Devon Ki Vani

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अनंत भक्ति, शाश्वत सत्य! 🚩
यहां सुनें देवों की अमृतमयी वाणी, जानें सनातन धर्म के अद्भुत रहस्य, और जुड़ें ईश्वर की भक्ति में। 🙏🔥
🔸 शिव, हनुमान, विष्णु, माँ दुर्गा और अन्य देवी-देवताओं की कथाएँ
🔸 मंत्र, श्लोक और आध्यात्मिक ज्ञान

वन में राम-नाम का जप करते हुए एक वृद्ध साधु बैठा था। उसके सामने कठिनाई यह थी कि उसे राम दरबार के दर्शन कभी न हो पाएंगे। ...
03/09/2025

वन में राम-नाम का जप करते हुए एक वृद्ध साधु बैठा था। उसके सामने कठिनाई यह थी कि उसे राम दरबार के दर्शन कभी न हो पाएंगे। उसी क्षण पवनपुत्र हनुमान प्रकट हुए। उन्होंने कहा—“भक्ति में दूरी नहीं होती, सच्ची निष्ठा ही राम तक पहुँचा देती है।” साधु ने हनुमान जी से पूछा—“आपके बल और सेवा का रहस्य क्या है?” हनुमान जी मुस्कुराए और बोले—“राम का नाम ही मेरा बल है, और उनकी सेवा ही मेरा प्राण।” साधु का हृदय प्रेम से भर गया, और उसे लगा मानो स्वयं भगवान राम उसके समीप आकर उसे आशीष दे रहे हों।

🌺 दुर्लभ मंत्र:
"ॐ अञ्जनिसुताय विद्महे वायुपुत्राय धीमहि।
तन्नो हनुमान् प्रचोदयात्॥"

अर्थ: हम अंजनी पुत्र और वायु पुत्र का ध्यान करते हैं, वे हनुमान हमारे अंतःकरण को प्रेरित और प्रकाशित करें।

✨ जीवन संदेश: सच्ची भक्ति और निष्ठा वही है जिसमें अहंकार न हो। सेवा और समर्पण से ही शक्ति और सफलता मिलती है।

#हनुमान_भक्ति

हिमालय की नीरव गुफाओं में एक ऋषि तप कर रहे थे। उनके मन में अशांति थी—ज्ञान था, परंतु भीतर अज्ञान का अंधकार मंडरा रहा था।...
03/09/2025

हिमालय की नीरव गुफाओं में एक ऋषि तप कर रहे थे। उनके मन में अशांति थी—ज्ञान था, परंतु भीतर अज्ञान का अंधकार मंडरा रहा था। एक रात उन्हें ध्यान में भगवान शिव का दर्शन हुआ। शिव जी समाधि में लीन थे, फिर अचानक तांडव करने लगे। उस नृत्य की प्रत्येक लय ने उनके भीतर के भ्रम और अज्ञान को भस्म कर दिया। ऋषि ने समझा—शिव का ध्यान आत्मा को शांति देता है और शिव का तांडव अज्ञान का नाश करता है। उसी क्षण उनके हृदय में ज्ञान का प्रकाश फैल गया।

🌺 दुर्लभ मंत्र:
"ॐ त्र्यम्बकं जगतां नाथं नीलकण्ठं जगत्पतिम्।
जटाजूटं च शर्वेशं नमामि गिरिजापतिम्॥"

अर्थ: मैं त्रिनेत्रधारी, नीलकण्ठ, जगत के स्वामी और गिरिजा-पति भगवान शिव को प्रणाम करता हूँ, जिनकी जटाओं में ब्रह्मांड का रहस्य छिपा है।

✨ जीवन संदेश: आंतरिक शांति पाने के लिए प्रतिदिन कुछ समय ध्यान में बैठें। मौन और श्वास का संतुलन ही अज्ञान को मिटाकर ज्ञान का द्वार खोलता है।

#शिव_ध्यान

प्राचीन समय में एक बालक ने नया व्यापार शुरू करने की ठानी, लेकिन हर ओर बाधाएँ थीं—कभी धन की कमी, कभी मार्ग में रुकावटें। ...
03/09/2025

प्राचीन समय में एक बालक ने नया व्यापार शुरू करने की ठानी, लेकिन हर ओर बाधाएँ थीं—कभी धन की कमी, कभी मार्ग में रुकावटें। निराश होकर वह गणपति मंदिर पहुँचा और रोते हुए बोला—“हे विघ्नहर्ता, मुझे राह दिखाइए।” उसी क्षण मंदिर की घंटी बजी और उसे भीतर से स्वर सुनाई दिया—“सच्चे मन से प्रयास कर, मैं तेरे संग हूँ।”

उसने धैर्य रखा, छोटे कदमों से शुरुआत की और हर सुबह गणेश जी का स्मरण करने लगा। धीरे-धीरे उसके कार्य सफल होने लगे। उसे समझ आया कि गणेश जी केवल विघ्न नहीं हटाते, बल्कि विवेक और सही निर्णय लेने की शक्ति भी देते हैं।

🌺 दुर्लभ मंत्र:
"ॐ गजाननं भूतगणादि सेवितं कपित्थ जम्बूफलचारु भक्षणम्।
उमासुतं शोकविनाशकारणं नमामि विघ्नेश्वरपादपङ्कजम्॥"

अर्थ: मैं उन विघ्नेश्वर को प्रणाम करता हूँ जो गजमुख हैं, जिन्हें सभी गण पूजते हैं, कपित्थ और जम्बूफल का भक्षण करते हैं, माँ पार्वती के पुत्र हैं और दुखों का नाश करते हैं।

✨ जीवन संदेश: नई शुरुआत करते समय भय या संदेह न रखें। छोटे-छोटे कदम भी बड़े लक्ष्यों तक पहुँचाते हैं।

#गणपति_आशीर्वाद

एक बार देवताओं और असुरों के बीच युद्ध छिड़ा। अधर्म बढ़ने लगा और सृष्टि डगमगाने लगी। तब भगवान विष्णु ने सुदर्शन चक्र धारण...
02/09/2025

एक बार देवताओं और असुरों के बीच युद्ध छिड़ा। अधर्म बढ़ने लगा और सृष्टि डगमगाने लगी। तब भगवान विष्णु ने सुदर्शन चक्र धारण कर ब्रह्मांड की रक्षा की। उन्होंने असुरों को परास्त किया, परंतु जो असुर शरण में आए, उन्हें करुणा से क्षमा भी कर दिया। यही विष्णु का स्वरूप है – धर्म की रक्षा, अधर्म का विनाश और करुणा से जगत का पोषण।

भक्तों ने पूछा – “प्रभु! हम आपके जैसा संतुलन कैसे पा सकते हैं?”
विष्णु बोले – “धैर्य और करुणा से हर स्थिति को देखो। अधर्म का विरोध करो, परंतु द्वेष मत पालो। यही जीवन का संतुलन है।”

🌿 दुर्लभ मंत्र –
“ॐ शान्ताकाराय नमः॥”
👉 अर्थ: शांति स्वरूप भगवान विष्णु को नमन। यह मंत्र मन की अशांति को दूर कर धैर्य और संतुलन देता है।

✨ जीवन-संदेश: जब क्रोध या तनाव बढ़े, तब गहरी साँस लें और मन ही मन विष्णु मंत्र का जप करें। यह अभ्यास धैर्य बढ़ाता है और हर परिस्थिति में सामंजस्य स्थापित करता है।

#विष्णुधर्मसंरक्षक 🌿

वृंदावन में श्री हरिवंश जी महाराज का राधा वल्लभ स्वरूप अत्यंत मनोहर था। कहते हैं एक बार भक्त ने पूछा – “प्रभु! राधा रानी...
02/09/2025

वृंदावन में श्री हरिवंश जी महाराज का राधा वल्लभ स्वरूप अत्यंत मनोहर था। कहते हैं एक बार भक्त ने पूछा – “प्रभु! राधा रानी की महिमा क्यों हर श्वास में गूँजती है?” श्री हरिवंश मुस्कुराए और बोले – “क्योंकि राधा नाम बिना कृष्ण का आनंद अधूरा है। भक्ति का सार राधा वल्लभ प्रेम है, जहाँ वियोग भी माधुर्य है और मिलन भी उत्सव।”

भक्त ने जब यह सुना तो उसके हृदय में सहज ही आँसू बह निकले। उसी क्षण उसे अनुभव हुआ कि सच्चा सुख बाहर नहीं, भीतर की प्रेम-स्मृति में है। राधा वल्लभ की भक्ति ने उसका मन निर्मल कर दिया।

🌸 दुर्लभ मंत्र –
“राधा वल्लभाय नमः॥”
👉 अर्थ: राधा के प्रियतम श्रीहरिवंश जी को नमस्कार। यह मंत्र प्रेम, शांति और हृदय की करुणा को जागृत करता है।

✨ स्वास्थ्य संदेश: जब मन अशांत हो, तो थोड़ी देर मौन साधना करें और राधा वल्लभ नाम का जप करें। यह मानसिक तनाव को कम कर, मन को संतुलन देता है।

#राधावल्लभप्रेम 🌸

एक बार एक गृहिणी ने मन में सोचा – “मेरे पास बड़े यज्ञ या दान की शक्ति नहीं, फिर प्रभु विष्णु की भक्ति कैसे करूँ?” उसी रा...
02/09/2025

एक बार एक गृहिणी ने मन में सोचा – “मेरे पास बड़े यज्ञ या दान की शक्ति नहीं, फिर प्रभु विष्णु की भक्ति कैसे करूँ?” उसी रात उसने स्वप्न में तुलसी माता को देखा। तुलसी माता ने मुस्कुराकर कहा – “हे साध्वी! मैं विष्णु प्रिय हूँ। यदि तुम प्रतिदिन श्रद्धा से मेरे चरणों में जल अर्पित करोगी और मेरे पत्तों से प्रभु का पूजन करोगी, तो वही समस्त तीर्थों का फल होगा।” गृहिणी ने ऐसा ही किया। धीरे-धीरे उसका घर शांति, पवित्रता और समृद्धि से भर गया। यही तुलसी माता की पावन महिमा है।

🌿 दुर्लभ तुलसी मंत्र –
“ॐ तुलस्यै विद्महे विष्णुप्रियायै धीमहि तन्नो वृन्दा प्रचोदयात्॥”
👉 अर्थ: हम तुलसी माता का ध्यान करते हैं जो विष्णु की प्रिय हैं, वे हमें भक्ति और पवित्रता की प्रेरणा दें।

✨ जीवन संदेश: सच्ची भक्ति का अर्थ है सरलता और निरंतरता। छोटी-सी श्रद्धा भी यदि हृदय से हो, तो प्रभु तक पहुँचती है।

#तुलसी_भक्ति 🌿

एक व्यापारी लोभ में आकर लोगों का धन हड़प लेता था। परंतु शीघ्र ही उसके व्यापार में भारी हानि हुई। व्याकुल होकर वह एक साधु...
02/09/2025

एक व्यापारी लोभ में आकर लोगों का धन हड़प लेता था। परंतु शीघ्र ही उसके व्यापार में भारी हानि हुई। व्याकुल होकर वह एक साधु के पास पहुँचा। साधु ने शांत स्वर में कहा – “यह शनि देव का न्याय है। वे किसी से वैर नहीं रखते, केवल कर्म का फल देते हैं। उनकी दृष्टि में राजा और भिखारी समान हैं। अनुशासन और धैर्य से ही उनकी कृपा प्राप्त होती है।” व्यापारी ने पश्चाताप किया, अपने ऋण लौटाए और न्यायपूर्ण जीवन अपनाया। धीरे-धीरे उसका व्यापार फिर से फलने लगा। यही शनि की करुणा थी।

🪔 दुर्लभ शनि मंत्र –
“ॐ प्राँ प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः॥”
👉 अर्थ: हे शनैश्चर देव, आप न्याय और कर्मफल दाता हैं, आपको मेरा प्रणाम है।

✨ जीवन संदेश: कठिन समय में धैर्य रखना शनि की सच्ची उपासना है। उतावलेपन से नहीं, बल्कि अनुशासन और संयम से ही सफलता और शांति प्राप्त होती है।

#शनि_न्याय 🪔

प्राचीन समय में एक वृद्ध ऋषि प्रतिदिन सूर्योदय के समय पूर्व दिशा की ओर जल अर्पित करते थे। एक दिन उनका शिष्य पूछ बैठा – “...
02/09/2025

प्राचीन समय में एक वृद्ध ऋषि प्रतिदिन सूर्योदय के समय पूर्व दिशा की ओर जल अर्पित करते थे। एक दिन उनका शिष्य पूछ बैठा – “गुरुदेव, आप यह नित्य क्रिया क्यों करते हैं?” ऋषि ने मुस्कुराकर कहा – “सूर्य केवल आकाश में प्रकाश नहीं, बल्कि जीवन की लय और शक्ति के स्रोत हैं। उनकी किरणों से शरीर में ऊर्जा, मन में उत्साह और आत्मा में संतुलन आता है।”
शिष्य ने उस दिन पहली बार उगते सूर्य को नमन किया और अनुभव किया कि उसकी थकान दूर हो गई, और भीतर नई चेतना जाग उठी।

☀️ दुर्लभ सूर्य मंत्र –
“ॐ घृणिः सूर्य आदित्याय नमः॥”
👉 अर्थ: हे सूर्य देव, आप ही प्रकाश और जीवन के आधार हैं, आपको मेरा प्रणाम है।

✨ स्वास्थ्य संदेश: प्रतिदिन प्रातःकाल 5–10 मिनट सूर्य की प्रथम किरणों का ध्यान करें और प्राणायाम करें। यह शरीर में विटामिन D की पूर्ति करता है, हड्डियों को मज़बूत करता है और मन को सकारात्मक बनाता है।

#सूर्यऊर्जा ☀️

एक बार एक जिज्ञासु साधक, ज्ञान की खोज में, भगवान दत्तात्रेय के पास पहुँचा। उसने पूछा – “गुरुदेव, आपके पास अनंत ज्ञान कैस...
02/09/2025

एक बार एक जिज्ञासु साधक, ज्ञान की खोज में, भगवान दत्तात्रेय के पास पहुँचा। उसने पूछा – “गुरुदेव, आपके पास अनंत ज्ञान कैसे आया?” दत्तात्रेय मुस्कुराए और बोले – “मैंने 24 गुरुओं से सीखा। पृथ्वी से धैर्य, जल से पवित्रता, आकाश से व्यापकता, अग्नि से त्याग, पक्षियों से सरल जीवन – यही मेरे ज्ञान का आधार है।” साधक ने समझा कि सच्ची बुद्धि बाहरी भोग में नहीं, बल्कि साधारण जीवन और गहरी दृष्टि में है।

🌼 दुर्लभ दत्तात्रेय मंत्र –
“ॐ द्राम् दत्तात्रेयाय नमः॥”
👉 अर्थ: मैं दत्तात्रेय भगवान को प्रणाम करता हूँ, जो अनंत ज्ञान और करुणा से युक्त हैं।

✨ जीवन संदेश: सरल जीवन अपनाएँ। जब इच्छाएँ कम हों और संतोष बढ़े, तब मन स्वतः ही शांत और स्वतंत्र हो जाता है।

#दत्तात्रेयज्ञान 🙏

एक भक्त जीवन की कठिनाइयों से टूट चुका था। हर प्रयास में असफल होकर वह एक साधु के पास पहुँचा और बोला – “अब मुझसे कुछ संभव ...
02/09/2025

एक भक्त जीवन की कठिनाइयों से टूट चुका था। हर प्रयास में असफल होकर वह एक साधु के पास पहुँचा और बोला – “अब मुझसे कुछ संभव नहीं।” साधु ने मुस्कुराकर कहा – “प्रत्येक संकट का द्वार ‘ॐ नमः भगवते वासुदेवाय’ के स्मरण से खुलता है। इसे मन से जपो।” भक्त ने नियम बनाकर प्रतिदिन यह मंत्र जपना शुरू किया। धीरे-धीरे उसके भीतर का भय और नकारात्मकता मिटने लगी। कुछ ही समय बाद उसका जीवन संतुलित और शांत हो गया। तब उसने अनुभव किया कि यह मंत्र केवल ईश्वर का नाम नहीं, बल्कि आत्मा को साहस और धैर्य देने वाला दिव्य सूत्र है।

🌸 दुर्लभ विष्णु मंत्र –
“ॐ वासुदेवाय विद्महे नारायणाय धीमहि। तन्नो विष्णुः प्रचोदयात्॥”
👉 अर्थ: हम वासुदेव नारायण का ध्यान करते हैं; वे विष्णु हमें सत्य और भक्ति के मार्ग पर प्रेरित करें।

✨ जीवन संदेश: जब भी जीवन में असफलता या दुख मिले, ईश्वर का नाम लेकर धैर्य रखें। निरंतर जप मन को स्थिर करता है और हर बाधा धीरे-धीरे दूर हो जाती है।

#वासुदेवकृपा 🙏

जब हिरण्याक्ष ने पृथ्वी को पाताल की गहराइयों में डुबो दिया, तब समस्त सृष्टि संकट में पड़ गई। देवता व्याकुल होकर विष्णु भ...
02/09/2025

जब हिरण्याक्ष ने पृथ्वी को पाताल की गहराइयों में डुबो दिया, तब समस्त सृष्टि संकट में पड़ गई। देवता व्याकुल होकर विष्णु भगवान की शरण में पहुँचे। तभी भगवान ने वराह अवतार धारण किया—अत्यंत विशाल शरीर, दंती स्वरूप और असीम शक्ति से वे पाताल में उतरे। वहाँ उन्होंने असुर का संहार कर धरती माता को अपने दाँतों पर उठाकर जल से बाहर लाया। देवताओं ने देखा कि वराह देव केवल रक्षक ही नहीं, बल्कि धर्म के आधार भी हैं, क्योंकि बिना पृथ्वी के धर्म संभव नहीं। यह कथा सिखाती है कि जब भी संसार संकट में आता है, ईश्वर स्वयं उसे बचाने अवतरित होते हैं।

🌸 दुर्लभ वराह मंत्र –
“ॐ वराहाय नमः”
👉 अर्थ: हे वराह भगवान, आपको मेरा नमन है; आप हमें शक्ति दें और पृथ्वी व धर्म की रक्षा करें।

✨ जीवन संदेश: पृथ्वी हमारी माता है। यदि हम उसका सम्मान करेंगे—प्रकृति को संतुलित रखेंगे, जल, वायु और वृक्षों की रक्षा करेंगे—तभी सच्चा धर्म जीवित रहेगा।

#वराहरक्षा 🙏

हिरण्यकशिपु के अत्याचार से समस्त लोक काँप रहे थे। उसने अपने पुत्र प्रह्लाद तक को ईश्वर-भक्ति से रोकने का प्रयास किया, पर...
02/09/2025

हिरण्यकशिपु के अत्याचार से समस्त लोक काँप रहे थे। उसने अपने पुत्र प्रह्लाद तक को ईश्वर-भक्ति से रोकने का प्रयास किया, परंतु प्रह्लाद ने निडर होकर हर पल “नारायण” का स्मरण किया। जब अत्याचार अपनी चरम सीमा पर पहुँचा, तब खंभे से प्रकट हुए भगवान नरसिंह — आधा नर, आधा सिंह, अग्नि समान नेत्र और अपार तेज से दैत्य राज को धराशायी कर दिया। प्रह्लाद को गोद में लेकर उन्होंने कहा – “भय केवल तब तक है जब तक तुम अधर्म से जुड़ते हो। सत्य और भक्ति में रहने वाले को कोई भय नहीं छू सकता।” उस दिन से भक्त समझ गए कि भगवान नरसिंह सच्चे रक्षक हैं, जो हर बुराई का विनाश और भक्त का संरक्षण करते हैं।

🌸 दुर्लभ नरसिंह मंत्र –
“ॐ क्ष्रौं नमो भगवते नरसिंहाय”
👉 अर्थ: हे नरसिंह भगवान, आपको नमन है; आप हमें भय से मुक्त कर साहस और संरक्षण प्रदान करें।

✨ जीवन संदेश: निडरता का अर्थ भय का अभाव नहीं, बल्कि भय के बावजूद धर्म और सत्य पर अडिग रहना है। ईश्वर का नाम लेते हुए जीवन की हर चुनौती का सामना साहस से करें।

#नरसिंहरक्षा 🙏

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