16/08/2025
ग्लोबल हरियाणा न्यूज़ फरीदाबाद : इस्कॉन फरीदाबाद ने हर्ष और उल्लास के साथ मनाई जन्माष्टमी 16 अगस्त 2025 को इस्कॉन मंदिर, सेक्टर 37, फरीदाबाद में जन्माष्टमी का पावन पर्व बड़े धूमधाम और श्रद्धा-भक्ति के साथ मनाया गया। हजारों भक्त मंदिर में एकत्र हुए और भगवान श्रीकृष्ण, जो कि सर्वोच्च पुरुषोत्तम भगवान हैं, के दर्शन कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। भगवान श्रीकृष्ण दिव्य प्रेम और आनंद के स्वरूप हैं, और उनका प्राकट्य दिवस दुनिया भर के भक्तों के लिए हर्षोल्लास का पर्व है। भगवान श्रीकृष्ण की महिमा भगवान श्रीकृष्ण सर्वोच्च परमेश्वर हैं, जिनकी स्तुति ब्रह्मा, शिव, नारद, अर्जुन, भीष्म और प्रह्लाद जैसे महान व्यक्तित्वों ने की है। भगवद गीता में कहा गया है कि श्रीकृष्ण समस्त सृष्टि के मूल स्रोत और परम सत्य हैं। उनकी भक्ति करने से जीव को परम मुक्ति मिलती है और उसे उनके परम धाम गोलोक वृंदावन की प्राप्ति होती है, जो सबसे सुंदर स्थान है और जहाँ कोई दुख नहीं है।
*जन्माष्टमी के अवसर पर इस्कॉन फरीदाबाद में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए*
- *श्री कृष्ण पाल गुज्जर*, राज्य मंत्री, सहकारिता विभाग, हरियाणा सरकार
- *श्री विपुल गोयल जी*, उद्योग मंत्री, हरियाणा सरकार
*विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए*
- *श्री संजय जून*, उपायुक्त, फरीदाबाद
- *श्री प्रवीण जोशी*, महापौर, फरीदाबाद
- *श्रीमती सीमा तेवरीका*, पूर्व विधायक
- *श्री अजय गौड़्ध गौर*
- *श्री राजेश नागर*, मंत्री
*एक दिन कीर्तन और दर्शन*: दिन की शुरुआत प्रातः 4:30 बजे मंगल आरती से हुई, जिसके बाद महा-मंत्र जप का आयोजन हुआ— “हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे / हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे।” दिनभर कीर्तन और दर्शन चलते रहे, और हजारों भक्त भगवान के दर्शन हेतु मंदिर में उमड़े। सायंकालीन समय में भक्तों की भीड़ और अधिक बढ़ गई, जहाँ अनेक श्रद्धालुओं ने दर्शन किए और प्रसाद का आनंद लिया।
*विशेष सजावट और आकर्षक कार्यक्रम*: मंदिर को दीपों, फूलों और सुंदर छत्रों से सजाया गया, जिससे वातावरण उत्सवमय बन गया। विग्रहों को भव्य परिधानों से अलंकृत किया गया, जो उत्सव की शोभा को और बढ़ा रहे थे। केसर पब्लिक स्कूल के बच्चों द्वारा विशेष नृत्य और नाटक प्रस्तुत किए गए, जिनमें भगवान श्रीकृष्ण के दिव्य जीवन की झलक दिखाई गई।
*अभिषेक और सामुदायिक उत्सव*: रात्रि 11 बजे भगवान का अभिषेक फलों के रस, दही, घी, नारियल जल और ताजे पुष्पों से किया गया। साथ ही सेक्टर 37 के सामुदायिक केंद्र में भी विशेष व्यवस्था की गई, जहाँ सुबह 10 बजे से देर रात तक भक्तजन अभिषेक कर सकते थे।
*सफल आयोजन*: मंदिर अध्यक्ष गोपीश्वर दास ने इस सफल आयोजन पर सभी भक्तों का आभार व्यक्त करते हुए कहा— "हमने सभी को इस विशेष दिन पर आमंत्रित किया था कि आएँ, उत्सव मनाएँ और श्रीकृष्ण की विशेष कृपा प्राप्त करें। लगभग एक लाख लोग हमारे मंदिर में पधारे। इस्कॉन के संस्थापक-आचार्य श्रील प्रभुपाद चाहते थे कि भगवान के प्राकट्य दिवस को सब मिलकर मनाएँ और भगवान को प्रसन्न करें तथा उनकी कृपा प्राप्त करें। हमने इस दिन को सफलतापूर्वक मनाया है।"
यह उत्सव भक्ति और सामुदायिक एकता का अद्भुत उदाहरण रहा, जिसने सभी को एक साथ लाकर भगवान श्रीकृष्ण की कृपा प्राप्त करने का अवसर दिया। जब भक्त लौटे तो उनके हृदय में इस आनंदमयी उत्सव की मधुर स्मृतियाँ और श्रीकृष्ण की कृपा का वचन अंकित था।