
06/07/2025
हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के थुनाग बाजार में शिक्षक दंपति मुरारी लाल ठाकुर और उनकी पत्नी रोशनी देवी ने प्लॉट खरीदने के लिए ₹30 लाख रुपये जमा किए थे। यह राशि उन्होंने अपनी जमा पूंजी और रिश्तेदारों से उधार लेकर घर के एक ट्रंक में रखी थी। 30 जून की रात आई भीषण बाढ़ और बादल फटने की आपदा में उनका घर और वह ट्रंक दोनों बह गए, जिसमें उनका जीवन भर की कमाई और गहने रखे थे। अब वे मलबे में उस ट्रंक की तलाश कर रहे हैं, जो उनके भविष्य का सपना था। इस घटना ने उनके जीवन को पूरी तरह से प्रभावित कर दिया है, वे अब सरकार और समाज से मदद की उम्मीद कर रहे हैं।
बाढ़ ने थुनाग बाजार समेत मंडी जिले के कई हिस्सों में भारी तबाही मचाई है, जिसमें कई घर, दुकानें, पुल और पशु भी बह गए हैं। मंडी जिले में 16 लोगों की मौत हुई है और कई लोग लापता हैं। थुनाग में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है, जहां नाले और ब्यास नदी के उफान से बाजार और आसपास के इलाके बुरी तरह प्रभावित हुए हैं।
इस घटना ने एक शिक्षक दंपति के संघर्ष, सपनों और आत्मनिर्भरता की नींव को तोड़ दिया है, जो अब केवल उम्मीद के सहारे जी रहे हैं कि कहीं उनका ट्रंक मिल जाए और उनका आशियाना फिर से बन सके।