
22/05/2023
विवाह शादियों में इस तरह खाने की बर्बादी ना हो इसकी आवाज पहले ऐलनाबाद की सामाजिक संस्था टीम मिशन ग्रीन ने उठाई थी। बकायदा पार्टियों में जाकर बैनर भी लगाए गए थे। लेकिन लोग नहीं मान रहे हैं इसलिए उस मुहिम को बीच में ही छोड़ना पड़ा। बाकी सोशल मीडिया पर ज्यादा ज्ञान बांटने की प्रथा सी चल पड़ी है। क्योंकि लिखने में तो कोई समय नहीं लगता लेकिन उस पर अमल करने में समय लगता है। हमें अपने आप में देखना होगा कि क्या हम जो सोशल मीडिया के माध्यम से कह रहे हैं वह कर भी रहे हैं। और यह भी सोचना होगा कि जो लड़की या लड़के का बाप इतना बड़ा प्रबंध करता है वह मेहमानों के स्वागत के लिए करता है और हम वहां पर पहुंचकर कर सारे किए कराए पर पानी फेर देते हैं।। क्योंकि उस समय हम घर में लस्सी और चटनी के साथ रोटी खाने वाले हाई-फाई की गिनती में शुमार होते हैं। यह भी याद रखना आपको आयोजन करता ने खाने के लिए बुलाया है ना कि बिखेरने के लिए। अगर आज आप ऐसा कर रहे हो कल को आपके साथ भी ऐसा होगा।
धन्यवाद जी