25/06/2025
दोनों वीडियो को देखिए और अंतर समझिए.!
भागवत कथा परीक्षित जयप्रकाश तिवारी जी का एक बयान 23 जून को और एक बयान 24 जून को आता है।
23 जून को यानी जिस दिन वीडियो वायरल हुए, जयप्रकाश तिवारी जी से जब पूछा जाता क्या घटना हुई तो उनका जवाब आता है कि ब्राह्मणों ने देखा की कथा सही टाइम पर छठी ही नहीं अभी सूर्यास्त चल रहे चंद्रस्त चल रहे........ फिर उनकी जानकारी ली तो पता चला कि वह ब्राह्मण है ही नहीं.... जात-पात से कोई मतलब नहीं क्या होता रहा मुझे मालूम ही नहीं......
अब बात 24 जून की यानि दूसरे दिन परीक्षित जयप्रकाश तिवारी जी से पूछा गया तो उनका बयान पूरा बदला हुआ नजर आया,,उन्होंने बताया कि वह पत्नी के साथ बेड टच करते थे जब हमने विरोध किया तो कथावाचक द्वारा बोला गया, कि यह कुछ नहीं हम तो स्वामी है भागवत आचार्य हैं हमारे लोग पैर धुलते हैं और पैर छूते हैं.....हमारे टच करने से कुछ नहीं होता.... पत्नी के साथ अभद्र व्यवहार किया, और धमकी दी कि हमारे सपा मुखिया से डायरेक्ट संबंध है घर से उठा लेंगे.! और तिवारी जी ने रोते हुए पूरा प्रकरण बताया।
घटना तो 21 जून को ही घटित हो चुकी थी।अब सवाल यह है,की अगर 24 जून को दिए जाने वाले बयान की सभी बातें अगर सच है, तो तिवारी जी ने यह बातें 23 तारीख वाले बाइट में क्यों नहीं बताई। तिवारी जी ने 23 तारीख को क्यों नहीं बताया कि उनकी पत्नी के साथ कथा वाचक बैड टच करते थे और अभद्रता की। 23 तारीख को क्यों नहीं बताया की कथा वाचकों ने कहा है कि सपा प्रमुख से हमारे सीधे संबंध हैं। 23 तारीख को तिवारी जी ने ऐसा क्यों कहा कि हमें ज्यादा कुछ मालूम नहीं है??
दोनों वीडियो को देखिए और अंतर समझिए.!
नोट - दोनों बाइट वीडियो पूरे लगाए गए किसी भी प्रकार का कोई भी हिस्सा नहीं काटा गया है।