10/07/2025
🚨 क्या है निमिषा प्रिय का मामला और क्यों उन्हें यमन में आजीवन कारावास की सजा दी गई? 🚨
निमिषा प्रिय, एक भारतीय महिला, को यमन में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है। उन्हें आतंकी गतिविधियों में शामिल होने और अवैध गतिविधियों का आरोप लगाया गया था। यह मामला भारतीय विदेश मंत्रालय के लिए एक बड़ा सिरदर्द बन गया है।
क्या हुआ था?
निमिषा प्रिय का नाम एक इस्लामिक स्टेट (ISIS) से जुड़े समूह के साथ जुड़ा था, और उनकी गिरफ्तारी यमन के सुरक्षा बलों द्वारा की गई थी। रिपोर्ट्स के अनुसार, वह अपने परिवार के साथ यमन जा रही थीं, लेकिन रास्ते में उनका सामना आतंकी गतिविधियों से जुड़ी परिस्थितियों से हुआ।
भारत क्यों नहीं कर पा रहा कुछ?
1️⃣ यमन की राजनीतिक स्थिति:
यमन में एक गृह युद्ध चल रहा है, और स्थिति बहुत जटिल है। यमन सरकार और अन्य गुटों के बीच तनाव के कारण भारत को दखल देने में बहुत मुश्किल हो रही है। भारत को यमन की सुरक्षा और न्यायिक प्रक्रिया का सम्मान करना पड़ता है, जबकि वह खुद एक जंग से जूझ रहा है।
2️⃣ भारत का कानून और अंतरराष्ट्रीय संबंध:
भारत दूसरे देशों के कानूनी मामलों में हस्तक्षेप नहीं करता, खासकर जब बात अंतरराष्ट्रीय न्यायिक प्रक्रिया की हो। भारतीय सरकार यमन सरकार से निमिषा प्रिय के मामले में दया की अपील कर रही है, लेकिन यमन के न्यायालयों ने उन्हें सजा सुना दी है।
3️⃣ उलझनपूर्ण स्थितियां:
यमन में हालात बेहद जटिल हैं, और भारत को अपनी विदेश नीति में सतर्कता बरतनी पड़ती है, ताकि दोनों देशों के रिश्तों पर कोई असर न पड़े।
इस पूरी स्थिति में भारत की कठिनाई यह है कि वह अंतरराष्ट्रीय कानूनी मान्यताओं और यमन की स्थिति के कारण सीधे तौर पर हस्तक्षेप नहीं कर सकता।
क्या आप इस स्थिति पर विचार करते हैं? क्या आपको लगता है कि भारत को अधिक प्रयास करना चाहिए?