10/05/2025
कर्नल सोफिया कुरैशी भारतीय सेना की एक सम्मानित अधिकारी हैं, जिन्होंने अपने अद्वितीय साहस, नेतृत्व क्षमता और तकनीकी दक्षता से सैन्य क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण मील के पत्थर स्थापित किए हैं।
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
18 अप्रैल 1972 को लखनऊ, उत्तर प्रदेश में जन्मी सोफिया कुरैशी के पिता मोहम्मद कुरैशी सिविल इंजीनियर थे, जबकि माता अमीना कुरैशी गणित की प्रोफेसर थीं। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा लोरेटो कॉन्वेंट, लखनऊ से प्राप्त की और 1993 में IIT कानपुर से इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार इंजीनियरिंग में बी.टेक की डिग्री हासिल की।
सैन्य करियर
1994 में सेना की सिग्नल कोर में कमीशन प्राप्त करने के बाद, उन्होंने जम्मू-कश्मीर और पूर्वोत्तर में आतंकवाद विरोधी अभियानों में उल्लेखनीय योगदान दिया। 2001 में, वे सेना के पहले मोबाइल डिजिटल संचार नेटवर्क के विकास में प्रमुख भूमिका में रहीं।
2016 में, संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन के अंतर्गत कांगो में तैनात 500 से अधिक भारतीय सैनिकों का नेतृत्व कर उन्होंने इतिहास रच दिया। वे इस तरह की जिम्मेदारी संभालने वाली पहली भारतीय महिला अधिकारी बनीं। उनकी इकाई ने उत्तर किवु क्षेत्र में शांति स्थापना, निरस्त्रीकरण और मानवीय सहायता प्रदान करने में सराहनीय कार्य किया।
2017 से 2022 तक, उन्होंने भारत के साइबर डिफेंस कमांड में उप महानिदेशक के रूप में कार्य किया। इस भूमिका में उन्होंने साइबर प्रशिक्षण रेंज की स्थापना, सैन्य साइबर सिद्धांतों के विकास और खतरों की पहचान से जुड़े अभियानों का नेतृत्व किया।
ऑपरेशन सिंदूर और हालिया उपलब्धियाँ
2025 में भारत-पाकिस्तान संघर्ष के दौरान उन्होंने पश्चिमी मोर्चे पर एक साइबर-सक्षम त्वरित तैनाती इकाई का नेतृत्व किया, जिसने सैन्य संचार को सुरक्षित रखा और रणनीतिक प्रणालियों पर साइबर हमलों को नाकाम किया।
7 मई 2025 को, उन्होंने विंग कमांडर व्योमिका सिंह के साथ मिलकर ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी मीडिया को दी। इस अभियान में पाकिस्तान और पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों को सफलतापूर्वक नष्ट किया गया।
पुरस्कार और सम्मान
उनकी सेवाओं को कई प्रतिष्ठित सम्मानों से नवाज़ा गया है, जिनमें शामिल हैं:
सेना मेडल (2025)
विशिष्ट सेवा मेडल (2019)
संयुक्त राष्ट्र शांति सेवा मेडल (2017)
COAS प्रशस्ति पत्र (2010)
पूर्वी कमान के GOC-in-C का प्रशस्ति पत्र (2003)
निजी जीवन
कर्नल कुरैशी का विवाह कर्नल ताजुद्दीन बगेवाड़ी से हुआ है और उनका एक पुत्र है। उनका परिवार भारतीय सेना की गौरवशाली परंपरा को आगे बढ़ा रहा है, जिसमें उनके पिता और दादा भी शामिल रहे हैं।
कर्नल सोफिया कुरैशी का जीवन भारतीय सेना में महिलाओं की उभरती भूमिका और तकनीकी सक्षमता के महत्व का प्रतीक है। उनकी उपलब्धियाँ आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं।