Dil se Dil Tak

Good night
29/08/2025

Good night

29/08/2025

Good morning

28/08/2025

Hello

अनमनी सी थी हवा आज,और मैं भीगी सी खड़ी थीस्तब्ध,विश्वास एक भरोसा लियेतबियत से उछाल दिया मन की गठरी कोखिड़की से बाहर हाथ बढ...
27/08/2025

अनमनी सी थी हवा आज,
और मैं भीगी सी खड़ी थी
स्तब्ध,विश्वास एक भरोसा लिये
तबियत से उछाल दिया
मन की गठरी को
खिड़की से बाहर हाथ बढ़ा कर
कुछ पलों को कैद किया
मुट्ठी खोली तो ना जाने
कौन कौन से पलों से
हाथों की रंगत बदली थी
जाने कौन बेपनाह महोब्बत भरी
नज़रों से निहारता मुझको पुकार रहा हो
हथेली पर रंग बिरंगी यादों को
घंटो निहारती रही,
कुछ पल जैसे
सामने से गुजर रहे हो जैसे
तो कुछ रंग फीके से हथेली से चिपके
अपने वजूद का परिचय देते
वो भी तो मेरे पल थे?
बस फीके से थे
मैं और वो एक टक देखते रहे
तेज झोका हवा का ,,
मेरे चेहरे को छूकर चला गया
पलके खोली तब तो कुछ भी ना था
हथेली में एक कोरापन था,,
वही खाली पन।

💔

कुछ चीज़ें... जितनी संभालने की कोशिश करो,उतनी ही हाथों से फिसल जाती हैं।हम सोचते हैं कि बचा लेंगे, थाम लेंगे,पर अक्सर वह...
27/08/2025

कुछ चीज़ें... जितनी संभालने की कोशिश करो,
उतनी ही हाथों से फिसल जाती हैं।
हम सोचते हैं कि बचा लेंगे, थाम लेंगे,
पर अक्सर वही चीज़ें खो जाती हैं
जिन्हें हम सबसे ज़्यादा बचाना चाहते हैं।

कभी रिश्ते...
कभी लोग…
कभी कोई ख़ास लम्हा
जिन्हें हम दिल से सहेजते हैं,
वक़्त ही उन्हें हमसे चुपचाप छीन लेता है।

शायद इसलिए,
कभी-कभी ‘थामना’ नहीं,
बस ‘जाने देना’ ही सही रहता है

27/08/2025

Hi

काश!मन में डिलीट बटन होता,तो मिटा देती हर वो सुबह,जो तुम्हारे बिना उदास उगी थी,हर वो शाम,जो तुम्हारी यादों में भीगी थी.क...
26/08/2025

काश!
मन में डिलीट बटन होता,
तो मिटा देती हर वो सुबह,
जो तुम्हारे बिना उदास उगी थी,
हर वो शाम,
जो तुम्हारी यादों में भीगी थी.

काश!
एक एडिट का आप्शन होता,
तो संवार देती अपने सारे शब्द,
जो कभी जाने-अनजाने में तुम्हें चुभ गए,
बदल देती वो खामोशियाँ,
जो बिना कुछ कहे तुम्हें नाराज़ कर गई.

काश!
कॉपी कर सकती तुम्हारी
वो मीठी प्यारभरी मुस्कान,
और हर उस पल पर चिपका देती
जब मुझसे मेरी ज़िंदगी
रूठी हुई सी लगी थी.

काश!
पेस्ट कर देती तुम्हारा नाम
अपने हर ख्वाब में,
ताकि हर सपना तुम्हारी दिनभर की
बातों, किस्सों और कहानियों से ही
हरा भरा रहता.

काश!
अनडू कर पाती वो फासले,
जो समय की जिद पर हमने चुन लिए,
और फिर से जी लेती वो पल
जब हम साथ चले थे बिना शर्तों के.

काश!
मन में एक सेव बटन होता,
जिसमें सुरक्षित रख लेती
तुम्हारे हर स्पर्श की गर्माहट,
हर ‘आई लव यू’ की मिठास,
हर मौन की गहराई
हर ‘मिस यू’ की परछाईं

और अंत में,
काश ,
कि एक
शटडाउन बटन भी होता
हमारी तमाम उलझनों का,
जिसे टच करते ही
अचानक सब ठहर जाता
और बाकि बचते केवल
तुम, मैं, और बस… हम.

काश!
कि एक रिस्टोर बटन होता...

Address

Delhi

Alerts

Be the first to know and let us send you an email when Dil se Dil Tak posts news and promotions. Your email address will not be used for any other purpose, and you can unsubscribe at any time.

Share