23/08/2023
जय दूधेश्वर नाथ महादेव
आंध्र प्रदेश की तीनदिवसीय धर्म यात्रा
आंध्र प्रदेश प्रथम दिन पद्मावती दर्शन तिरुपति महाराज श्री के चेले वेंकटेश्वरनंद गिरि जी महाराज के निमंत्रण पर आज महाराज श्री पहुंचे तिरुपति एयरपोर्ट उनके भक्तों ने और महाराज श्री के शिष्य किया स्वागत एयरपोर्ट पर परस रामेश्वर महादेव मंदिर के दर्शन किए जो कि प्राचीन मंदिर है तिरुपति तिरुमला में
श्री पंच दशनाम जूना अखाडा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता, दिल्ली संत महामंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष, हिंदू यूनाइटिड फ्रंट के अध्यक्ष व श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज तिरुपति बालाजी महाराज के दर्शन के लिए आंध्र प्रदेश रवाना हो गए हैं। श्रीमहंत नारायण गिरि जपेश्वर महादेव मंदिर वाराणसी में जूना अखाड़े की दो दिवसीय बैठक में भाग लेने के लिए गए थे। बैठक के बाद वे विश्व प्रसिद्ध तिरूपति बालाजी मंदिर के लिए रवाना हो गए। श्रीमंहत नारायण गिरि जी महाराज ने बताया कि पूरे विश्व में प्रसिद्ध तिरुपति बालाजी मंदिर भारत का मुख्य तीर्थ स्थल है। इसका वास्तविक नाम श्री वेंकेटेश्वर मंदिर है। यहां पर भगवान वेंकेटेश्वर विराजमान हैं जो स्वयं भगवान विष्णु हैं। ये प्राचीन मंदिर तिरुपति पहाड़ की सातवीं चोटी जिसे वेंकटचला के नाम से जाना जाता है, पर स्थित है। वेंकट पहाड़ी के स्वामित्व के कारण भगवान विष्णु को भगवान वेंकेटेश्वर कहा गया है। ऐसा माना जाता है कि प्रभु विष्णु ने कुछ समय के लिए स्वामी पुष्करणी नामक तालाब के किनारे निवास किया था। यह तालाब तिरुमाला के पास स्थित है। तिरुमाला. तिरुपति के चारों ओर स्थित पहाड़ियां शेषनाग के सात फनों के आधार पर बनीं हैं और इसी कारण सप्तगिरि कहलाती हैं। तिरुपति बालाजी भगवान की महिमा अनंत हैं। जो कोई भी भक्त सच्चे मन से उनकी पूजा-आराधना करता है। उसके सभी दुखों, कष्टों व पापों का नाश हो जाता है और भगवान की कृपा से उसकी हर इच्छा पूर्ण होती है। श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने बताया कि तिरुपति बालाजी भगवान व मां पदमावती के दर्शन व पूजन के बाद 25 अगस्त के बाद वे भगवान दूधेश्वर की सेवा के लिए हाजिर होंगे।
...... हर हर महादेव