंता का विषय हो सकता है क्योंकि विवेकपूर्ण चुप्पी भी लोकतंत्र के लिए जोखिम ला सकती है।

ये कहना उचित होगा...

यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगा कि यह चुनाव बिहार के लिए एक मोड़-बिंदु है। जहां तक दृष्टि है, इस जनादेश ने स्पष्ट संकेत दिया कि जनता विकास-परक व स्थिर नेतृत्व की दिशा ज्यादा इच्छुक है। अब सरकार के सामने सबसे बड़ी जिम्मेदारी यही है कि वह इस जनादेश को वचन-बद्धता में बदले—केवल सत्ता में बने रहने के लिये नहीं, बल्कि जन-भलाई के लिए।

बिहार की राजनीति अब सिर्फ रुझानों का विषय नहीं रही—यह अब अनुभव, परिणाम और जन अपेक्षा का मिलन स्थल बन चुकी है। आने वाले वर्षों में यह देखा जाना है कि इस जनादेश का रंग कितने गहरे ढंग से पड़ता है।

इंडिया A और UAE के बीच खेले गए T20 मुकाबले में वैभव सूर्यवंशी की 42 गेंदों में 144 रन की ताबड़तोड़ की बदौलत भारतीय क्रिक...
15/11/2025

इंडिया A और UAE के बीच खेले गए T20 मुकाबले में वैभव सूर्यवंशी की 42 गेंदों में 144 रन की ताबड़तोड़ की बदौलत भारतीय क्रिकेट टीम ने 4 विकेट खोकर 297 रन बनाए।

वैभव सूर्यवंशी ने 144 रन की पारी में 15 छक्के और 11 चौके। यानि 134 रन सिर्फ बाउंड्री से मात्र 10 रन दौड़ कर बनाए है।

दिल्ली का जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम, जिसकी दीवारें खुद इतिहास बयां करती हैं, अब एक नए सफर पर निकलने की तैयारी में है। पिछ...
13/11/2025

दिल्ली का जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम, जिसकी दीवारें खुद इतिहास बयां करती हैं, अब एक नए सफर पर निकलने की तैयारी में है। पिछले 15 सालों में इस स्टेडियम पर करीब 1011 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके है। 1982 एशियन गेम्स और 2010 कॉमनवेल्थ गेम्स के भव्य आयोजन से लेकर अब तक यह जगह भारतीय खेल जगत का प्रतीक रही है। लेकिन अब खबर है कि सरकार इस पुराने ढांचे को तोड़कर इसे एक आधुनिक स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के रूप में दोबारा गढ़ने की योजना बना रही है।

इस फैसले ने खेल प्रेमियों में हलचल मचा दी है। कुछ लोग इसे खेल इंफ्रास्ट्रक्चर का आधुनिकीकरण मानते हैं, तो कई लोग अतीत की यादों से जुड़ा नुकसान समझते हैं। आखिरकार, यही मैदान था जहां भारत ने कई अंतरराष्ट्रीय स्तर की उपलब्धियों की नींव रखी थी।

सूत्रों के मुताबिक, नया परिसर अत्याधुनिक सुविधाओं, सस्टेनेबल डिजाइन और अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप तैयार किया जाएगा। सरकार का दावा है कि इससे खिलाड़ियों को वैश्विक स्तर पर बेहतर ट्रेनिंग और प्रतियोगिताएं आयोजित करने का मौका मिलेगा।

जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम सिर्फ एक संरचना नहीं था। यह दिल्ली की आत्मा और पीढ़ियों की यादों का हिस्सा रहा है। अब देखना यह होगा कि नया अध्याय इस विरासत को कैसे आगे बढ़ाता है।

रेयान विलियम्स बने भारतीय फुटबॉल टीम का हिस्सा, सुनील छेत्री ने सौंपा भारतीय पासपोर्ट:भारतीय फुटबॉल में एक ऐतिहासिक क्षण...
10/11/2025

रेयान विलियम्स बने भारतीय फुटबॉल टीम का हिस्सा, सुनील छेत्री ने सौंपा भारतीय पासपोर्ट:

भारतीय फुटबॉल में एक ऐतिहासिक क्षण दर्ज हुआ है- ऑस्ट्रेलिया में जन्मे पूर्व फुटबॉलर रेयान विलियम्स अब आधिकारिक रूप से भारतीय नागरिक बन गए हैं और उन्हें भारतीय फुटबॉल टीम की स्क्वाड में शामिल कर लिया गया है। विलियम्स ने कुछ समय पहले अपनी ऑस्ट्रेलियाई नागरिकता छोड़ दी थी, और अब वे भारत का प्रतिनिधित्व करने को पूरी तरह तैयार हैं।

छेत्री ने किया सम्मानित, पासपोर्ट सौंपते समय पूछे दिलचस्प सवाल

यह खास पल तब और यादगार बन गया जब भारतीय टीम के कप्तान सुनील छेत्री ने खुद रेयान विलियम्स को उनका भारतीय पासपोर्ट सौंपा। इस अवसर पर छेत्री ने मुस्कराते हुए उनसे कुछ मज़ेदार सवाल भी पूछे- जिनका संबंध भारतीय संस्कृति, स्ट्रीट फूड और स्थानीय जीवनशैली से था। विलियम्स ने इन सवालों के जवाब बड़ी सहजता से दिए और साबित किया कि वे सिर्फ मैदान पर ही नहीं, बल्कि दिल से भी अब एक सच्चे भारतीय हैं।

रेयान विलियम्स की पृष्ठभूमि और करियर यात्रा

31 वर्षीय मिडफील्डर रेयान विलियम्स का जन्म पर्थ (ऑस्ट्रेलिया) में हुआ था। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत इंग्लैंड के प्रतिष्ठित क्लबों फुलहम और पोर्ट्समाउथ से की थी। साल 2023 में वे बेंगलुरु एफसी से जुड़े, जहां उन्होंने अपने खेल और टीम भावना से सबका दिल जीत लिया। अपने शुरुआती दौर में विलियम्स ऑस्ट्रेलिया की अंडर-20 और अंडर-23 टीमों के लिए भी खेल चुके हैं और 2013 के FIFA U-20 वर्ल्ड कप में देश का प्रतिनिधित्व किया था।

भारत के लिए खेलने की इच्छा और नई शुरुआत

साल 2025 की शुरुआत में रेयान ने सार्वजनिक रूप से यह घोषणा की थी कि वे अपनी ऑस्ट्रेलियाई नागरिकता छोड़कर भारत की ओर से खेलना चाहते हैं। उनके इस निर्णय में सुनील छेत्री और बेंगलुरु एफसी के प्रबंधन ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। रेयान ने कहा कि भारत में खेलना उनके लिए “एक नया अध्याय” है और वे भारतीय टीम के साथ “दिल से योगदान देने” के लिए तैयार हैं।

नेशनल कैंप और आगामी मैच की तैयारियाँ

भारतीय फुटबॉल टीम इस समय एएफसी एशियन कप क्वालीफायर की तैयारी में जुटी है। टीम का अगला मुकाबला 18 नवंबर को ढाका में बांग्लादेश के खिलाफ खेला जाएगा। सूत्रों के मुताबिक, रेयान विलियम्स नेशनल कैंप में जल्द ही शामिल हो सकते हैं और इस मैच के लिए चयन की पूरी संभावना है।

छेत्री की प्रतिक्रिया: सुनील छेत्री ने इस मौके पर कहा, “रेयान सिर्फ एक बेहतरीन खिलाड़ी ही नहीं, बल्कि एक शानदार इंसान भी हैं। उनका भारत के लिए खेलने का निर्णय हमारे लिए गर्व की बात है। उम्मीद है कि वे टीम के लिए एक नया दृष्टिकोण और अनुभव लेकर आएंगे।

रेयान विलियम्स का भारतीय फुटबॉल में शामिल होना सिर्फ एक ट्रांसफर या साइनिंग नहीं है- यह उस बदलते दौर की निशानी है, जहाँ खेल अब सीमाओं से परे जाकर दिलों को जोड़ता है। अब देखना दिलचस्प होगा कि भारतीय जर्सी पहनकर रेयान मैदान पर कैसी नई ऊर्जा लेकर आते हैं।

चीन का नया जलवा: फुजियान नाम का उड़ता किला अब समंदर में उतरादुनिया के समंदरों में अब एक नया खिलाड़ी उतर चुका है नाम है फ...
09/11/2025

चीन का नया जलवा: फुजियान नाम का उड़ता किला अब समंदर में उतरा

दुनिया के समंदरों में अब एक नया खिलाड़ी उतर चुका है नाम है फुजियान, और ये कोई मामूली जहाज नहीं, बल्कि चीन का तीसरा और सबसे तगड़ा एयरक्राफ्ट कैरियर है।
कहा जा रहा है कि ये इतना एडवांस है कि जहाज नहीं, चलता-फिरता “फ्लोटिंग एयरपोर्ट” लग रहा है।

इस लॉन्च के मौके पर चीन ने पूरा “गोपनीय” ड्रामा किया यानी दुनिया को बुलाया नहीं, लेकिन शी जिनपिंग खुद VIP सीट पर बैठकर ताली बजाते नज़र आए।
(कहते हैं उन्होंने अंदर ही अंदर सोचा “अब तो अमेरिका भी बोलेगा, वाह शी वाह!”)

इलेक्ट्रोमैग्नेटिक कमाल या महंगा झंझट?

फुजियान को इलेक्ट्रोमैग्नेटिक कैटापल्ट सिस्टम (EMALS) से लैस किया गया है- जो टेक्नोलॉजी अब तक सिर्फ अमेरिका के USS Gerald R. Ford में थी।
इस सिस्टम की खासियत ये है कि ये फाइटर जेट्स को ऐसे लॉन्च करता है जैसे कोई TikTok रील में “उड़ जा रे” गाना बजा दिया गया हो।

लेकिन मजेदार बात ये है कि डोनाल्ड ट्रंप ने इसी EMALS पर ताना मारते हुए कहा था,

“ये सब छोड़ो भाई, भाप वाला सिस्टम वापस लाओ। ये इलेक्ट्रो वाला ज़्यादा खर्चा और सिरदर्द है।”

अब चीन वालों ने ट्रंप की बात सुनी नहीं, बल्कि “चलो भाई, महंगा वाला ही लगाते हैं” वाला मूड बना लिया।

चौथा भी रास्ते में और वो भी न्यूक्लियर पावर वाला!

रिपोर्ट्स की मानें तो चीन डालियान में चौथा एयरक्राफ्ट कैरियर भी बना रहा है जो इस बार परमाणु ऊर्जा से चलेगा।
यानि अब तेल-डीजल की झंझट नहीं, बस “न्यूक्लियर चार्ज करो और निकलो दुनिया घुमने।”

अगर ये सच हुआ, तो आने वाले वक्त में चीन का नौसैनिक बेड़ा इतना ताकतवर हो जाएगा कि
“जहां समंदर, वहां चीन का सिग्नल फुल।”

पुराने जहाजों की कहानी

वैसे चीन के पास पहले से दो एयरक्राफ्ट कैरियर है:

लियाओनिंग: पुराना सोवियत जहाज, जिसे 2012 में मेकओवर देकर चालू किया गया (थोड़ा “Old is Gold” वाला मामला)।

शेडोंग: 2019 में लॉन्च हुआ पहला स्वदेशी कैरियर, जो चीन का “Made in China” वाला गर्व है।

अब तीसरे नंबर पर आया फुजियान, जो “Made in China, but Feels Like Iron Man Tech” टाइप लग रहा है।

निष्कर्ष: अब अगर आने वाले दिनों में आप किसी वीडियो में देखो कि समंदर के बीच से कोई “उड़ता जहाज” निकल गया, तो डरना मत, वो एलियन नहीं, चीन का फुजियान होगा।
बस उम्मीद ये करनी चाहिए कि ये “इलेक्ट्रोमैग्नेटिक झटका” कभी वाई-फाई से कनेक्ट न हो जाए, वरना आधे ड्रोन उड़ जाएंगे Spotify सुनते-सुनते!

लोकसभा में बुधवार को वक्फ संशोधन बिल पारित गया। इस पर करीब 12 घंटे की चर्चा के बाद रात 2 बजे हुई वोटिंग में 520 सांसदों ...
03/04/2025

लोकसभा में बुधवार को वक्फ संशोधन बिल पारित गया। इस पर करीब 12 घंटे की चर्चा के बाद रात 2 बजे हुई वोटिंग में 520 सांसदों ने हिस्सा लिया। इस दौरान 288 ने पक्ष में जबकि 232 ने विपक्ष में वोट डाले। अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने इसे उम्मीद (यूनीफाइड वक्फ मैनेजमेंट इम्पावरमेंट, इफिशिएंसी एंड डेवलपमेंट) नाम दिया है। आज यह बिल राज्यसभा में पेश होगा। राज्यसभा से पारित होता है तो इसे राष्ट्रपति के पास मंजूरी के लिए भेजा जाएगा। राष्ट्रपति की मुहर लगने के बाद यह बिल कानून के रूप में देश में वक्फ संपत्तियों पर लागू हो जाएगा।

वक्फ (संशोधन) विधेयक पारित होने से पहले और बाद में वक्फ बोर्ड की संरचना, अधिकार और कार्यप्रणाली में कई महत्वपूर्ण बदलाव होंगे।

पहले (संशोधन से पहले)

1. वक्फ बोर्ड की संरचना

वक्फ बोर्ड में केवल मुस्लिम समुदाय के सदस्य होते थे।

अध्यक्ष और अन्य सदस्य मुस्लिम समाज से चुने जाते थे।

2. संपत्तियों का सर्वेक्षण

वक्फ संपत्तियों की पहचान और सर्वेक्षण के लिए राज्य सरकार एक सर्वेक्षण आयुक्त नियुक्त करती थी।

विवादों का निपटारा मुख्य रूप से वक्फ ट्रिब्यूनल द्वारा किया जाता था।

3. सरकारी संपत्तियों पर दावा

वक्फ बोर्ड द्वारा यदि कोई संपत्ति वक्फ घोषित कर दी जाती थी, तो कानूनी प्रक्रिया के तहत उस पर दावा किया जा सकता था।

4. विवाद समाधान प्रक्रिया

वक्फ ट्रिब्यूनल के आदेशों के खिलाफ अपील के विकल्प सीमित थे।

ट्रिब्यूनल के फैसले अंतिम माने जाते थे और इसे चुनौती देना कठिन होता था।

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बाद में (संशोधन के बाद)

1. वक्फ बोर्ड की संरचना में बदलाव

अब वक्फ बोर्ड में गैर-मुस्लिम सदस्यों को भी शामिल किया जा सकता है।

इससे बोर्ड में प्रशासनिक पारदर्शिता बढ़ेगी और यह पूरी तरह धार्मिक संस्था नहीं रहेगा।

2. संपत्तियों का सर्वेक्षण और प्रबंधन

अब वक्फ संपत्तियों का सर्वेक्षण करने का अधिकार जिला कलेक्टर को दे दिया गया है।

सर्वेक्षण आयुक्त की भूमिका समाप्त कर दी गई है।

3. सरकारी संपत्तियों पर वक्फ का दावा समाप्त

सरकारी संपत्तियों को वक्फ संपत्ति नहीं माना जाएगा, भले ही पहले वक्फ बोर्ड ने उन पर दावा किया हो।

स्वामित्व तय करने का अधिकार अब कलेक्टर के पास होगा।

4. ट्रिब्यूनल के फैसलों पर अपील का प्रावधान

अब वक्फ ट्रिब्यूनल के आदेशों के खिलाफ 90 दिनों के भीतर हाईकोर्ट में अपील की जा सकती है।

इससे न्यायिक प्रक्रिया अधिक पारदर्शी होगी और विवादों का समाधान उच्च न्यायालयों में किया जा सकेगा।

ट्रंप ने भारत पर 26 फीसदी रेसिप्रोकल टैरिफ लगाने के बाद कहा, 'आप हमारे साथ सही व्यवहार नहीं कर रहे हैं' पीएम मोदी को महा...
03/04/2025

ट्रंप ने भारत पर 26 फीसदी रेसिप्रोकल टैरिफ लगाने के बाद कहा, 'आप हमारे साथ सही व्यवहार नहीं कर रहे हैं'

पीएम मोदी को महान मित्र बताते हुए ट्रंप ने कहा कि भारत अमेरिका से 52 प्रतिशत शुल्क लेता है जबकि हम उनसे लगभग कुछ भी नहीं लेते हैं। ट्रंप ने कहा कि भारत बहुत सख्त है। प्रधानमंत्री अभी-अभी गए हैं और मेरे बहुत अच्छे दोस्त हैलेकिन आप हमारे साथ सही व्यवहार नहीं कर रहे हैं। वे हमसे 52 प्रतिशत शुल्क लेते हैं और हम उनसे लगभग कुछ भी नहीं लेते।

सुनीता विलियम्स और उनके साथी अंतरिक्ष यात्री बुच विल्मोर ने अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर लगभग 9 महीने बिताने ...
20/03/2025

सुनीता विलियम्स और उनके साथी अंतरिक्ष यात्री बुच विल्मोर ने अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर लगभग 9 महीने बिताने के बाद 19 मार्च 2025 को पृथ्वी पर सफलतापूर्वक वापसी की है। उनका मिशन मूल रूप से 8 दिनों का था, लेकिन तकनीकी समस्याओं के कारण यह अवधि बढ़कर 9 महीने हो गई।

उन्होंने स्पेसएक्स के ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट के माध्यम से वापसी की, जो भारतीय समयानुसार 19 मार्च को सुबह 3:27 बजे फ्लोरिडा के तट के पास मेक्सिको की खाड़ी में उतरा।

उनकी सुरक्षित वापसी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें पत्र लिखकर बधाई दी और भारत आने का निमंत्रण दिया।

यह मिशन अंतरिक्ष अन्वेषण में मानव धैर्य और समर्पण का प्रतीक है।

चैंपियन ट्रॉफी के पहले सेमीफाइनल मैच में ऑस्ट्रेलिया पहले बैटिंग करते हुए 48.1 ओवर्स में 264 रन बनाएं। जवाब में भारतीय क...
05/03/2025

चैंपियन ट्रॉफी के पहले सेमीफाइनल मैच में ऑस्ट्रेलिया पहले बैटिंग करते हुए 48.1 ओवर्स में 264 रन बनाएं। जवाब में भारतीय क्रिकेट टीम 48.1 ओवर में 6 विकेट से जीत हासिल की। भारतीय क्रिकेट टीम की यह जीत 19 नवंबर का बदला है। भारतीय क्रिकेट टीम को जीत की शुभकामनाएं।

जेलेंस्की अमेरिका में में ओवल दफ्तर में खनिज समझौते के लिए पहुंचे थे। लेकिन रूस-यूक्रेन जंग के सवाल पर ट्रंप और जेलेंस्क...
01/03/2025

जेलेंस्की अमेरिका में में ओवल दफ्तर में खनिज समझौते के लिए पहुंचे थे। लेकिन रूस-यूक्रेन जंग के सवाल पर ट्रंप और जेलेंस्की के बीच काफी गहमागहमी हो गई। ट्रंप ने जेलेंस्की पर करोड़ों लोगों की जान की जान से खेलने का आरोप लगाया और कहा कि शान्ति नहीं चाहते है। जेलेंस्की तीसरे विश्वयुद्ध का जोखिम ले रहे हैं।

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