Hindi Sayari

Hindi Sayari तुम्हारी याद और सर्दियों का ये मौसम?
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09/04/2025

जब भी मैं स्वयं को सुधारने की सोचता हूं तो ना मालूम कौन पर कोई है मेरे अंदर बैठा हुआ, जो ठहाके मारकर मुझ पर हंसने लगता है जो कहता है तुम सुधरोगे.?कितने भोले और नादान हो.?छोड़ो भी अपनी इस मूर्खता को और जितनी जल्दी काल की गर्त में गिर सको,गिरो उसी में तुम्हारी भलाई है...!

09/04/2025

मैं तो चाहता हूँ हमेशा मासूम बने रहना,
ये जो ज़िन्दगी हैं समझदार किये जाती हैं।

09/04/2025
08/04/2025

बिछड़ना नियति का फैसला हो सकता है,लेकिन आंसुओ का गिरना व्यक्तिगत चुनाव है आप खुश है क्योंकि आप जानते है फायदे,आपकी आँखों में उम्मीद है मेरा दुःख इस बात से है कि सब मिल भी जाएगा तो भी ये खालीपन बरकार रहेगा...!

08/04/2025

जब मैंने कहा तुम्हारी जुदाई,
बर्बाद कर देगी मुझे.........!!
तो उसने बड़े तल्ख़ लहज़े में कहा,
बर्बाद हज़ारो है एक तुम भी सही.

08/04/2025

वजह से तो डूबता हे हर कोई,
बेवजह डूबो तो कुछ बात बने.

07/04/2025

सिर्फ इतिहास अच्छा होना चाहिए वरना वर्तमान का अहसास भी अतीत में होता है ओर भविष्य की कोई गारंटी नही की वो आयेगा भी या नही...!

07/04/2025

फिर उस प्रेमी ने खुदखुशी कर ली।
अब जो है वो घर का ज़िम्मेदार लड़का है।

07/04/2025

कुछ रिश्तों की शरुवात बेहद मजबूत होती है जिससे हमे यकीन होता है कि हम कभी अलग नहीं होंगे,लेकिन अचानक उन रिश्तों का अंत इतना बुरा हो जाता है कि हम सोचते हैं कि हम अब शायद ही कभी फिर मुलाकात होगी....!

07/04/2025

और अब किसी चमत्कार वश सब ठीक हो भी जाये,तो भी चाहिए किसे...!

06/04/2025

बहुत असहनीय होता है किसी रिश्ते के ख़त्म होने के बाद लोगो के द्वारा दि गई,सांत्वना हो या फिर उनके विचार,ख़ैर!... कभी सोचिए उस भूखे बच्चे का दर्द जिसे लोग खाने को रोटी के बदले खेलने को कोई खिलौना दे जाते है....!

06/04/2025

जब बिगड़ने की उम्र थी तब घर के हालत सही नहीं थे, इसलिए नहीं बिगड़े और जब हालत

सुधरे तो हम समझदार हो गए।

05/04/2025

बात पहली और आखिरी मुहब्बत की नहीं होती सड़क पर निकल जाइए थोड़ा मन को बंदिशों से आजाद करिए पहले से कहीं बेहतर विकल्प टकरा ही जायेंगे मगर जानते हो समस्या कहाँ है? हम शख्स को नहीं उस गुजरे वक़्त को मिस करते है...!

05/04/2025

सम्मान के साथ उचित समय पर रिटायरमेंट ले लेनी चाहिए। वरना सम्मान करने वाले भी गाली देने लगते हैं।😑

04/04/2025

मुझे बता दो जिदंगी का मतलब क्या है,
मुझे सिखा तो दो सब्र कैसे होता है...!!!

04/04/2025

कल्पनाओं के अंतिम शिखर तक पहुंच गया था प्रेम में,जो वास्तविकता के बादल हटें तो स्वयं को किसी बारिश की बूंद सा गिरता पाया जो गिरा भी तो मरुस्थल में,गिरते ही वाष्प हो गया,कोई कल्पना,कोई इच्छा कोई भाव कुछ शेष नहीं, सिवाय हृदय स्पंदन के...!

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