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With KUYA GOODS – I just got recognized as one of their rising fans! 🎉
21/08/2024

With KUYA GOODS – I just got recognized as one of their rising fans! 🎉

09/06/2023

🙏🙏

27/04/2023

Jai badri nath 🙏🙏🙏

25/04/2023

आप सभी भक्तों को श्री केदारनाथ जी के कपाट दर्शनार्थ हेतु खुलने पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनायें🙏🕉️🙏

हर हर महादेव 🙏🙏🕉️🙏

25/04/2023

केदारनाथ के कपाट आज 25 April, 2022 को सुबह 6 बजकर 20 मिनट पर खोल दिए गए है। इसके साथ ही आज से श्रद्धालुजन उत्तराखंड के केदारखंड में स्थित भगवान भोलेनाथ के 11 वें ज्योतिर्लिंग के दर्शन आज से कर सकेंगे।

केदारनाथ धाम के कपाट आज सुबह पूरे विधि-विधान के साथ खोल दिए गए हैं. कड़कड़ाती ठंड के बावजूद बाबा के दर पर उमड़ी श्रद्धालुओं की भारी भीड़
श्रद्धालु अब 6 महीने तक अपने अराध्य के दर्शन और पूर्जा-पाठ कर सकेंगे.
नोट :-
कपाट छह महीनों के लिए खुले है तो आप सब आराम से आइए बाबा के दर्शन के लिये किसी भी तरह की जल्दी ना करे और धोखेबाज़ लोगो के झाँसे मैं ना आये और बाबा के दरबार तक कैसे पहुँचे या कब आये कुछ भी पूछना हो तो call या msg करके पूछ सकते है आपकी सेवा के लिये हमेशा तत्पर बाबा भगत 🙏
जय बाबा केदार 🙏🙏🚩🚩

Baba kedar nath ke kal se darshan ap sabhi log kar skte ho jishko khushi mili ho bolo milke har har mhadev
24/04/2023

Baba kedar nath ke kal se darshan ap sabhi log kar skte ho jishko khushi mili ho bolo milke har har mhadev

24/04/2023

24अप्रैल 2023 सुबह की पहली हाजरी माँ वैष्णों देवी के शुभ चरणों में।जय माता दी।🙏🙏

22/04/2023

ज्यों ज्यों हम प्रकृति से दूर होते गये , त्यों त्यों अशांति , तरह तरह की व्याधियों के चपेट में आते गये ! मन के साथ साथ तन भी अशांत होता चला गया !
ज्यों ज्यों आधुनिक होते गये त्यों त्यों हम प्रकृति की निश्चल ममता से दूर होते गये !
आधुनिकता की कालिमा ने प्रकृति की नैसर्गिक सुन्दरता का हरण कर लिया ! सब प्रदूषित कर दिया हम लोगों ने इसी आधुनिकता के नंगे नाच कर कर के !

आज प्रकृति से तो हम लोगों ने नाता जैसे तोड़ ही दिया है ! आज शायद ही किसी के पाँव पृथ्वी की वह चुम्बकत्व एवं उर्जावान जमीन और मिटटी को स्पर्श करती हो !

आज तो मिट्टी का स्पर्श करना गंवारपन में शामिल हो गया ! हाय रे आधुनिकता , सब बर्बाद कर दिया !

शुद्ध हवा में हम श्वांस नहीं ले सकते ! शुद्ध जल हम पी नहीं सकते ! पहले नदियों के जल , कुओं का जल हाथ में लेकर ऐसे पीते थे मानों अमृत ही पी रहे हों !
आकाश तक को प्रदूषित कर दिया हम लोगों ने ! चन्द्रमा , तारों से भरा आकाश , सूर्य की वो मखमली किरण , चांदनी रात में खुले आसमान के नीचे सोना , सब यह आधुनिकता लूट ले गयी !
मिटटी तक को हम लोगों ने नहीं छोड़ा , केमिकल खाद , यूरिया , प्लास्टिक , इत्यादि डाल डाल कर पृथ्वी को श्वांस लेने से मरहूम कर दिया !
पेड़ पौधों तक को हमने नहीं छोड़ा ! जो बचे हैं उनको भी संकर प्रजाति और किस्म की बनाने में लगे हुए हैं हम लोग दिन रात !

अट्टालिकाएं खड़ी की जा रही हैं ! वनों को काट काट कर , खेती की भूमि का CLU ( Change of Land Use ) करवा करवा कर बस एकमात्र पैसे बनाने की होड़ !

दिन रात एक एक पल हमारा मोबाइल , कंप्यूटर, electronic gadgets, Electrical gadgets के बीच में घूम रहा है ! इतना रेडिएशन हमारा शरीर कैसे बर्दाश्त करता होगा ? बाहर निकलो तो मोबाइल टावर्स . तरह तरह की तरंगों के बीच से हमारा जीवन गुजर रहा है !
प्लास्टिक , केमिकल खा रहे हैं , सूंघ रहे हैं , स्पर्श कर रहे हैं , मतलब कोई एक ऐसा हमारा कार्य हो जहाँ हम इन जहरीले उपकरणों से बचे हों !

हमारा ध्येय एकमात्र पैसा , पैसा , पैसा !!!

हम मूर्खों को पता नहीं कि ये पैसे खाए नहीं जायेंगे , ये पैसे पीये नहीं जायेंगे , ये पैसे शुद्ध श्वांस नहीं देंगे , ये पैसे एकमात्र diabetes, Cancer, Heart Attack, High/Low Blood Pressure, Motapa , चिडचिडापन , मानसिक अशांति ही देंगी !

लेकिन हम लोगों को कौन समझाए ! जो नींद में सोया हुआ होता है उसे जगाया जा सकता है पर जो सोने का नाटक कर रहा है , उसका विनाश निश्चित है !

पहले के लोग 90 साल तक चलते फिरते अपना काम करते थे , परन्तु आज वहीँ 50 तक आते आते लाठी टेक कर चलने की नौबत आ जाती है और जब तक मुट्ठी भर भर कर दवाई नहीं ली जाए , नासिका से श्वांस न आये !

न जाने हम क्या छोड़कर जा रहे हैं अपनी आने वाली पीढ़ियों को !

पहले के लोगों को हम अनपढ़ बोलते हैं कि उनके पास technology नहीं थी !
वो तो सबसे बड़े पढ़े लिखे थे जिन्हें पता था कि प्रकृति ही एकमात्र उनका जीवन है , आधार है ! और सबसे बड़े अनपढ़ हम हैं जो इन technology के पीछे आने वाली ताड़का जैसे विशाल दुर्दांत परिस्थिति को नहीं देख पा रहे हैं !

कुछ नहीं ! भोगेंगे , भोगेंगे , भोगेंगे !

जाके विधिना दुःख लिख दीन्हा !
ताकर मति पहिले हर लीन्हा !!

आरू और अंकिता.कॉम

16/04/2023
हनुमान चालीसा का प्रचार करना कहां से अंधविश्वास है. हमें कानून और संविधान पर भरोसा है. नागपुर पुलिस ने हमें क्लीन चिट दे...
25/01/2023

हनुमान चालीसा का प्रचार करना कहां से अंधविश्वास है. हमें कानून और संविधान पर भरोसा है. नागपुर पुलिस ने हमें क्लीन चिट दे दी है कि किसी भी प्रकार की एफआईआर नहीं होगी। सनातन का प्रचार अंधविश्वास नहीं है : पूज्य बागेश्वर धाम सरकार

Happy new year 2023
01/01/2023

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Om sanishrai namh..🙏🌹🚩
24/12/2022

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