19/05/2024
#शुभम_भवतु
अवश्य पढ़े
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मझदार में जब कश्ती पहूँची,कश्ती वालों पर क्या गुजरती हैं,
यह तूफानों की बातें हैं,तटो पर अठखेलिया करने वाले क्या जाने।
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जंगल में एक गर्भवती हिरणी बच्चे को जन्म देने को थी,वो एकांत जगह की तलाश में घुम रही थी कि अचानक उसे नदी किनारे ऊँची और घनी घास दिखी. उसे वो उपयुक्त स्थान लगा शिशु को जन्म देने के लिये।
वहां पहुँचते ही उसे प्रसव पीडा शुरू हो गयी, उसी समय आसमांन में घनाघोर बादल वर्षा को आतुर हो उठे और बिजली कडकने लगी.उसने बाए देखा तो एक शिकारी तीर का निशाना उस की तरफ साध रहा था, घबराकर वह दाहिने मुडी तो वहां एक भूखा शेर झपटने को तैयार बैठा था. सामने सूखी हुई घास आग पकड चुकी थी,पीछे मुडी तो नदी में जल बहुत था.
ऐसे मुश्किलो से घिरी वो बेचारी मादा हिरणी क्या करती?
वह प्रसव पीडा सें व्याकुल थी और हालातो से डरी हुई भी!
अब क्या होगा,क्या हिरणी जीवित बचेगी ?
क्या वो अपने बच्चे को जन्म दे पायेगी ?
क्या उसका शिशु जीवित रहेगा या जंगल की आग सब कु्छ जला देगी ?
क्या मादा हिरनी शिकारी के तीर से बच पायेगी या मादा हिरनी भुखे शेर का भोजन बनेगी ?
वो एक तरफ आग से घिरी हुई हैं और पीछे कल कल करती बहती हुई नदी है क्या करेगी वो ?
उसने अपने आप को शुन्य में छोड एवं सबकुछ उस शक्ति के चरणों मे समर्पित कर दिया जिसे हम भगवान्, ईश्वर, परमशक्ति परमेश्वर या गॉड कहते हैं और अपने बच्चे को जन्म देने का विचार करा....
कुदरत का करिश्मा देखिये ..
शिकारी का तीर छोडते समय आसमां में बिजली चमकी और शिकारी आँखे चौंधिया गयी जिस से उस का छोड़ा हुआ तीर हिरणी के पास से गुजरता हुआ शेर को जा लगा.घनाघोर बारिश शुरू हो गयी और जंगल की आग बुझ गयी एवं हिरणी ने सकुशल अपने शिशु को जन्म दिया एवं तदुपरांत भगवान् को कोटिशः साधुवाद दिया।
इसी प्रकार हमारे जीवन में भी कभी ऐसा समय आता हैं जब हम चारो तरफ से समस्याओ से स्वयं को घिरा हुआ पाते हैं और कोई निर्णाय नहीं ले पाते,तब उन समय मे हमे शुन्य हो कर सब कुछ नियती के हाथो में छोड देना चाहिए जैसे उस हिरणी ने किया. जो पहली प्राथमिकता हो हमे उस पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए जैसे हिरनी ने शावक को जन्म दिया। निश्चित मानिए अगर आप की नीयत साफ हैं और ईश्वर में विश्वास हैं तो प्रभु आप के साथ होते हैं और वह सब अच्छा करते हुए आपका आगे का मार्ग प्रशस्त करेंगे।
अतः अपने आप से पुछे ..
आप कहां केन्द्रित है,आप का विश्वास और उम्मीद किस से है एवं आपकी प्राथमिकता क्या हैं। ईश्वर किसी ना किसी रूप में आपका साथ अवश्य देंगे,वो आप को निराश नहीं करेंगे।
मत सोच इतना जिंदगी के बारे में कि क्या होगा,
जिसने जिंदगी दी हैं उसने भी तो कुछ सोचा होगा।
राधे राधे