
30/09/2025
वो लोग जो समझते हैं इन्होंने चंद लम्हों में
जिस्मों को छूकर "मोहब्बत मुकम्मल" कर ली है
उन्हें इल्म होना चाहिए😔👇
मुबाशरत रुह को नुक्सान पहुंचाती है
रूह सिर्फ मोहब्बत को गले लगाती है
बाक़ी के खयालात कभी फिर बताऊंगा
ऐसे मत देखो मुझे.....दोस्तो
"मैं रूहों को जिस्मों का, लिबास बनाऊंगा
❣️❣️...