11/11/2025
18 वर्षीय बिना हाथों वाली तीरंदाज शीतल देवी ने खेलो इंडिया पैरा गेम्स के कंपाउंड ओपन फाइनल में स्वर्ण पदक जीता, जहाँ उन्होंने 17 वर्षीय चार अंगविहीन खिलाड़ी पायल नाग को हराया। शीतल, जो अपने पैरों से तीर चलाती हैं, ने पायल की कड़ी चुनौती को पार किया — पायल कृत्रिम पैरों की मदद से निशाना साधती हैं। पायल ने शुरुआत में बढ़त बनाई थी, लेकिन शीतल के लगातार और सटीक प्रदर्शन ने उन्हें 109-103 की जीत दिलाई।
शीतल के लिए यह स्वर्ण पदक एक सपना सच होने जैसा था। उन्होंने कहा, “खेलो इंडिया पैरा गेम्स में स्वर्ण जीतना मेरा सपना था।”
हालाँकि पायल बहुत करीब पहुँचकर हार गईं, उन्होंने अद्भुत दृढ़ता और जुझारूपन दिखाया, अपनी तकनीक और उपकरणों में सुधार करते हुए लगातार बेहतर बनने की कोशिश की।
इन खेलों ने भारत के पैरा एथलीट्स की शक्ति और धैर्य को उजागर किया, जिसमें शीतल और पायल सबसे आगे रहीं। उनका प्रदर्शन हमें याद दिलाता है कि सच्ची ताकत साहस से आती है, न कि शारीरिक क्षमता से।
💛 शीतल और पायल हमें सिखाती हैं कि असली जीत उसी की होती है जो हर बाधा के बावजूद आगे बढ़ने की हिम्मत रखता है।
👇 नीचे दिए गए टिप्पणियों में और पढ़ें।