03/07/2025
Sourav Ganguly ने जब भारतीय टेस्ट टीम की कप्तानी संभाली, उस समय टीम आत्मविश्वास की कमी से जूझ रही थी। उन्होंने टीम में नई ऊर्जा, आक्रामकता और विदेशी धरती पर जीतने का जज़्बा पैदा किया। Ganguly की कप्तानी में भारत ने 49 टेस्ट में 21 जीते, 13 हारे और 15 ड्रॉ रहे, जीत प्रतिशत 42.86% रहा। खास बात यह थी कि उन्होंने 11 विदेशी टेस्ट जीतकर भारत को विदेशों में भी एक मजबूत टीम के रूप में स्थापित किया, जो उस समय एक रिकॉर्ड था।
MS Dhoni ने भारतीय टेस्ट टीम को नई ऊंचाइयों तक पहुँचाया, खासकर घरेलू मैदानों पर। उनकी कप्तानी में भारत ने 60 टेस्ट में 27 जीते, 18 हारे और 15 ड्रॉ खेले, जीत प्रतिशत 45% रहा। घरेलू मैदान पर उनका रिकॉर्ड शानदार था—30 में से 21 जीत और सिर्फ 3 हार। हालांकि, विदेशी धरती पर उनकी कप्तानी में भारत को सिर्फ 6 जीत मिलीं, जो Ganguly और Kohli से कम है।
Virat Kohli का टेस्ट कप्तान के रूप में रिकॉर्ड भारतीय क्रिकेट के इतिहास में सबसे सफल है। उन्होंने 68 टेस्ट में कप्तानी की, जिसमें 40 जीत, 17 हार और 11 ड्रॉ रहे, जीत प्रतिशत 58.82% रहा। Kohli की कप्तानी में भारत ने न सिर्फ घरेलू मैदान पर दबदबा बनाया, बल्कि विदेशों में भी ऐतिहासिक जीतें दर्ज कीं, जैसे कि ऑस्ट्रेलिया में पहली बार टेस्ट सीरीज़ जीतना।
Kohli ने टीम में फिटनेस, आक्रामकता और तेज गेंदबाजी को नई प्राथमिकता दी। उनकी कप्तानी में भारत ने SENA देशों (South Africa, England, New Zealand, Australia) में 16 टेस्ट जीते, जो किसी भी भारतीय कप्तान से ज्यादा है। Kohli के नेतृत्व में भारत ने 11 घरेलू टेस्ट सीरीज़ में से 10 जीतीं और एक ड्रॉ रही, यानी घरेलू मैदान पर उनका रिकॉर्ड लगभग अजेय रहा।
Rohit Sharma ने हाल ही में टेस्ट कप्तानी संभाली है और अब तक 24 टेस्ट में कप्तानी की है, जिसमें 12 जीत, 9 हार और 3 ड्रॉ रहे, जीत प्रतिशत 50% है। Rohit की कप्तानी में भारत ने कुछ अहम मैच जीते, लेकिन हाल के समय में टीम को घरेलू मैदान पर भी हार का सामना करना पड़ा, जिससे उनकी कप्तानी की निरंतरता और प्रभाव पर सवाल उठे हैं।
अगर तुलना करें तो Ganguly ने टीम को नई सोच दी, Dhoni ने घरेलू दबदबा बनाया और Kohli ने भारत को विदेशों में भी जीत की आदत डाली। Rohit का रिकॉर्ड अच्छा है, लेकिन अभी लंबा सफर बाकी है। आंकड़ों और प्रभाव के आधार पर, Virat Kohli को भारत का सबसे सफल और प्रभावशाली टेस्ट कप्तान माना जाता है।
Kohli की कप्तानी में भारत ने बड़े-बड़े विदेशी मैदानों पर जीत हासिल की, टीम की फिटनेस और तेज गेंदबाजी में क्रांतिकारी बदलाव आए, और भारत ने टेस्ट क्रिकेट में विश्व स्तर पर खुद को स्थापित किया। उन्होंने कभी भी घरेलू टेस्ट सीरीज़ नहीं हारी, जो एक बड़ी उपलब्धि है।
इसलिए, चारों कप्तानों की उपलब्धियों का सम्मान करते हुए, आंकड़ों, टीम के बदलाव और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रभाव के आधार पर Virat Kohli को भारत का सबसे बेहतरीन टेस्ट कप्तान कहा जा सकता है।