Travrist Madhur

Travrist Madhur Low cost travel in India & abroad. Love to see known & famous places as well as less explored places

20/08/2025

आज आपको उत्तराखंड का एक सुदूर गाँव -गमशाली दिखाते हैं।। सर्दियां शुरू होने से पहले गाँव खाली हो जाता है और लोग नीचे गाँव में चले जाते हैं तब सिर्फ़ आर्मी की ही आवाजाही होती है यहाँ।। जब हम पहुँचे तो गाँव में मुश्किल से 8-10 लोग ही रुके हुए थे, वो भी बस 2-4 दिन में जाने वाले थे ।। गाँव के बहुत से घर बेहद…मतलब की हद बेहद पुराने थे मगर अभी भी जस के तस खड़े हुए थे ।। और गाँव की लोकेशन के तो कहने ही क्या!! ऊँचे ऊँचे पहाड़ों से घिरा हुआ ये गाँव,, जब लोग वापिस आ जाते होंगें तो चहक उठता होगा।।

कभी कभी आपकी बहुत सामान्य यात्राएं बहुत यादगार बन जाती है। ❤️एक होता है पहाड़ चढ़ना।एक होता है...सीधी खड़ी चढ़ाई पे रस्स...
17/08/2025

कभी कभी आपकी बहुत सामान्य यात्राएं बहुत यादगार बन जाती है। ❤️

एक होता है पहाड़ चढ़ना।
एक होता है...सीधी खड़ी चढ़ाई पे रस्सी से पहाड़ पर चढ़ना।

अभी कुछ समय पहले जब हम कज़ाख़िस्तान के सुदूर Altyn Emel नेशनल पार्क में थे तो वहां एक बेहद खूबसूरत और भूगोल की नजरों से साक्षात् लैबोरेटरी देखने का मौका मिला।
सुबह 250 मीटर ऊंचे "गाने वाले बरखान" की चढ़ाई के बाद अब बारी थी,,रंग बिरंगे पहाड़ों पर चढ़ने की।
इस नेशनल पार्क के दूसरे कोने पर है Aktau माउंटेंस।
यह काफी रिमोट एरिया है और यहां तक आने और जाने के लिए एक मात्र पतली सी रोड है जो बहुत दुर्गम हिस्से से होते हुए इस खूबसूरत जगह तक पहुंचाती है।
जब दोपहर को हम लोग यहां पहुंचे तो यहां केवल हम ही लोग थे और सामने बंजर, सूखा और मिट्टी से भरा पहाड़ था। हमारे साथ के कुछ लोगों ने नीचे रहने का निर्णय लिया लेकिन हम जैसे कुछ अति उत्साही लोगों ने पहाड़ के ऊपर चढ़ कर यहां का 360° नजारा देखने का निर्णय किया।

यह रंग बिरंगे पहाड़ weathring और erosion के कभी न रुकने वाले प्रोसेस का कमाल है।
हमारे ड्राइवर कम गाइड ने आगे चलकर हमे एक ट्रेल पर चलने का इशारा किया और हम 5 लोग इनके पीछे चल दिए। बाकी 5 लोगों ने नीचे रहकर हमे देखने का निर्णय किया।

पहले कुछ मिनिट तो सब कुछ ठीक था। लेकिन जैसे जैसे हम लोग ऊपर की ओर चढ़ते गए, हवा का वेग तेज होता गया। यहां की मिट्टी बहुत ज्यादा भुरभुरी थी। पैर लगातार मिट्टी के अंदर धंसते जा रहे थे। लेकिन मंजिल तो ऊपर थी तो हम चढ़ते जा रहे थे। सबसे आगे हमारे गाइड उनके पीछे अमन भाई, उनके पीछे एक कपल और उनके पीछे यानी सबसे पीछे मै और नेहा चल रहे थे। हवा का वेग कुछ बहुत ही ज्यादा महसूस हो रहा था। कई बार मेरी हैट उड़ी, लेकिन मैं नीचे जाकर उसे उठा लाता। बाद में मैने उससे गले मे ही लटका लिया। लगभग 40 मिनट की चढ़ाई के बाद पहाड़ का एक ऐसा हिस्सा आया जहां सीधे चढ़ पाना नामुमकिन सा था।। यहां ढाल इतना तीव्र था की सीधे खड़े हो पाना मुश्किल था उसके ऊपर से इतनी ढीली मिट्टी जो लगातार नीचे सरक रही थी। इसके बाद साइड से आती तेज हवा वहां खड़े होने ही नहीं दे रही थी।

इसी बीच हमारे गाइड ने कहा कि ढाल पर बैठ जाओ और कुछ देर इंतजार करो। अपना गाइड रूसी शरीर वाला 6.5 फीट का इंसान धीरे धीरे उस खतरनाक ढाल पर अपने पैर जमाता हुआ ऊपर की ओर चढ़ता चला गया। इसके बाद वह हमारी आंखों से ओझल हो गया और ऊपर से एक रस्सी नीचे आई और साथ में कुछ निर्देश भी।
ये क्या भाई?😱 अब रस्सी पकड़ कर ऊपर चढ़ना पड़ेगा।
वाह !! ऐसा कुछ तो सोचा ही नहीं था,,मजा आएगा!! रस्सी की मदद से पहाड़ पर चढ़ना होगा।
इसके बाद तो इस एडवेंचर में मजा आने लगा। सबसे पहले अमन भाई गए। उनके पीछे पीछे मैं चढ़ने लगा तो ऊपर से आवाज आई। वन बाय वन । कोई नहीं एक एक करके चढ़ते है। फिर सबसे पहले अमन भाई ऊपर पहुंच उसके बाद आगे वाला कपल फिर नेहा और सबसे आखिरी में मैं गया।
आधी चढ़ाई चढ़ने के बाद मुझे पता लगा कि ऊपर से गाइड ने एक एक करके आने के लिए क्यों कहा था।😅😅
दरअसल हमारे तगड़े गाइड ने रस्सी को अपनी कमर में बांधा हुआ था और हम बाकी पांच लोग उसी के सहारे ऊपर चढ़े थे। 😲😲

यह देख कर मेरे और अमन भाई के होश ही उड़ गए। क्या गजब की स्ट्रेंथ है इस इंसान में!!!

खैर यह एडवेंचर पूरा करने के बाद हम उस खूबसूरत पहाड़ के ऊपर आ गए थे और वहां से दूर बहती Eli नदी का चमचमाता पानी, पीछे की तरफ से चमकता हुआ सूरज, इसके बाद लगभग हमे उड़ा कर ले जाने वाली तेज हवा, इन सबका रोमांचक अनुभव एक साथ हो रहा था। वहां से 360° नजारा आज भी आंखों के सामने आ जाता है। हम 5 लोग इतनी मेहनत के बाद ऊपर आकर बहुत खुश थे।
लगभग 200 मीटर उस पहाड़ी एरिया में ऊपर ऊपर चलने के बाद,, हम एक किनारे पर पहुंचे जो नीचे की तरफ तीव्र ढाल वाला था।
पूछने पर अपने गाइड साहब बोले यहां से नीचे उतरना है और वो भी बिना रस्सी के....पहले हमे लगा बंदा मजाक कर रहा है,,इतने तीव्र ढाल से, बिना किसी सहारे के नीचे कैसे जाया जा सकता है लेकिन इधर हमारी नजर बची और वह भाई उसी ढाल पर उतरने लगा। अईई अब ये क्या मजाक है। 😡

इससे नीचे जाएंगे तो पक्का लुढ़कते हुए ही नीचे 300 मीटर पहुंचेंगे और जिंदा तो बचने से रहे।। खड़े खड़े तो हम पांचों में से कोई नहीं जा पाएगा।
लेकिन वो सीरियस था हमे उसी रस्ते से नीचे जाना था। वो कुछ 20 मीटर नीचे गया फिर उसने नेहा और हर्षिता को नीचे आने के लिए बोला। वो दोनों तो ऐसे खड़े थे कि "मर जाएंगे लेकिन इस रस्ते से नीचे नहीं जाएंगे।" 🤣

फिर गाइड वापिस ऊपर आया और उन दोनों का हाथ पकड़, लगभग घसीटते हुए, उस ढीली मिट्टी पर ग्लाइड करता हुआ बहुत आराम से उन्हें नीचे उतार कर ले गया।उसकी वो तकनीक गजब थी। इसके बाद अमन भाई और फिर मैं उनके पीछे पीछे चल दिए। मैने कुछ देर शूट किया लेकिन इसके बाद लगा जान बचेगी तो आगे कुछ शूट हो जाएगा अभी तू सीधा सम्भल कर चल मधुर।
लेकिन 10 या 20 कदम के बाद उस तीव्र ढलान पर उतरना एक मजेदार एक्टिविटी में बदल गया। पहाड़ की ढीली और भुरभुरी मिट्टी जो हमें पहले चढ़ने नहीं दे रही थी अब वही उतरने में सहायक सिद्ध हो रही थी।। दरअसल मिट्टी में धंसते हुए पैरों के कारण बहुत अच्छी ग्रिप मिल रही थी और लगभग एक फुट तक पर अंदर धंस जा रहे थे।। तो अब ये जिंदगीभर याद रहने वाला अनुभव हो गया।

इसके बाद अगले कई दिनों तक इस दिन की बाते हम पांचों लोगों के बीच चलती रहीं।

07/08/2025

वैटिकन सिटी: दुनिया का सबसे छोटा स्वतंत्र देश जो कि इटली के रोम शहर में है।।
मात्र 0.49 स्क्वायर किलोमीटर में फैले इस देश की जनसंख्या केवल 882 है।।
लेकिन यही छोटा सा देश, ईसाई धर्म का केंद्र है और रोमन कैथोलिक चर्च के हेड :"पोप" का निवास स्थान भी है।।
लेकिन इन सबसे अलग ये जगह अपने खूबसूरत गिरिजाघरों(church) के लिए प्रसिद्ध है।। और उससे भी ज़्यादा विश्व विख्यात इतालवी मूर्तिकार, चित्रकार और वास्तुकार माइकल एंजेलो द्वारा सिस्टिन चैपल की छत में की गई चित्रकारी के लिए ।।
तो आइए, वैटिकन सिटी के 3 बेहद खूबसूरत चर्च, चैपल और बेसिलिका आपको दिखाते हैं।।

06/08/2025

“द रामेश्वरम कैफ़े” दक्षिण भारतीय व्यंजनों के लिए प्रसिद्ध रेस्टोरेंट, बेंगलुरु की फ़ूड इंडस्ट्री का एक चमकता हुआ नाम है।। अभी हाल ही की अपनी बेंगलुरु यात्रा पर कई लोगो ने मुझे यहाँ खाने के लिए सजेस्ट किया।। तो अपने निहायत व्यस्त शेड्यूल में से थोड़ा सा समय निकालकर यहाँ गया और यकीन मानिए थोड़ा अफ़सोस हुआ कि पहले ही क्यूँ नहीं आ गया यहाँ ।।खाने का स्वाद एकदम ऑथेंटिक जिसने मुझे मेरी 2019 की कर्नाटक यात्रा याद दिला दी, उस समय लोकल जगहों पर इतना खाया था कि वहाँ से आने के बाद फिर कहीं वो स्वाद नहीं मिला।।इनका पहला आउटलेट 2021 में खुला था और उसके बाद तो एक के बाद एक इनके कई आउटलेट खुल चुके हैं।। और हाल में ही बेंगलुरु के नए एयरपोर्ट पर भी ये आए हैं ।। इनका पहला USP इनका स्वाद है जो शुरू से अब तक बरक़रार है।। दूसरा इनकी क्वालिटी जो इन्होंने मेंटेन की हुई है ।।हर उम्र के लोग आपको यहाँ खाते हुए दिख जाएँगे ।। ऑफिस वाले, ट्यूशन वाले, बिज़नेस वाले, फ़ैमिली वाले… This place is for all!!आप कभी अब बेंगलुरु जाएँ तो अब आपको पता है कि कहाँ खाना है!!Happy Eating 🙂

02/08/2025

आज आपको दिखाते हैं मेचुका, अरुणाचल प्रदेश का बेहद शांत, साफ सुथरा और सुंदर होमस्टे।। होमस्टे की लोकेशन बेहतरीन है,, दरवाज़ा खोलते हे सामने ऊंचे ऊंचे बर्फ़ से ढके पहाड़ दिखते हैं।। और घर...😱 घर इतना बड़ा है कि आधा मोहल्ला समा जाए और जितना हिस्सा इन्होंने खाली छोड़ा हुआ है, इतने में तो दिल्ली जैसे शहर में पूरी सब्ज़ी मार्केट लग जाती है😅
आप ख़ुद ही देखिए।।
Music: Yugen
Musician: Jeff Kaale

28/07/2025

कज़ाखस्तान में लोग समय के बहुत पाबंद हैं।। मुझे लगता है भारत के बाहर ज़्यादातर सभी देश और लोग, समय के पाबंद हैं… अपने और दूसरे के वक्त की कीमत का एहसास है इन्हें ।। इसीलिए एक महत्वपूर्ण टिप देना चाहूँगा,, अगर आप कभी कज़ाखस्तान घूमने जाते हैं और ऑनलाइन टैक्सी बुक करते हैं तो पहली बात एक तो लोकेशन एकदम सही डालें और दूसरा, बतायी गई लोकेशन पर ही वेट करें या अगर होटल से बुक की है तो पाँच मिनट पहले ही नीचे आकर खड़े हो जाएँ ।। ऐसा इसलिए क्यूँकि वहाँ टैक्सी वालों का लोकेशन पर पहुँचते ही वेटिंग चार्ज शुरू हो जाता है ।। हमारे साथ एक बार यही हुआ,, हमने अपने होमस्टे से घूमने जाने कि लिए टैक्सी बुक की, ट्रैक करते रहे..जब गाड़ी बाहर आ गई तो हम भी बाहर आ गए।। पर बाहर आए तो देखा कोई गाड़ी नहीं,, जिसने टैक्सी बुक की थी उसे फ़ोन किया.., वो बोला टैक्सी पहुँच चुकी है, इधर उधर देखा नहीं दिखी,, ड्राइवर को फ़ोन किया तो बोला एड्रेस पर ही हूँ ।।😵‍💫 ऊपर से भाषा की इशू..थोड़ा और इधर उधर देखने पर एक गाड़ी, घर के बैक्साइड खड़ी दिखी।। हिम्मत कर के उससे पूछा तो पता चला वो ही कैब थी (क्या शानदार गाड़ियाँ चलती हैं वहाँ टैक्सी में👌🏼) तब तक बिल में पाँच- सात मिनट के वेटिंग चार्ज जुड़ चुके थे।। उसके बाद से बहुत एहतियात से टैक्सी बुकिंग की ताकि वेटिंग ना लगे।। ये बात आप भी धटान रखें ।।

25/07/2025

मेचुका✨ अरुणाचल प्रदेश का बेहद सुदूर पर्वतीय क्षेत्र जो जितना ख़ूबसूरत है, उस तक जाने का रास्ता उतना ही ख़ौफ़नाक है।। पासीघाट तक तो मस्त हाईवे है लेकिन जैसे जैसे आप आलो/अलोंग की ओर बढ़ते जाएँगे,, रोड ख़स्ताहाल होती जाएगी ।।
आलो से आगे मेचुका तक का रास्ता आपको एहसास करायेगा कि नर्क कैसा होता होगा और लैंडस्लाइड का तो कहना ही क्या!!! वो तो ऐसी हो गई थी वहाँ जैसे यहाँ रेड लाइट होती हैं 😰😰 जाते समय 4-5 घंटे रुके (फँसें)रहे।। जब मेचुका घूमने निकले तब फिर लैंडस्लाइड मिली और घंटेभर रुके रहे ।। आउट वापसी में तो हद्द ही हो गई जब करीब 5-6 घंटे लैंडस्लाइड की वजह से रोड ब्लॉक हो गया।। ऐसा लग रहा था कि कभी घर पहुँचेंगे भी या नहीं 😥😥 ख़ैर ये कुछ समय की बात हुआ फिर मस्त हाईवे बनकर तैयार हो जाएगा लेकों टीबी तक आप उस नरकनुमा रास्ते की एक झलक देखिए।। और इसकी पूरी वीडियो अगर आप देखना चाहें तो मेरे चैनल -TRAVRIST पर देख सकते हैं।।

22/07/2025

जापान में स्टैंप्स का एक अनोखा कल्चर है।। आप वहाँ जहाँ भी घूम रहें हैं…कुछ कुछ जगहों पर उस जगह की स्टैम्प रखी होती है,, आपके पास बस एक पेपर या डायरी होनी चाहिए जिसपर आप ये ठप्पा लगा सके।। उस जगह की याद के लिए या as a souvenir ये एकदम सस्ता और सुंदर आईडिया है।।
तो जब जापान जायें तो अपने साथ एक खाली डायरी ले जाना ना भूलें 😊

मॉनसून में अगर बेतहाशा हरियाली देखने का मन है, ज़्यादा दिन का समय नहीं है पर रिलैक्स पूरा चाहिए और इस समय पहाड़ों के नाम...
21/07/2025

मॉनसून में अगर बेतहाशा हरियाली देखने का मन है, ज़्यादा दिन का समय नहीं है पर रिलैक्स पूरा चाहिए और इस समय पहाड़ों के नाम से ही दिल घबराने लगता है तो ये जगह आपके लिए एकदम परफेक्ट है -
बांसवाड़ा, राजस्थान ।।
ये जगह राजस्थान से लगनेवाले गुजरात और मध्य प्रदेश के बॉर्डर के निकट ,, अरावली पर्वतमाला की तलहटी में स्थित है।। ये राजस्थान का सबसे अधिक वर्षा वाला क्षेत्र है जिस वजह से इसे राजस्थान का चेरापूंजी भी कहते हैं और इसीलिए यहाँ इतनी हरियाली है।।
माही नदी, यहाँ की मुख्य नदी है जो इस क्षेत्र में पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करती हैं, हरियाली को और बढ़ावा देती है।।
बांसवाड़ा को 100 द्वीपों का शहर भी कहा जाता है क्यूँकि माही नदी में कई सौ छोट छोटे द्वीप हैं।।
मॉनसून में इसकी खूबसूरती अपने चरम पर होती है।।
तो अगर आप दिल्ली में रहते हैं या दिल्ली आए हुए हैं और कुछ अच्छा घूमना चाहते हैं तो इस मानसून अपने लिए तीन दिन का समय निकालिए, गाड़ी उठाइए और निकल जाइए एक खूबसूरत सी रोड ट्रिप पर, एक खूबसूरत जगह के लिए ।। आप पछताएँगे नहीं!!!

18/07/2025

ये है "बुर्ज ख़लीफा डोसा" 😂
मज़ाक नहीं कर रहा,, इसका यही नाम था और मेन्यू में नाम देखकर ही मैडम ने ये ऑर्डर किया था।।
त्रिपुरा की राजधानी अगरतला में हमें ये डोसे का इनोवेशन देखने को मिला और स्वाद में भी लाजवाब ।।👌
पिज़्ज़ा डोसा, चीज़ डोसा तो पहले भी कई जगह खाए थे पर इस तरह का यूनीक प्रेजेंटेशन और स्वाद कहीं नहीं मिला था।।
अगर कभी अगरतला जाएं तो, "ताज एक्सक्लूसिव वेज रेस्टोरेंट" में ये डोसा ट्राय कर सकते हैं।।।

15/07/2025

भारत में रहकर आप सदर बाज़ार या थोक वाले बाज़ार, एक न एक बार तो ज़रूर गए होंगे।।
आज आपको लिए चलते हैं : बुसान, दक्षिण कोरिया के सदर बाज़ार 😯 जिसका नाम है : "गुक्जे मार्केट"।। ये बाज़ार इतना बड़ा है कि क्या ही कहूं।। सुई से लेकर बड़ी बड़ी मशीनों, घर का साज़ो सामान,कपड़े, खिलौने, बर्तन और भी दुनियाभर का सामान यहाँ सब मिलता है।। हर चीज़ के लिए अलग अलग गलियां और रोड हैं।।
इस बाज़ार के बनने की भी दिलचस्प कहानी है।। असल में कोरिया वॉर के बाद, रिफ्यूजीयों ने यहाँ छोटी छोटी दुकानें लगानी शुरू की, जिनमें वो इंपोर्टेड चीजें,, स्मगल की हुई चीजें बेचते थे।। इसमें बुसान में तैनात अमेरिकन सेना की सैन्य आपूर्ति की चीज़ें भी शामिल थी।। इस तरह से ये बाज़ार अस्तित्व में आया और तब से अब तक इसने एक विशालकाय रूप ले लिया है।।
और सबसे महत्वपूर्ण बात तो ये कि इतनी बड़ी मार्केट होने के बावजूद ये एकदम साफ सुथरी, मार्केट है।। कोई गंदगी, कोई कूड़ा करकट नहीं...यहाँ तक कि खाने की दुकानों के आस पास भी ना कोई गंदगी ना बदबू।।
आप खुद ही वीडियो में देख सकते हैं।।

Address

DELHI
Tezpur

Alerts

Be the first to know and let us send you an email when Travrist Madhur posts news and promotions. Your email address will not be used for any other purpose, and you can unsubscribe at any time.

Contact The Business

Send a message to Travrist Madhur:

Share