21/12/2025
#नयीकिताब
हिंदी साहित्य के इतिहास में जब आधुनिक कहानी के जन्म की चर्चा होती है, तो सबसे पहले जिस नाम का स्मरण होता है, वह है चंद्रधर शर्मा ‘गुलेरी’। उनके लेखन ने हिंदी गद्य को केवल भाषा का माध्यम नहीं रहने दिया, बल्कि उसे भावनाओं, संवेदनाओं और विचारों की जीवंत अभिव्यक्ति में बदल दिया।
उनकी सबसे प्रसिद्ध कहानी ‘उसने कहा था’ एक अमर प्रेमकथा है, जिसमें बचपन का स्नेह, युबाबस्था की स्मृतियाँ और युद्धभूमि का त्याग तीनों का अद्भुत संगम दिखाई देता है। यह कहानी प्रेम की मर्यादा, निष्ठा और बचन के प्रति समर्पण का प्रतीक है। यह केवल दो पात्रों की कथा नहीं, बल्कि उस युग के भारतीय हृदय की भावनात्मक गहराई की कहानी है, जो आज भी उतनी ही सजीब लगती है।
इस संग्रह की अन्य कहानियाँ भी समान रूप से गहन हैं इनमें समाज, इतिहास, संस्कृति और नैतिकता की परतें हैं। ‘गुलेरी’ जी के लेखन में भाषा इतनी सहज है कि वह आम पाठक के हृदय तक सीधी पहुँचती है, और फिर भी उसका साहित्यिक सौंदर्य अप्रतिम है। वे सवादों में जीवन भर देते हैं, परिबेश को शब्दों से साकार कर देते हैं, और मानवीय भावनाओं को इतना सजीव बना देते हैं कि पाठक खुद कहानी के भीतर उतर जाता है।