14/08/2025
और Story भक्त और भगवान की अंतिम मुलाक़ात" 💔🙏बहुत समय पहले, एक छोटे से गाँव में गोपीनाथ नाम का गरीब लेकिन सच्चा भक्त रहता था। 🌾उसके पास न सोना था न चाँदी, न ही बड़े कपड़े. लेकिन उसके पास एक ख़ज़ाना था – भगवान के लिए अटूट प्रेम ❤️।हर सुबह वह नदी किनारे जाकर भगवान का नाम जपता, फूल चुनता और अपने हाथों से एक छोटी-सी माला बनाकर मंदिर ले जाता। 🌸🙏गाँव वाले हँसते, कहते – "तेरा भगवान तुझे रोटी भी नहीं देता, तू क्यों इतना भजन करता है?"गोपीनाथ बस मुस्कुरा देता – "वो मेरा है... मैं उसका हूँ।"एक दिन गाँव में भयंकर अकाल पड़ा। 🌵☀️ 😶🌫️लोग अपने घर छोड़कर भागने लगे।गोपीनाथ के पास भी खाने को कुछ नहीं बचा, लेकिन उसने अपने भगवान के लिए फूल तोड़ना और भजन करना नहीं छोड़ा। 🌸🎶उसका शरीर कमज़ोर हो गया, लेकिन उसकी आवाज़ में वही मिठास थी – "राधे... राधे..." ❤️एक रात, भूख से तड़पते हुए वह मंदिर पहुँचा।थकान से उसके पैर काँप रहे थे, लेकिन उसने भगवान की मूर्ति के सामने माला रख दी और बोला –"प्रभु... आज आपके लिए अनाज नहीं है, सिर्फ़ ये माला है।"इतना कहकर वह मंदिर की सीढ़ियों पर बैठ गया।तभी मंदिर के अंदर से एक दिव्य प्रकाश फैला ✨भगवान स्वयं उसके सामने प्रकट हुए – श्याम सुंदर, पीताम्बर धारण किए, मोरपंख सजाए।उन्होंने प्रेम से कहा –"गोपीनाथ... भूख मुझे भी लगी है, लेकिन तेरे प्रेम से मेरा मन भर गया।" 💖गोपीनाथ की आँखों से आँसू बहने लगे 😢"प्रभु... मुझे अपने पास ले चलो, अब इस संसार में मेरा मन नहीं है।"भगवान ने उसे उठाया, अपने सीने से लगाया और कहा –"आज से तू मेरे धाम में रहेगा, जहाँ न भूख है, न दर्द, सिर्फ प्रेम है। 🌺अगली सुबह गाँव वालों ने देखा – गोपीनाथ मंदिर की सीढ़ियों पर शांत मुस्कान के साथ लेटा है…उसके हाथ में माला थी, और चारों ओर फूलों की खुशबू फैली थी। 🌸💫लोगों को समझ आ गया – भगवान अपने सच्चे भक्त को अपने धाम ले गए। ❤️कहानी का संदेश:💡 भगवान को सोना-चाँदी नहीं, सिर्फ़ सच्चा प्रेम चाहिए।जब प्रेम सच्चा हो, तो भगवान खुद आपके पास आते हैं। 🙏Thanks for watching