13/10/2025
👉 Royal Enfield Standard – एक अमर विरासत की कहानी
रॉयल एनफील्ड स्टैंडर्ड की कहानी इंग्लैंड के शहर रेडिच (Redditch) से शुरू होती है 🇬🇧, जहाँ 1891 में जॉर्ज टाउनसेंड ने Enfield Manufacturing Company की स्थापना की।
शुरुआत में यह साइकिलें बनाती थी , लेकिन 1901 में इसने अपनी पहली मोटरसाइकिल बनाई — और इसी के साथ मोटरसाइकिल इतिहास का एक नया अध्याय शुरू हुआ ।
उसी समय इसका नारा रखा गया — “Made Like a Gun, Goes Like a Bullet”, जो आज भी इस ब्रांड की पहचान है ।
दूसरे विश्व युद्ध + के दौरान, रॉयल एनफील्ड ने ब्रिटिश आर्मी के लिए खास मोटरसाइकिलें बनाई — जिनमें “Flying Flea” सबसे प्रसिद्ध थी, जिसे पैराशूट से युद्ध क्षेत्र में गिराया जाता था 🪂।
युद्ध के बाद, 1949 में रॉयल एनफील्ड की बुलेट मोटरसाइकिलें भारत आईं 🇮🇳, और 1955 में मद्रास (अब चेन्नई) में Enfield India Ltd. की स्थापना हुई।
यहीं से रॉयल एनफील्ड का दिल भारत में धड़कने लगा ❤️।
1960 के दशक में यह बाइक भारतीय पुलिस और सेना की पहली पसंद बन गई 🚨।
1971 में इंग्लैंड की फैक्ट्री बंद हो गई, लेकिन भारत की एनफील्ड ने अपना सफर जारी रखा — और यह सफर आज तक थमा नहीं 😍।
बुलेट सिर्फ़ एक मोटरसाइकिल नहीं रही, बल्कि भारतीय शान और गर्व का प्रतीक बन गई 🇮🇳।
इसका 350cc कास्ट आयरन इंजन, "ठक-ठक" की आवाज़ और मज़बूत बॉडी ने हर दिल को जीत लिया 🔊❤️।
1994 में Eicher Motors ने इस कंपनी को खरीद लिया और आधुनिक तकनीक के साथ इसे नया जीवन दिया ⚙️।
2000 के बाद AVL और फिर UCE इंजन आए, और रॉयल एनफील्ड और भी मज़बूत व भरोसेमंद बन गई।
2023 में Bullet Standard 350 (J-सीरीज़) आई — जिसमें 349cc इंजन, 20.2 bhp की ताकत और 27Nm टॉर्क था ⚡।
अब यह मोटरसाइकिल चेन्नई के ऑरगाडम प्लांट में बनती है और 60 से ज़्यादा देशों में बिकती है 🌍।
2025 तक, रॉयल एनफील्ड स्टैंडर्ड सिर्फ़ एक मोटरसाइकिल नहीं रही — यह एक विरासत बन चुकी है।
इसकी रूह आज भी वही है जो 1901 में थी — यह गेंद की तरह बनी, गोली की तरह दौड़ी, और आज भी हर सवार के दिल में धड़कती है ❤️🏍️
— Enfield_Preet