16/11/2023
ये जीवन - कितना स्वार्थी है
आप कितने भी अच्छे हो आप निस्वार्थ भाव से किसी की भी
मदद क्यों ना करो ,लेकिन सामने वाला आपको तब तक
पूछेगा जब तक उसका आपसे स्वार्थ होगा ,यही सच है
क्यूकी मैंने अपनी ज़िंदगी में ये सब अनुभव किया है और
महसूस किया है कि लोग कितने स्वार्थी है और अपना काम
पड़ने पर ऐसा अनुभव करायेगे की जैसे आपके सिवा उनका
कोई नहीं है ,पल पल आपको पूछेंगे फ़ोन करेगे हाल चाल
लेगे लेकिन जब मतलब निकल जाएगा ,तब आप ख़ुद क्यूँ
ना मुसीबत में हो बीमार हो तो भी वो आपको नहीं पूछेगा
ऊपर से समय आने पर आपको पीड़ा अवस्य पहुँचायेगा
मैं ख़ुद इस परिस्थिति का भुक्तभोगी हूँ ,मैंने भूख प्यास त्याग
कर एक पीड़ित की सुबह से लेकर रात तक देखभाल की
मदद की जब तक वो पीड़ा से पीड़ित था तब तक तो वो रात
दिन मुझसे फ़ोन करता रहा और अपनी परेशानी बताता रहा
और मैं ईश्वर से दुआ करता रहा की उसकी पीड़ा दूर हो
लेकिन जब मैं परेशानियों से घिरा तो बीमार हुआ हॉस्पिटल
में ५ दिन भर्ती रहा परंतु कोई देखने ना आया मेरे पिता जी
गिर गये और उनका फ्रैक्चर हुआ उसके बाद ऑपरेशन
कराना पड़ा और वो बिस्तर पर आ गये चलने में असमर्थ हो
गये और अभी तक बिस्तर पर है परंतु उस इंसान ने और
उसके साथ वालों ने हाल चाल तक नहीं पूछा और देखने तक
नहीं आये ऐसे है इस दुनिया में लोग 😢 सच में कितना
स्वार्थ है इस दुनिया में कि जब तक अपना काम बनता तब
तक सबको जानता उसके बाद तुम कौन 😃
आप सबको एक बात की सीख देना चाहता हूँ जो कि मैंने सीखा है इस स्वार्थी दुनिया में मदद भी देख समझ कर करना क्यूकी अब किसी की मदद करना अपने आपको कस्ठ देना है या फिर मदद करने के बाद किसी चीज़ कि आशा भी मत करो तो सुखी रहोगे
जय श्री कृष्ण 🙏🏻