05/09/2025
BG/13/15
परमात्मा समस्त इंद्रियों के मूल श्रोत हैं, फिर भी वे इंद्रियों से रहित हैं। वे समस्त जीवों के पालनकर्ता होकर भी अनासक्त हैं। वे प्रकृति के गुणों से परे हैं, फिरभी वे भौतिक प्रकृति के सभी गुणों के स्वामी हैं।
यद्यपि परमेश्वर समस्त जीवों की समस्त इंद्रियों के स्रोत हैं, फिर भी जीवों की तरह उनके भौतिक इंद्रियां नहीं होती। वास्तव में जीवों में आध्यात्मिक इन्द्रियां होती हैं, लेकिन बद्ध जीवन में वे भौतिक तत्वों से आच्छादित रहती हैं। परमेश्वर की इंद्रियां इस तरह आच्छादित नहीं रहती हैं। उनकी इंद्रियां दिव्य होती हैं, अतएव निर्गुण कहलाती हैं। गुण का अर्थ है, भौतिक गुण।
। हरे कृष्ण 🙏।